पृष्ठम्:Advaita Siddhi with Guru Chandrika vyakhya.djvu/५२८

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पुटम्. पाङ्कः. अशुद्धम्. 4 24 पुस्तक 6 15 वबोध 13 2 व्यहारः 25 20 44

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50 23 . 60 10 65 11 शुद्ध 65 12 व्यवहार. 76 22 न्याये - दृ. ढ. - 121 21 वास्विति 123 19 काल 124 17 137 12 धर्म 3 143 17 भाव 219. 20 भागान्वय. 219 21 220 243 245 266 शुद्धाशुद्धपत्रिका. सद्रपस्य विषंयित्व समवते तज्ज्ञन ऽहेतुकप्रतिसन्धानप्यङ्कर द्भवाः 7 ज्ञानाऽपूर्व 11 आपादेत एको द्व 14 भेदाथर्कत्वं 11 द्धोधः 20 270 18 हिरुड़ाना 292 12 सतायोग 431 4 23 त्यदि युष्माकामन्य शुद्धम्. पुस्तके त्वबोध व्यवहारः सद्रूपस्य विषयित्व समवेत तज्ज्ञान (शुद्ध व्यवहारः ) न्याये दृढ वास्त्विति काले हेतुकप्रतिसन्धानेऽप्यकुर धर्म भावा भागन्वयः द्भवः ज्ञानात्पूर्व आपादिते भेदार्थकत्वं द्बोधः एको द्वा हिरुक्नाना सत्तायोग युष्माकमन्य त्यादि