हायनः, हायन वाला 1-बिंबं, (न०) शरीर में सुगन्ध द्रव्य लगाकर शरीर को सुबासित करना 1- मणिः, ( पु० ) कलाई में पहनी जाने वाली मणि । - लाघवं. ( न० ) हाथ की सफाई - संवाहनं. ( न० ) हाथ से मलना या सहराना । ( स्त्री० ) | - षड्भवं, (न० ) ६ हाथियों का समु दायें । -स्नानं, ( न० ) हाथी का स्नान । [ यह एक महावरा है। कोई कार्य करने पर जब उसकी निष्फलता निश्चित होती है, तब इसका प्रयोग किया जाता है। ] ) दिल्ली शारीरिक श्रम | क्रिया | २ भाड़ा | मजदूरी सूत्रं हस्तिनापुर } उत्तर पूर्व कोने में लगभगत प्रामी ( न० ) फलाई पर बांधा हस्तः ( पु० ) १ हाथ । २ जाने वाला ढोरा । सूँड़ । ३ तेरहवाँ नक्षत्र | ४ एक हाथ का नाम । ५ हस्तलिपि । कालीन एक नगर, जिसे राजा हस्तिन् ने आवाद किया था। हस्तिनापुर के ही नाम गजाह्वय, नाग- साहय, नागाह और हास्तिन भी हैं। हस्तिनी ( सी० ) १ हथिनी २ सुगन्ध द्रव्य या रूखरी विशेष ३ चार प्रकार की स्त्रियों में से एक। [ इसका लक्षण इस प्रकार है :- लाघरा स्यूलनितंबविभ्या लागुलि स्कूलकुद मुशीला | तिमिया खात् ॥ ] हस्त्य ( वि० ) १ हाथ सम्बन्धी । २ हाथ से किया हुआ। ३ हाथ से दिया हुआ । इहलं ( न० ) मारक विप विशेष हहा ( पु० ) गन्धर्षं विशेष । २ p हा ( श्रन्यया० ) १ दुःख, उदासी, पीड़ा द्योतक अव्यय विशेष | २ आश्चर्य ३ को भर्त्सना । हा (घा० श्रा० ) [ जिद्दीते, इान ] १ जाना | २ पाना प्राप्त करना । . दस्तखत । हस्ताक्षर ६ सबूत । प्रमाण मदद सहायता समर्थन ८ परिमाण । ( १७५ ) हस्तकः ( पु० ) १ हाथ । १ चार हस्तवत् (वि० ) निपुण । चतुर । हस्ताहरित ( धन्यया० ) हाथापाई हस्तिकं ( न० ) हाथियों का समुदाय हस्तिन् (वि०) [ स्त्री०- हस्तिनी ] १ हाथों बाजा । वह जिसके हाथ हो । २ सूंड़वाला । ( पु० ) हाथी। [ भद्र, मन्द्र, मृग और मिश्र नामक जातियों के हाथी होते हैं। ] - अध्यक्षः (पु० ) | हाथियों का दारोगा । – आयुर्वेद (पु० ) एक शास्त्र जिसमें हाथियों के रोगों की चिकित्सा का वर्णन किया गया है। आरोहः (पु० ) हाथी का सवार या महावत -कदयः, ( पु० ) १ सिंह | २ चीता । कर्ण:, ( पु० ) रेडी का रुख 1-मः, ( पु० ) १ हाथी का हत्यारा । २ मनुष्य 1- वारिन, (पु० ) हाथी हाँकने वाला महावत --दन्तः, ( पु० ) १ हाथी का दाँत । २ खूँटी । -दन्तं, (न० ) १ हाथी दाँत । २ मूली । – दन्तकं, (न० ) मूढी । –नखं, ( न० ) नगरद्वार के पास की अथवा दुर्ग की छोटी बुर्जी –पर, पकः, (पु०) महावत - मदः, ( पु० ) हाथी का मद । -मल्लः, ( पु० ) १ ऐरावत हाथी का नाम २ गणेश जी ३ राख या अस्म का ढेर। ४ धूल की वर्षा ५ कुहरा - - यूथः, - थूथं, ( न० ) हाथियों का गिरोह या गल्ला । – वर्चसं, ( न० ) हाथी का महत्व या चमक-वाह:, (पु०) : महावत । २ आँस हांगर: हाङ्गरः } ( पु० ) मत्स्य विशेष । हाटक (वि० ) [ स्त्री०-हाटकी ] सुनहली | हाटकं ( न० ) सोना । - गिरिः, (पु० ) सुमेरुपर्वत । हात्रं ( न० ) भाड़ा उजरत | मज़दूरी । हानं ( न० ) १ त्याग | हानि । असफलता | २ बचाव | निकास | ३ शक्ति | ताकत | हानिः ( स्त्री० ) १ त्याग १२ हानि | असफजता । अविद्यमानता। श्रनस्तिश्व | ३ हानि | नुकसानी। हास कमी ५ छूट भङ्गकरण | हाफिका ( स्त्री० ) जमुहाई। हायनः ( पु० ) ) 1 एक वर्ष | ( पु० ) १ चाँवल हायनं ( न० ) ( विशेष | २ शोला | अंगारा
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