सात्विक यथार्थ | २ सच्चा | सत्य | स्वाभाविक | ३ ईमान दार नेक ४ गुणवान। २ साहसी हिम्मती ६ सत्वगुण सम्पन्न | ७ सत्वगुण सम्भूत | धान्तरिक भावोत्पल | सात्विकः (पु०) १ साहित्य शास्त्र का भावविशेष जिससे हृदय की बात बाहिरी भाव से प्रकट होती है। २ मा १२ मा सात्यकिः ( पु० ) यादववंशीय योद्धा जो श्रीकृष्ण का सारथी था। सात्यवतः ( पु० )) कृष्णद्वैपायन व्यास सात्यवतेयः ( पु० ) ) नामान्तर । का सात्वत् ( पु० ) अनुयायी। श्री कृष्णका पूजक | सात्वतः ( पु० ) १ विष्णु | २ बलराम | ३ जाति- युत वैश्य का पुत्र | सावताः ( पु० बहुवचन ) एक जाति के लोगों की संज्ञा । सात्वती (स्त्री० ) १ चार प्रकार के नाटकों की रीति या शैली २ शिशुपाल की माता का नाम । सादः (पु० ) बैठना । लगना । २ थकावट । श्रान्ति । ३ दुवखापन पतलापन लटापन ४ नाशन | समाप्ति । २ पीड़ा पीड़न ६ सफाई | स्वच्छता | सादनं ( न० ) १थकावट। श्रान्ति । २ नाशन । ३ ३ श्रीवासस्थान घर मकान सादिः (पु० ) १ रथवान सारथी । २ योद्धा | मादिन् ( वि० ) १ बैठा हुआ। २ नाश करने वाला । ( पु० ) १ घुड़सवार २ हाथी पर या रथ पर सवार मनुष्य ! सादृश्यं ( न० ) 1 समानता एकरूपता २ प्रति कृति मूर्ति । पुतला | सायंत ) ( वि० ) धादि से अन्त तक । समूचा साधन्त ) सम्पूर्ण । साधक (वि० ) [ स्त्री० - सायस्की ] फुर्तीला | तुरन्त फौरन । साधारण साधक (वि० ) [ स्त्री०- साधका:- साधिका ] १ पूरा करने वाला । सम्पूर्ण करने वाला | २ फलोत्पादक | ३ निपुण पटु ऐन्द्रजालिक | जादू से होने वाला।२ सहायक । साधन (वि० ) [ स्त्री०-साधनी ] साधन करने वाला। पूरा करने वाला। साधनं ( न० ) किसी कार्य को सिद्ध करने की क्रिया सिद्धि। विधान २ सामग्री सामान उपक रख । ३ उपाय | मुक्ति | हिकमत | ४ उपासना | साधना | ५ सहायता मदद ६ शोधन ७ कारण हेतु अनुसरण ६ प्रमाण १० वशवर्ती करव्य इमन करना। १३ मंत्र मंत्र से कोई कार्य पूरा करना । १२ आरोग्य करना । पूरना भरना (घाव का ) १३ वध करना। भारडालना । १४ राजी करना | १२ प्रस्थान | रवानगी १६ तपस्या | १७ मोक्षप्राप्ति अर्थदण्ड करना । आईन के बल से देना चुकवाना या किसी वस्तु को दिलवा देना १६ कर्मेंद्रियाँ २० लिंग जननेन्द्रिय | २१ गर्भाशय । २२ सम्पत्ति | २२ मैत्री | २४ लाभ फायदा । २५ मृतक का अग्निसंस्कार । साधनता (स्त्री० ) ) किसी कार्य को पूरा करने का साधनत्वं ( न० ) ) सामान या युक्ति | साधना (सी० ) १ सिद्धि २ आराधना ३ राजीनामा | रजामंदी अर्चा साधत: } ( पु० ) भिवुक । मिस्रारी साधर्म्य (२०) : समान धर्म होने का भाव ३ तुल्य धर्मता । साधू (धा०प० ) [ सानोति ] समाप्त करना ।। पूरा करना खतम करना | २ जीत लेना । i साधारण (वि०) [स्त्री० साधारणा, साधारणी] १ मामूली। सामान्य २ सार्वजनिक | ग्राम | ३ समान सदश तुल्य ४ मिश्रित २ न्याय में एक प्रकार का हेवाभास वह हेतु जो सपढ़ और विपक्ष दोनों में एक सा रहे। - धनं ( न० ) मिलीजी सम्पत्ति। वह सम्पत्ति जिस पर किसी परिवार के सब पातीदारों का स्वत्व हो । साधारणं ( न० ) मामूली नियम । सार्वजनिक नियम सं० श० कौ० ११५
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