( ३४८ ) स्वदन देना पूर्ण रूप से परास्त करना ५ थका डालना। कष्ट देना। ६ हड़ करना। द ( न० ) १ काटछाँट टुकड़े टुकड़े करने की क्रिया | २ घायल करना। वध | कष्टप्रद । तंग करने की किया। स्तन् ( धा० १० ) [ स्तनति, स्तनयति, स्तनयते, स्तनित ] शब्द करना बजना | २ कराइना। ज़ोर ज़ोर से साँस लेना। ३ गर्जना | दहाड़ना । स्तब्ध स्तनः (पु० ) स्त्री की छाती १२ छाती या किसी आनवर का थनअंशुकं, (न० ) छावी या सीना ढाकने का वस्त्र -अयः (०) ची की घुंडी/अन्तरं, (म० ) हृदय | दोनों स्तनों के बीच का स्थान २ स्तन पर का एक चिह्न जो भावी वैधव्य का चोसक समझा जाता है /- ग्राभोगं, (न० ) स्तनों की वृद्धि या यदाव २ छातियों या सूचियों की गोलाई ३ वह पुरुष जिसकी कियों जैसी बड़ी छातियाँ हो । प पा.- पावक, -पायिन, (बि० ) दूध पीने वाला । (बच्चा) -भरः, ( पु० ) १ छातियों का दो दियों जैसी छातियों वाला पुरुष /--- भवः, ( पु० ) रतिबन्ध विशेष वृन्तं, (न० ) – शिखा, ( श्री० ) 1 धुंदी स्खल ( घा० प० ) [ स्वलति ] १ ठोकर खाना। ठोकर खाकर गिरना । फिसल पड़ना। २ लड़खड़ाना । हिलना डुलना। ३ आज्ञा का भंग किया जाना । ४ सत्पथ से भ्रष्ट होना। उत्तेजित होना ६ भूल करना गलती करना । ७ हकलाना ८ चूकना असफल होता | ६ बूंद बूंद कर गिरना चूना | टपकना । १० जाना । ११ अदृश्य होना। १२ एकत्र करना । जमा करना । स्खलनं ( २० ) फिसलन गिरन पतन २ लड़ 1 खड़ाने की क्रिया । ३ सत्पथ से भ्रष्ट होना भूल। स्नननं ( न० ) १ आवाज़ | शोर गुल ) २ गर्जन ३ कराहट चूक | ४ इताशा असफलता। अनुत्तीर्णता । २ हकलापन ६ चुवन रिसन। टपकन | ७ पटकन | रगदन परस्पर साइन । स्खलित ( व० कृ० ) १ ठोकर खाया हुआ । फिसला हुआ। २ गिरा हुआ ३ हिलता हुआ। काँपता हुआ थरथराता हुआ ४ नशे में चूर | २ हकलाता हुआ ६ उत्तेजित ६ घबड़ाया हुआ। ७ भूल किये हुए। भूला हुआ। चुआ हुआ 1 उपका हुआ १ बाधा डाला हुआ। रोका हुआ। १० परेशान ११ प्रस्थानित। गया हुआ। स्खलितं ( न० ) १ पतन । गिरन । फिसलन | २ गलती | ४ 1 अपराध | देोष विश्वासघात सत्पथ से भ्रष्ट होना। ३ भूल | चूक पाप गुनाह । २ धोखा | चाखाकी चालबाजी। खुडू ( घा०प० ) [ स्खुडति ] ढकना । छा लेना। स्तक् ( भा०प० ) [ स्तकति ] 1 बार बचाना । अपनी रक्षा करना। २ ढकेलना | स्तनित ( ब० १० ) दहाइन । कराहने का शब्द ४ जोर ज़ोर से और जल्दी जल्दी साँस लेना । स्तनंधय ( वि० ) छाती का दूध पीने वाला। | स्वनंधयः (पु० ) बच्चा जो छाती का दूध पीता हो । स्तनायित्नुः (पु० ) 1 गर्जन दहावन बादलों की कड़क २ बादल | ३ बिजली | ४ बीमारी । २ मृत्यु | मौत ६ तृण विशेष | मुखं,- चूंची की शब्दायमान | कोलाहल करने वाला २ गरजने वाला दहाइने वाला। |स्तनितं (न०) श्वादलों की गरजन । २ दहाड़ गईं। कोलाहल | ३ ताली बजाने का शोरगुल। | स्तम्यं ( न० ) माता का दूध स्तबकः ( पु० ) गुच्छा गुलदस्ता | ३ स्तब्ध (व० ० ) १ रोका हुआ। २ सुन्न । लकवा का मारा हुआ। ३ गतिहीन अवन ४ द कदा कठोर सगत २ हठी ज़िदी ६ मोटा खरदरा ।-कर्ण, (वि० ) कानों को छेदना--- रोमन् (पु० ) शूकर-लोचन, (वि० ) वे जिनके पलकन पकें।
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