संस्कृतसंवादकृता वाक्याभ्यासाः

१। तत्र बालाः क्रीडन्ति।

 • There, the children play. 
 • वहाँ बच्चे खेलते हैं।

२। गुरुः शिष्यान् पाठयति।

 • The Guru teaches the pupils. 
 • गुरु शिष्यों को पढ़ाते हैं।

३। तस्मिन् गृहे जनाः न गच्छन्ति।

 • In that house, people do not go. 
 • उस घर में लोग नहीं जाते।

४। तस्य नाम सूर्यदेवः अस्ति।

 • His name is Suryadev. 
 • उसका नाम सूर्यदेव है।

५। सदा सत्यं वक्तव्यम्।

 • Truth should always be spoken. 
 • हमेशा सत्य बोलना चाहिए।

६। अर्जुनः शत्रून् हन्ति।

 • Arjuna kills enemies. 
 • अर्जुन शत्रुओं को मारता है।

७। शिवः हिमालये वसति।

 • Shiva resides in the Himalayas. 
 • शिव हिमालय में निवास करते हैं।

८। मुनयः तपः कुर्वन्ति।

 • The sages perform penance. 
 • मुनिगण तपस्या करते हैं।

९। गजः ईक्षुं भक्षयति।

 • The elephant eats sugarcane. 
 • हाथी गन्ना खाता है।

१०। पितामहः मातामहेन मिलति।

 • The paternal grandfather meets the maternal grandfather. 
 • दादा जी नाना जी से मिलते हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। गङ्गां नमामि।

 • I bow to the river Ganga. 
 • मैं गंगा को प्रणाम करता हूँ।

२। तरुणी वरं वृणोति।

 • The young maiden chooses a groom. 
 • युवती एक दूल्हा वरती है।

३। नारायणः क्षीरे सागरे शेते।

 • Narayana lies on the ocean of milk. 
 • नारायण क्षीरसागर पर शयन करते हैं।

४। तस्य पिता वंशीधरः वर्तते।

 • His father is VanshiDhara. 
 • उसके पिता वंशीधर हैं।

५। अस्याः माता पाठशालायां पाठयति।

 • Her mother teaches at a school. 
 • उसकी माँ स्कूल में पढ़ाती हैं।

६। त्वं मूढा असि।

 • You are foolish. 
 • तुम मूर्ख हो।

७। तव गुरुः पाषण्डं करोति।

 • Your teacher commits heresy. 
 • तुम्हारा गुरु धर्म विरोधी कार्य करता है।

८। वाजी क्षिप्रं धावति।

 • The horse runs swiftly. 
 • घोड़ा तेज़ी से दौड़ता है।

९। तस्य कौशलं श्लाघ्यम् अस्ति।

 • His skill is praiseworthy. 
 • उसकी कुशलता प्रशंसनीय है।

१०। एषा कस्य लेखनी अस्ति।

 • Whose pen is this?
 • यह किसकी कलम है?

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। वृद्धा मन्दं गच्छति।

 • The old woman walks slowly. 
 • बूढ़ी महिला धीरे चलती है।

२। राजा दण्डं दण्डयति।

 • The king administers punishment. 
 • राजा दण्ड सुनाता है।

३। सन्न्यासी यत्र कुत्र अटति।

 • The renouncer wanders here and there.
 • संन्यासी जहाँ-तहाँ भटकता है।

४। शरीरं गङ्गाजलेन शुध्यते।

 • The body is purified by the waters of the Ganges. 
 • गंगा के जल से शरीर शुद्ध होता है।

५। कुटुम्बी कुटुम्बे स्निह्यति।

 • The members love the family. 
 • परिवारजन परिवार से प्यार करते हैं।

६। जातस्य मृत्युः निश्चितः भवति।

 • Death is certain for the born. 
 • जन्म लेने वाले की मृत्यु निश्चित होती है।

७। धरा अस्माकं भारं धरति।

 • The earth bears our burden. 
 • पृथ्वी हमारा भार उठाती है।

८। पृथिवी कर्षणेन अन्नं प्रयच्छति।

 • The earth provides food through cultivation. 
 • भूमि खेती के माध्यम से भोजन प्रदान करती है।

९। वृक्षाः फलानि यच्छन्ति।

 • Trees yield fruits. 
 • पेड़ फल देते हैं।

१०। अधर्मिणः दुर्दशा भवति।

 • The wicked face misfortune.
 • अधर्मी की दुर्दशा होती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। मूषकः वस्त्राणि कर्तयति।

 • The mouse gnaws clothes. 
 • चूहा कपड़े चबाता है।

२। जलबिन्दुः सागरेण मिलति।

 • The drop merges with the ocean. 
 • बूँद समुद्र में मिलती है।

३। वाष्पोद्वाहनम् उड्डयते।

 • Hot-air balloon flies. 
 • वाष्प का गुब्बारा उड़ता है।

४। पतिः धर्मपत्नीम् ईक्षते।

 • The husband looks at his wife. 
 • पति धर्मपत्नी को देखता है।

५। वरः श्वसुरं नमति।

 • The groom bows to his father-in-law. 
 • दुल्हा अपने ससुर को नमस्कार करता है।

६। पितृव्यः मह्यं मिष्ठान्नं ददाति।

 • Uncle gives me sweets. 
 • चाचा जी मुझे मिठाई देते हैं।

७। किमर्थं तत्र गच्छसि।

 • Why are you going there? 
 • तुम वहाँ क्यों जा रहे हो?

