सेव्य 1 सेव्य (वि० ) १ सेवा के लायक | २ नौकर रखने लायक । ३ उपभोग करने लायक | ४ रखवाली करने लायक । पु॒व्यं ( न० ) एक प्रकार की अढ़ । - सेवकौ, (पु०) मालिक औौर नौकर । ( २४१ ) सेव्यः ( पु० ) १ स्वामी । अश्वस्थ वृक्ष । सै ( धा०प० ) [ सायति ] खराब कर डालना। नाश कर डालना । सैह (वि० ) [ श्री० -सैंही ] सिंह सम्बन्धी ! सेंहल ( वि० ) सिंहल द्वीप सम्बन्धी | लंका में उत्पन्न । संहिकयः } ( पु० ) राहु का नामान्तर । सैकत (वि० ) [ श्री : – सैकती ]१ रेतीला | २ रेतीली ज़मीन वाला । सैकितिक ( वि० ) बलुहा तट का । २ [ स्त्री० - सैकिनिकी ] सन्देह जीविन । सैकितिकं ( न० ) गंडा जो गले या कलाई में बाँधा जाता है। सैकितिकः ( पु० ) १ संन्यासी | साधु | २ तपस्वी । सैद्धांतिक: ) ( ५० ) १ सैद्धान्तिकः । यथार्थं सत्य जानने वाला । सिद्धान्त सम्बन्धी | २ | सैकतं ( न० ) १रेतीला तट । २ वह द्वीप जिसके तट सैमंतिकं । पर रेत या बालू हो । ३ तट । किनारा । –इष्टं सैमन्तिकं ( न० ) इंगुर । सेंदुर । ( न० ) अदरक । यादी | सैनापत्यं ( न० ) सेनानायकत्व | सेनापतित्व । सैनिक ( वि० ) [ स्त्री० - सैनिकी ] १ सेना सम्बन्धी । २ फौजी जंगी। सैनिक: ( पु० ) १ सिपाही | योद्धा । सन्तरी । सेना जो युद्ध के लिए सजा कर खड़ी की गई हो। सैघव ) (वि०) [स्त्री० –सैन्धवी ] १ सिन्धु देश सैन्धव ) में उत्पन्न हुआ। २ सिन्धु नदी सम्बन्धी । ३ नदी में उत्पन्न । ४ सामुद्रिक । समुद्र सम्बन्धी का नाम । सेंधा निमक। सुधवः ( पु० ) सैन्धवः ( पु०) सैंधवं ( न० ) । सैन्धवं ( न०). सैंधवाः ) ( पु० बहु० ) सिन्धु देशवासी लोग । सैन्धवाः ) - घनः ( पु०) निमक का देला । -शिला ( स्त्री० ) सँधानिमक | सैंधवक ( वि० ) [ स्त्री० - सँधवकी ] सैन्धव सम्बन्धी । सैंघवकः ) ( पु० ) सिन्धु देश का एक विपत्तिग्रस्त सैन्धवकः आदमी। सो संघी सैन्धी } (स्त्री० ) मदिरा विशेष । सैन्यः ( पु० ) १ सैनिक | योद्धा | २ रक्षक | संसरी । पहरेदार सैन्यं ( न० ) लेना | फैौज । सैरंध्री (स्त्री० सैरन्ध्री ( स्त्री० सैरिधः पु० ) सैरिन्धः ( पु० सैरंध्री (स्त्री० ) सैरन्त्री (स्त्री० ) सैरिधी (स्त्री० सैरिन्द्री (स्त्री० ) १ नीच जाति की चाकरानी । २ वर्णसङ्कर जाति । १ अन्तःपुर में काम करने वाली दासी जिसकी उत्पत्ति वर्णसङ्कर जाति विशेष में हुई हो । २ दूसरे के घर में रहने वाली स्वाधीन शिल्पकारिणी स्त्री । इद्रौपदी का वह नाम जो उसने अज्ञातवास के समय रखा था। सैरिक (वि०) [ स्त्री० -सैरिकी ] १ हल सम्वन्धी | २ सीर वाला । सैरिकः ( पु० ) १ हल का बैल । २ हलवाहा । सैरिभः ( पु० ) १ भैसा । २ स्वर्ग । सैवाल देखा शैवाल । सैसक (वि० ) [ खो०- सैसकी ] सीसा नामक धातु का । सैंधवः का। २ एक ऋषि का नाम ३ एक देशसा ( धा० प० स्थति -सित वध करना सैन्धवः ( पु० ) १ घोड़ा, विशेष कर सिन्धु नष्ट करना । २ समाप्त करना। पूर्ण करना ।
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