शीत 1. - मन्दबुद्धि - अंशुः, (पु० ) १ चन्द्रमा | २ कपुर-श्रदः ( पु० ) दाँतों के मसूड़ों का एक रोग /- (पु० ) हिमालय पहाड़ || अश्मन (पु० ) चन्द्रकान्त महिमा, ( वि० ) शांत से पीड़ित थरथराता हुआ उत्तमं, (न०) जत–कालः, (पु० ) शीत ऋतु । जाड़े का मौसम --कृच्छ्रः ( पु० ) कृत्यू, (न० ) नितारा के अनुसार एक प्रकार का व्रत जिसमें तीन ब्रिन तक डंडा जल, तीन दिन | शीतलकं (न० ) सफेद कमल | तक ठंडा दूध और २ दिन तक ठंडा घी पीकर और ३ दिन तक बिना कुछ खाए रहना पड़ता है - गन्धं, (न०) सफेद चन्दन | मु, ( पु० ) 1 चन्द्रमः २ कपूर - चम्पकः, (पु०) १ दीपक | २ | आईनां । दर्पण |~दीधितिः (S० ) चन्द्रमा | -पुष्प: ( पु० ) सिरिस वृक्ष पुष्पकं, (न० ) १- शैलेय खुरीला ~~प्रभ ( पु० ) कपूर 1 शीनि ( पु० ) -मर्द ( म० ) चन्दन-पक्षी, ( स्वी० ) माघ शुका ठे शीतलं ( न० ) १ ठंडक | शीतलता | २ जाड़े का भौसम | ३ मौलेच शिलारस ४ सफेद चन्दन । ५ मोती | ६ जूविया । ७ कमल | ८ वीरण | } शीतं ( न० ) १ ठंडक सर्दी शीतलता २ जन । ३ दालचीनी । शीतः ( पु० ) 1 सरपत नरकुल २ नीम का पेड़ सर्व का मौसम | ४ कपूर शीतक ( वि० ) शीतल ठंडा शीतलः ( पु० ) १ चन्द्रमा २ कपूर | ३ तारपीन | ४ चम्पा का पेड़ । ५ जैनियों का व्रत विशेष | भानुः, ( पु० ) चन्द्रमा । भीख मल्लिका | 3 मोतिया। -मयूखः, -मरीचिः, -रश्मिः, (पु०) | शीधु (पु० न०) सुरा: शराव | मदिरा २ अंगुरी १ चन्द्रमा २ कपूर - रम्यः, ( पु० ) दीपक शीतकः ( पु० ) 1 कोई भी शीतल वस्तु । २ जाड़ा। जाड़े का मौसम ३ सुस्त या काहिल कन। ४. प्रसन्न | वह मनुष्य जिसे किसी प्रकार की चिन्ता न हो। १ विच्छू। बीड़ी शीतला ( खी० ) १ विस्फोटक रोग चेचक | २ इस नाम की देवी जिनका वाहन खर है। शीतली ( श्री० ) चेचक माता बसन्ह रोग | शोता देखो सीता | शीतालु ( वि० ) जाड़े का भारा हुआ जाड़े से काँपता हुआ। शीत्य देखा सीन्य | -रुव, ( पु० ) ३ चन्द्रमालक ( पु० ) उदुम्बर या गुखर का पेड़ -- वीर्यकः ( पु० ) वट वृक्ष बरगद का पेड़। —शिवः ( पु० ) शमी | शीत ( वि० ) गाड़ा | जमा हुआ | ● वृष । ~ शिवं, ( म० ) १ सेंधा नमक | २|शीन ( पु० ) मूर्ख | युद्धि वाला | २ अजगर सोहागा।-शूक., ( 50 ) जवा । औ| सथ | --स्पर्श, ( वि० ) ठंडा | शीतज़। 1 सर्प शराव | द्राक्षासव गन्धः (पु० ) वकुल वृष-पः, ( पु० ) शरावी | मदिरापान करने बाला । शीभू ( घा० श्रा० ) [ शोभतें ] १ डींगे मारना | २ कहना | शीभ्यः ( पु० ) १ बैल २ शिव । शीर: ( पु० ) वड़ा सर्प । शीर्मा ( व० ० ) 1कुम्हलाया हुआ। मुर्भाया हुआ। सड़ा हुआ। गला हुआ। २ शुष्क | सुखा । ३ ७ लदा । दुबला | यमराज १२ टुकड़े टुकड़े टूटा फूटा -धि. -पादः, ( पु० ) शनिग्रह (- पर्ण, (न०) कुम्हलाया -पर्वः, ( 5० ) नीम का पेड़ कलींदा । तरखुन हिंगवाना | हुआ पत्ता | तं, (२०) शीतल ( बि० ) ठंडा 1 सर्व-इन्दः, (४० ) | शीर्ण | न० ) एक गन्ध द्रव्य । 1 चम्पा का पेड़ 1-जलं, ( न० ) कमल !-प्रदः, | शीविं ( वि० ) नाशक | अनिष्टकारी | हानिकारी । ▾ M
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