पृष्ठम्:Rig Veda, Sanskrit, vol8.djvu/६४९

एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

7 150 17 ] लद्वितार्थं हि नैपादिरङ्गुष्टेन वियोजितः । द्रोणेनाचार्यकं कृत्वा छद्मना सत्पविक्रमः ॥ १७ स तु वद्धाङ्गुलिनाणो नैपादिर्दृद्वविक्रमः । अस्पन्नेको घनचरो बभौं राम इवापरः ।। १८ एक्लव्यं हि साङ्गुष्ठमशक्ता देवदानशः । सराक्षसोरगाः पार्थ निजेतुं युषि कर्हेिचित् ॥ १९ किमु मानुपमात्रेण शक्यः स्यात्प्रतिवीक्षितुम् । दृढमुष्टिः कृती नित्यमस्यमानो दिवानिशम् ॥ २० त्वद्वितार्थं तु स मया हतः संग्राममूर्धनि ( Tor न व ) 81 Ev शक्ता (lor] इन्तु ) Disसंवान्दे चामणे इतु ) fit Ka जेतुं D2 1 शैकुद् ( for शचा ) & K (KsmUBSIDE ) धनुनय, BaDs नरो टप्स (for "सम) शक्तः पुरुषसतम, G2 अपि नरोत्तम Mशवा इति नरोत्तम 17 3K Dn Dr1T1 सु (for द्वि) क्षेत्र ) - महाभारते corx Da fo -*)8 (Ge missing) ergeren (for 61 (lefore cor ) मधुसूदन, Sat by ham. सत्यविक्रम

  • ) B (Gr

J 18 Gaam hapl 184 - Dna Daate 9 (Grum, G missing) (for) Ka Da नैको Des Do Dsr ding ) शासीद् ( lor अस्पन्) Mr q (for ot) अविमानी वन घरो - * ) G1 53 3 माति ( For मौ) BK चितू) 194) B. Darat ( for staret) −“) E11 D1 केचन के दfor कर्हि 20 ") D1 किनु [ Jor किमु ) Dr माम्रो (exc ), 35s गण ( for भाषण ) -1 ) 82 5 1 2 D1 सघ, Mt शक्ये ( lor शक्य ) Dna (fcr सा) Da शक्यममवित्रीशिर्तु - Das पदयमानो ( for अस्य ) Um 21 " ) Da Ds [ ( for } Sa Da Ma fद Dit lacans Dss. M (for सु) समरा (Tu मरा TG समरे { for कर गया) 361 Ea समर (for संग्राम ) -*} h चेदिराज्य (sle} (for "राज) Dan Das f (lor च) 22 Mhatransp 2nal and 293e-repeat aller 1931 Ms aller 224 - a Dan [ द्रोणवधपर्व चेदिराजश्ध निक्रान्तः प्रत्यक्षं निहतस्तन ॥ २१ स चाप्याक्यः संग्रामे जेतुं सर्वैः सुरासुरैः । चधार्थं तस जातोऽहमन्येषां च सुरद्विपाम् ॥ २२ त्वत्सहापो नरव्याघ्र लोकानां हितकाम्यया | हिडिम्बककिमरा भीमसेनेन पातिताः । रावणेन समप्राणा ब्रह्मयज्ञविनाशनाः ॥ २३ इतस्तथैव मायावी हैडिम्बेनाप्यलायुधः । हैडिम्बश्वाप्युपायेन शक्त्या कर्णेन घातितः ॥ २४ यदि होनं नाहनिष्यत्कर्णः शक्त्या महामृधे । शक्य 11 D1 [अ]शत G111 ( all both trewes) सूक्त, Ala (bolls touer) शक्ति (for [स]शक्य ) -) Ka सर्व ( for सर्वे ) सर्वासुरासुरै ● "धँसु ) रानपि G1 AM ( all both lunes ) जेतु - After 2248 Gs blins 1251* Daजेतु सर्वान्सु ( As यमेन्द्रसिद्धगन्धर्वान्चसुरुद्रान्मष्णात् । सदि जातजामदज । अजेय सर्वभूवाना जयेदपि दिवौकस | [{T 1) G1 [यमद्र] ( for [यमेन्द्र ) - ( 1 3 3 My अनय्य [for अजेय ) ] — After tlre secand oocurrence of 224, Mss read 230 for the first time repeating it uits proper place dj Ds &s lacans (for प्र) [902] 23 For the repetition of 236 in Mu-4 cf 91 22 - * ) 8 { lsMissing Ms [ all boll & mes 3) स्वद्विवार्थ (for स्वसहायो) 318 (all first t me) शिशुपारो मया हृत ० ) Ks Dus हैडिंस Dea Da Dio हिदव दिवि (for विदिस्य ) & K1-1 किदीरा Dos किमींग D हिमरा D करा Ds किर्मिरा, DI कम्मीरा, TU1सीरा, G2 311 हमीरा हमीरा (1or किमरा ) - 5 ) BPet Dna De (margas in text) घाविता { for पाथिवा ) —P» ow (bapl } £3* 277 Da om (hspl ) 2364-244 f) Das पक्षमझ { for मायक्ष ) Ko विनाशकान्। Gu Mia "शहा (for "शना ) 24 Dssom 24 {ef=123) & K [ha mausing) Diom 240 -43 Des ट्रैवेन Daa Da Ds हैडबिना ( for डिस्टेन) Diबलाय (hur ( प्प') - Dol Dai Da हैरैय( D1 वि )दर (to efi) D] [हेरोप्युपायेन | Dस (DDM