५४ सुभाषितरत्नभाण्डागारस्थपद्यानाँ
भूतावेशनिवेशिता ३४l५६ | भोगाक्षमस्य १७१८० ६ | भ्रात कोकिल (शा प ८५१) २२९l१४४
भूतैराक्रम्य (भाग ११ ७) ३८५॥३०८ | भोगा न (भर्तृ ३ ८) ३७४।२०९ | भ्रात पञ्जर (शा प. १२ ०६) २४ ६॥४३
भूल्यालेपनभूषित ६॥६३ | भोगा (भर्तृ ३ ३६) ३\७३।१८६ | भ्रात पान्थ (कुव १७ १) ३४३|t९,३
भूत्वा कल्प (प्रव ० ?) ३७३॥१८२ | भोगा भुङ्घर (भर्तृ स २९२) ३.^५॥३२७ | भ्रात पान्थ (शा प ३४० ६) ३५५l८६
भूप कूप १४९l२८२ | भोगासतैकचेता ११८1१० ६ | भ्रात पान्थ प्र (शा प ३८९४) ३४३॥|९५
भूमृन्मौलित १२६। १२ | भोगास्तुङ्ग (भर्तृ ३ ३५) ३७३॥१८५ | भ्रात प्राणगणप्रयाण ३५७l३ ६
भूभ्रुन्मौलितटीषु १२३॥१९१ | भोग्गिन (पच १•६९) १४६। 2७४ | भ्रातग्रम्य कुविन्द २४ ६l२८
भूमात्रं कियदेन ३६ १॥३९ | भोगीन्द्र प्रमदो (सु २६३८) १३७1६४ | भ्रातर्द्विरेफ २८३।१५९
भूमिपतावर्थ १६९॥७२० | भोगेच्छा नोप १६८।६८५ | भ्रातधाँतरशेष (भर्तृ स ४ ९) ७४॥३६
भूमेिर्मित्रं (काम नी १० २८) १४९॥३११
भूमौ स्थिता (भामिनी क २३) ३६२॥३०
भूय कण्ठावधूति १९l५६
भूयस्तराणि यदमूनि ३०१l७२
भूयादेष सता १९॥३७
भूयिष्ठ द्रविणात्मज ९४|११५
भूयो गर्जितमम्बु(शा प ७८७) २१३॥६७
भूयो निपीय ३२७॥९
भूयो भूयस्त्व १२२।१७३
भूरिभारभरा (शा प ५६२) २०५॥४
भूरिशोऽपि च २३९l१०३
भूरेणुदिग् वा ( ध्वन्या ३ ) ३६०।२२
भूर्ज (शा प १०५६) २४३॥१८७
भूशक्रस्य यशा (सूक्ति ९७ २५) १३९ ।९
भूशय्या (पच १.२९२) ९७|१०
भूषणाद्युप (मुद्रा ३ २३) १०२॥३२
भूसपर्करजो (शा.प १२७ ४) १३२।|३१
भृकुटीकुटिल ३ ६४२ ०
भृमृङ्गश्रेणीश्याम (शिशु १८ ४ १) १२९७८
- मृङ्गाङ्गनाजनम (शा प ७९९) २२१।१६
मृङ्गालीकण्ठमाला ३२७|४१
मृङ्गालीमुदरे २७२॥६६
सृलैयैर्विना (पच.? ८८) १ ४४l८ ६
भूमृशमदूयत याधर ३४६।१५,
भेकेन कणता (भङट ९६) २ ४७|४६
भेकै कोटरशा (भोज २० १) २ १३।६५
भेतव्य (मुद्रा ३ १४) 1३९,।८
भेदाभेदैौ सपदि ३६९६६
भेरीझाङ्कृति 1२२१८४
मैषज्यमेतद्दु (भा १ १ ७२) ३९३!६५६
भोसुंकुं पुरुष (काम १३ १०) ३८९॥४९९
भोहुं (काम.नी.१३.१०) ३८९I४९९
भोग. परो (द्व. श ७२) १६९॥७०३
भोगस्य भाजन(हि.२.१२५) *1४७|२० ८
भोगे रोगभय (भर्तृ ३ ३ २) ३७०|!९ ०
भोज त्वत्कीर्ति (भोजप्र १ २७) ११७l७८
भोज त्वद्दानपाथो १ १७|७५
भोजनाच्छादने ( पच.५ ६०) ३४९ ।३१
भोजनान्ते च कि १९६॥५
भोजप्रतापं तु (भोजप्र ९२) ११७l८५
भोजप्रतापाग्रि (भोजप्र २ १८) ११७॥८६
भोज्यं (चाणक्य २ २) १५५ १२१
भो पान्थ त्वरितो ३५५॥८७
भो पान्थ (भर्तृ स ८५०) ३५४॥७४
भो भो. करी (शा प ९२ ५) २३१।६९,
भो भो कि कि (शा प १ १५२) २२०।६
भो भो श्रीभो (शा प १२५२) ११७l|९ ५
भो मेघ (मृच्छ ५ ४७) २८३।१५१
भो रोहिणि त्वमसि २८५॥४९
भो हंसास्ताव (शा प ८ ० ७) २२२।४०
भ्रमच्चरणपष्छ्वद्वकण ३४६॥ ३९
भ्रमति गेिरि (सूत्ति १०८ २) २३५॥४
भ्रमन्वनान्ते नवमञ्ज ५ २५९
भ्रमन्स (वृ चाणक्प ६ ६) १५९॥२८ १
भ्रमन्खैरं भ्रातर्भ्रमर २2४1९८
भ्रम भ्रमर यूर्थीीषु २२२४५
भ्रमय (मालती ९.,४ २) २ ८३।१५२
भ्रमर भ्रमता (शा प ८ १८) २२३! ११
भ्रमर मरणभीतिं २२३॥९०
भ्रमरहित कीदृक्षो १९ ६।१०
भ्रमरहिता सा ३ ०11९
भ्रमात्प्रकोर्णे (शा प ३९ १ ७) ३४५॥४९
भ्रष्टं नृपति (शा प १ १ ०५) २१७|५१
भ्राजिष्णवो (सु ७८ ०) २२९॥२३८
भ्रात कङ्कण किं ३५६२९
भ्रात (शा प ४१६४) ३ ७४t२० ०
भ्रात कस्न्व 1 ० ० !७
श्रेत्राति काश्वन (शा प १ १९३) २४८॥७२
भ्रात* कोर (शा प ८७६) २२७॥१९९
|[
j
I
||
{
}
}
}
! |
! |
मणिना वलयं वलयेन भ्रातभ्रम्य (शा प १ १८ ४) २२४।१० ६ |
भ्रूविलास (किरात ९ ५६) ३१५I४८ भ्रंश्चित्ररेखा च तिलोत्तमा २७०॥२४ |
---|