सर्वागत संवगित (वि० ) आक्रमण किया हुआ उच्छिन्न किया हुआ । पददलित किया हुआ। संवलितं ( न० ) स्वर | आवाज | संवसध: (०)वादी गाँव या वह स्थान जहाँ लोग आस पास रहते हों। ( ८७१ ) संवह (पु०) वायु के सात पथों में से एक का नाम । संवाद | पु० ) १ वार्तालाप | बातचीत | संवाद | २ बहस । वादविवाद | संवाद की सूचना | १ स्वीकृति | मंजूरी | ६ समानता सहमति | संवादिन् ( वि० ) भाषण करने वाला वार्तालाप करने वाला। 1 संवारः ( ० ) आच्छादन ढाँकना छिपाना | २ उच्चारण में कंठ का आकुञ्चन या दवाव | ३ उच्चारण के वाह्य प्रयत्नों में से एक, जिसमें कण्ठ का आकुञ्चन होता है। विवाह का उलटा | ४ रक्षण | हिफागत ५ सुव्यवस्था ६ हास न्यूनता कमी । संवासः ( पु० ) साथ साथ बसना २ सहवास साथ | घरेलू व्यवहार या रतज़ब्त | ४ घर | आवासस्थान | ३ सभा के लिये या आमोद प्रमोद के लिये खुला हुआ मैदान। संवाहः (पु० ) १ लेजाना | ढोना | २ मिला कर दवाना ३ पगचप्पी पैर दबाना ४ वह नौकर, जो पैर दबाने और बढ़न में मालिश करने को रखा गया हो। i 1 1 संवृत स्वीकृति । १ प्रचलन पद्धति रीति रस्म ६ युद्ध संग्राम लाई ७ युद्ध की ललकार। वह शब्द या वाक्य जिससे रात को संतरी मित्र या शत्र को पहचान सके पलवल म नाम | संज्ञा ६ सङ्केत इशारा १० सोपण तुष्टि प्रसन्नता । 19 सहानुभूति | १२ ध्यान | १३ वार्तालाप १४ भांग विजया वृटी-व्यति क्रमः, (५० ) वादे को तोड़ना। प्रतिक्षा करना । संवाहकः ( पु० ) पैर दबाने वाला। संवाहन ( न० ) । १ बोक ले जाना या ढोना | २ संवाहना (०) | पैर दबाना। मालिश करना। संवितं ( २० ) जो लगाया गया हो। संविग्न ( वि० ) 1ध उद्विग्न घबराया हुआ। २ भीत। आतुर डरा हुआ। संविज्ञात ( ८० कृ० ) सव का जाना हुआ। संवित्त (स्त्री० ) १ प्रतिपत्ति चेतना संज्ञा ३ अविवाद ऐकमत्य | ४ अनुभव | वुद्धि । संविद् ( स्त्री० ) १ चेतना | ज्ञान । योध | २ प्रतीति । । ३ इकरार | टहराव टेका। प्रतिज्ञा | ४ रजामंदी संविदा ( श्री० ) इकरार | प्रतिज्ञा | इकरारनामा | संविदित ( व० कृ० ) 5 जाना हुआ । समझा हुआ । 1 २ पहचाना हुआ। माना हुआ। ३ प्रसिद्ध | प्रख्यात | ४ खोजा हुआ | हूँढ़ा हुआ | नै पाया हुआ सब की राय से निश्चित किया हुआ । ६ उपदिष्ट । समझाया बुझाया हुआ । संविदितं ( न० ) इकरारनामा | प्रतिज्ञापत्र | संविधा ( स्त्री० ) व्यवस्था आयोजन | प्रवन्ध २ ढंग | तरीका | ४ विधान | अभिनय । 1 ६ किसी नाटक की घटनाओं को क्रमबद्ध करना । संविधानकं ( न० ) १ वटवारा विभाजन | भाग । अंश । संविभागिन् (g०) साझीदार | पत्तीदार | भागीदार । संविष्ट ( ० ० ) १ सोचा हुआ | लेटा हुआ ३ साथ साथ घुसा हुआ | साथ साथ बैठा हुआ | ४ पोशाक पहने हुए। संवीक्षण ( न० ) चारों ओर ताकना । खोजना | संवीत ( ३०० ) पोशाक पहिने हुए। कपड़े पहिने हुए । २ ढका हुआ। छाया हुआ। आच्छा- दित सजा हुआ। 8 घिरा हुआ । छिका हुआ । बंद | २ अभिभूत | मग्न । संवृक्त ( य० कृ० ) १ भक्षण किया हुआ | खाया हुआ। २ नष्ट किया हुआ | संवृत (व० ० ) १ ढका हुआ। २ छिपा हुआ ३ गुप्त | ४ बंद | सुरक्षित | २ काश प्राप्त । जो अलग हो गया हो । ६ दवाया हुआ हुया ! सङ्कुचित | ७ जब्त किया हुआ सकोड़ा अपहृत ।
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