अभ्युत्थानं अभ्यान्त (वि० ) रोगी । बीमार । 1 अभ्यापातः (पु० ) विपत्ति सङ्कट । बदकिस्मती । अभ्यामः ( पु० ) ) युद्ध | लड़ाई । भिड़न्त | अभ्यामर्दनम् (न० ) हमला । अभ्यसनम् ( न० ) दुहराना । पुनरावृत्ति । २ सवत | अभ्यारोहः ( पु० ) ) चढ़ना | सवार होना । अध्ययन | किसी काम में तन्मयता । अभ्यारोहणम् ( न० ) ऊपर की ओर जाना। अभ्यावृत्तिः ( स्त्री० ) पुनरावृत्ति । बार बार आवृत्ति । अभ्यसूयक ( वि० ) [ स्त्री अभ्यसूयिका ] डाही ईर्ष्यालु । निन्दक अभ्यसूया ( स्त्री० ) डाह ईर्ष्या क्रोध | अभ्यस्त (व० कृ० ) १ जिसका अभ्यास किया गया हो बार बार किया हुआ । मश्क किया हुआ | २ सीखा हुआ। पढ़ा हुआ | ३ गुणा किया हुआ | ४ अस्वीकृत | अभ्याश ( वि० ) समीप | नज़दीक | अभ्याशः (पु०)आगमन | व्याप्ति | २ पड़ोस । सामीप्य | ३ लाभ | परिणाम | ४ लाभ की धागे को आशा। प्रत्याशा अभ्यवहार, अभ्यवहारः (पु०) १ भोजन करना । खाना खाना । २ भोजन । अभ्यवहार्यः ( स० का० कृ० ) खाने योग्य | अभ्यवहार्यम् (न०) भोज्य पदार्थ । अभ्याकर्षः ( पु० ) ( पहलवानों की तरह ) हथेली से छाती ठोंक कर मानों कुश्ती लड़ने के लिये ललकारना । अभ्याक्षितं ( न० ) १ झूठा इलज़ाम आरोप | २ मनोरथ | अभिलाषा । 1 अभ्याख्यानम् ( न० ) १ झूठा इलज़ाम । असल्य दोषारोपण । अपवाद । निन्दा | २ गर्व को स्वर्व करने की क्रिया । अभ्यागत ( व० कृ० ) १ सामने आया हुआ । घर आया हुआ। अतिथि बना हुआ भ्यागतः (०) पाहुना। सहमान। अतिथि अभ्यहननम् ( न० ) १ मारना । चोटिल करना । घात करना २ रोकना ( रास्ते में ) बाधा अभ्यागमः (०) समीप थाना या जाना । आग डालना । मन । मुलाकात | भेंट । २ सामीप्य | पड़ोस | | अभ्याहारः (go ) 8 समीप लाना या किसी धोर लाना। ढोना । २ लूटना। ३ भिड़ना । हम्ला करना | ४ युद्ध लड़ाई ५ शत्रुता | वैर । अभ्यागमनम् ( न०) समीपागमन | आगमन | भेंट | मुलाकात | अभ्यागारिकः ( पु० ) वह जो अपने कुटुम्ब के भरण पोषण में यनशील हो । अभ्यासः ( पु० ) 3 बार बार किसी काम को करने की क्रिया । २ पूर्णता प्राप्त करने को बारंबार एक ही क्रिया का अवलम्बन । २ श्रादत। बान । टेव स्वभाव | ३ रीति | रवाज़ पद्धति कसरत | कवायद । ५ पाठ अध्ययन ६ समीप | पड़ोस । ७ अभ्यस्त अंश (निरुक्त में) । (गणित में) गुणा । ( संगीत में ) एकतान सङ्गीत। अस्थाई या टेक। -योगः, ( पु० ) एक अवलम्ब में चित्त को स्थापित कर देना अभ्यास कहा जाता है। अभ्यास सहित समाधि । अभ्याघातः (पु० ) हमला। आक्रमण | अभ्यादानं (न०) आरम्भ प्रारम्भ प्रथम आरम्भ | अभ्याधानं ( न० ) रखना। डालना ( जैसे आग में ईंधन ) अभ्यासादनम् ( न० ) शत्रु का सामना करना । शत्रु पर आक्रमण करना । अभ्युत (न० ) १ ( अत ) छिड़कना । तर करना। २ प्रोक्षण | मार्जन । अभ्युचित ( वि० ) मामूली । साधारण प्रथानु- रूप । प्रचलित । [ शालीनता । अभ्युच्चयः ( पु० ) उन्नति । बढ़ती । २ समृद्धि अभ्युत्कोशनम् ( न० ) उच्चस्वर से चिल्लाना । अभ्युत्थानं ( न० ) १ किसी के सम्मान के लिये आसन छोड़ कर खड़े होने की क्रिया २ प्रस्थान रवानगी ३ उदय पदोन्नति | समृद्धि | शान ।
पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/८४
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति