( ८३० ) शरटः सिपाही-वृष्टिः (बी० ) तीरों की वर्षा । -बातः, (पु०) बायसमूह । -सन्धानं, (न०) | तीर का निशाना बाँधना -संबाध ( वि० ) तीरों से ढका हुआ एतस्थः (पु० ) सरपत का गर । शरदः (१०) १ गिरगट | २ कुसुम | शरणं ( न० ) १ रचा आए आश्रय पनाह । २ आश्रयस्थल | बचाव की जगह । ३ घर | सफान ४ कोठरी | कमरा २ विश्रामस्थल । आराम करने की जगह ६ थनिष्टकरण हिंसन। वध करना -मर्थिन, ( वि० )-पषिन (वि० ) रहा चाहने वाला थासरा तकने वाला। भागत, आपन, (वि०) रक्षा करवाने को भाया हुआ । शरण में आया हुआ । -उन्मुख, (वि० ) रक्षा करवाने को इच्छुक | शरंड: } ( go ) 1 पक्षी । २ गिरगट ३ ढंग | शरण्डः कपटी दगाबाज ४ लंपट ऐयाश ५ भूषण विशेष | शरराय ( चि० ) १ शरण में आये हुए की रक्षा करने शला । २ बपुरा भागा। शरण्यं ( न० ) आश्रयस्थत २ रक्षक ३ रक्षा | बचाव | ४ अमिष्ट | अपकार । शरग्यः (go ) शिवजी की उपाधि । शरल्यु: ( 30 ) : रक्षक २ वादल २ पवन हवा। शरीर शरदिन ( वि० ) शरत कालीन । शरभः ( पु० ) 1 हाथी का बच्चा | २ आठ पैरों याला एक अन्तु विशेष जिसका वर्णन पुराणों में पाया जाता है, किन्तु वह देखने में नहीं थाया। शरभ को शेर से कहीं चड़कर बलवान और मजबूत बतलाया गया है।३ केंद्र | ४ टिड्डी | फोट विशेष | 1- शरद ( श्री० ) एक ऋऋतु जो आश्विन और कार्तिक मास में मानी जाती है। २ वर्ष | साल | -अन्तः, (पु०) जाड़े का मौसम -अम्बुधरः, ( पु० ) शरत्कालीन बादल -उदाशयः, ( पु० ) शरस्कालीन झील -कामिन, ( पु० ) कुत्ता /-कालः, ( पु० ) शरत् ऋतु । धनः, -मेघः, ( पु० ) शरस्कालीन मेवचन्द्रः ( शरच्चन्द्रः ) ( पु० ) शरद ऋतु का चन्द्रमा पद्मः, ( पु० ) पद्म ( न० ) सफेद कमल/- पर्धन, (न०) कोजागर उत्सव | -मुखं, (न० ) शरद ऋतु का आरम्भ शरदा ( श्री० ) : शरत ऋऋतु । २ वर्ष । शरयु } ( स्त्री० ) सर नदी । शरयूः शरल (वि० ) सरल । शरलकं ( म० ) जल । पानी। शरव्यं ( न० ) वह निशाना जिस पर तीर का सन्धान किया जाय । लक्ष्य निशाना शराठिः । शरातिः | शरारु ( वि० ) अनिष्टकर | विषैला आरोग्यता- नाशक । ( पु० ) पक्षी विशेष टिटिहरी । शरावं ( न० ) 31 सैनकिया। परई | २ ढकना । शराबः (पु ) ) ३ माप विशेष । शरावती ( स्त्री० ) एक नगरी जो श्रीरामचन्द्र के पुत्र लब की राजधानी थी। उत्पादन । काय | देह । शरिमन् ( पु० ) निकालने की क्रिया शरीरं ( म० ) १ कलेवर | गात्र | तनु । २ शारीरिक बल । ३ शव मुर्दा शरीर। -अन्तरं, (न० ) शरीर के भीतर का भाग । -आवरणं, (न० ) चमड़ा | चाम। खाल | चर्म /-कर्तृ. ( पु० ) पिता-कर्षणं, (न०) शरीर का दुबलापन /-जः, (पु० ) १ बीमारी | २ कामुकता । विषयवासना ३ कामदेव | 8 पुत्र सन्तति तुल्य, ( वि० ) शरीर के समान प्रिय।-दण्डः, (पु० ) १ देह सम्बन्धी दण्ड | २ शारीरिक तप 1 - धृक, ( वि० ) शरीरधारी शरीर वाला 1-पतनं, ( म० ) - पातः, ( पु० ) सुस्यु । मौत 1- पाकः, (पु० ) शरीर का बुबलापन 1-बद्ध, (वि० ) शरीरान्बित। शरीर सम्पन्न -बन्धकः, ( पु० ) प्रतिभू । जामिन - भाजू, (वि० ) शरीर
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