८। पुरुषः चिकित्सकेन स्त्रीवत् परिवृत्यते।

 • The man is modified into woman-like by the doctor. 
 • चिकित्सक पुरुष को महिला की तरह बना देता है।

९। न धनलोलुपता ब्राह्मणं शोभते।

 • Greed for wealth does not adorn a Brahmin. 
 • धन की लालसा ब्राह्मण को नहीं शोभती है।

१०। न विद्वान् धनाढ्यं भजति।

 • A scholar does not worship the wealthy. 
 • विद्वान् धनवान को नहीं भजता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। वैद्यः रुग्णान् धनं याचति।

 • The doctor asks for money from the patients. 
 • वैद्य रोगियों से धन मांगता है।

२। यवनः दैवविग्रहान् खण्डयति।

 • The Yavana destroys idols. 
 • यवन मूर्तियों को तोड़ता है।

३। भारते राममन्दिरे प्राणप्रतिष्ठा अभवत्।

 • In India, the Prāna Pratishthā ceremony took place in the Rama temple. 
 • भारत में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्य हुआ।

४। अस्माकं समयः मूल्यवान् अस्ति।

 • Our time is precious. 
 • हमारा समय मूल्यवान है।

५। हरिणी हरिणे स्निह्यति।

 • The doe loves the stag. 
 • हिरणी हिरण को प्रेम करती है।

६। तस्याः पिता तां सुपुरूषाय ददाति।

 • Her father gives her to a gentle man. 
 • उसके पिता उसे एक सत्पुरुष को देते हैं।

७। सा पतिं सेवते‌।

 • She serves the husband. 
 • वह पति की सेवा करती है।

८। दम्पती दैवान् भजतः।

 • The couple worships the deities. 
 • दम्पती देवताओं को भजता है।

९। देवताः पूजकेभ्यो धनधान्यं प्रयच्छन्ति।

 • The deities bestow wealth upon the worshippers. 
 • देवता पूजकों को धन और धान्य प्रदान करते हैं।

१०। यवनः अन्ततः विनशिष्यति।

 • Ultimately, the Yavana will perish. 
 • अंत में, यवन नष्ट हो जाएगा।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। तस्याः प्रहस्तयोः दश अङ्गुलीयकानि सन्ति।

 • She has ten rings in her hands. 
 • उसके हाथों में दस अंगूठियाँ हैं।

२। वने सिंहः राजते।

 • The lion reigns in the forest. 
 • जंगल में सिंह राज करता है।

३। एषः गजः विशालकायः अस्ति।

 • This elephant is huge-bodied. 
 • यह हाथी विशालकाय है।

४। गुरुः वृक्षमूले आसने शोभते।

 • The teacher looks graceful sitting under the tree. 
 • गुरु पेड़ के नीचे बैठे हुए शोभायमान लगते हैं।

५। तस्य भार्य्या तम् अत्यजत्।

 • His wife abandoned him. 
 • उसकी पत्नी उसे छोड़ दिया।

६। सा तस्मात् धनं याचति।

 • She asks money from him. 
 • वह उससे पैसे मांगती है।

७। न्याय्याधीशः तं धनं दातुम् आज्ञापयति।

 • The judge orders him to give the money. 
 • न्यायाधीश उसे पैसे देने का आदेश देता है।

८। सः पिता भवितुम् इच्छति।

 • He wants to become a father. 
 • वह पिता बनना चाहता है।

९। तस्य माता तं तर्जति।

 • His mother scolds him. 
 • उसकी माँ उसे डाँटती है।

१०। सः गृहं त्यक्त्वा कुत्र अगच्छत्।

  • Having left home, where did he go? 
  • घर छोड़कर वह कहाँ गया?

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। स्वामी स्वहस्तेन अश्वं खादयति।

 • The Boss feeds the horse with his own hand. 
 • स्वामी अपने हाथ से घोड़े को खिलाता है।

२। मन्दिरे गौः आगच्छति।

 • The cow enters the temple. 
 • मंदिर में गाय आती है।

३। सा वक्तुं बिभेति।

 • She fears to speak. 
 • वह बोलने से डरती है।

४। कियत् प्रेम करोषि त्वम्।

 • How much do you love? 
 • तुम कितना प्यार करते हो?

५। सर्वान् परित्यज्य त्वाम् इच्छामि।

 • Abandon everyone, I desire you. 
 • सबको छोड़कर तुमको चाहता हूँ।

६। कविः काव्यं लिलिखिषति।

 • The poet wants to write poetry. 
 • कवि कविता लिखना चाहता है।

७। सेवकः अन्नं पचति।

 • The servant cooks food. 
 • नौकर खाना पकाता है।

८। मयि अपि हृदयः अस्ति।

 • I also have a heart. 
 • मेरे पास भी हृदय है।

९। सतां रक्षति भगवान्।

 • God protects the virtuous. 
 • भगवान नेकजनों की रक्षा करते हैं।

१०। अहं कति वारं वदानि।

  • How many times do I tell you? 
  • मैं तुम्हें कितनी बार कहूँ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। माता दैवं पूजयति।

 • The mother worships the Daiva. 
 • माँ दैव की पूजा करती है।

२। पिता प्रातः उत्तिष्ठति।

 • The father wakes up in the morning. 
 • पिता जी सुबह उठते हैं।

३। अग्रजः मित्रैः सह गच्छति।

 • The elder brother goes with friends. 
 • बड़ा भाई दोस्तों के साथ जाता है।

४। अग्रजा चित्रं चित्रयति।

 • The elder sister paints a painting. 
 • बड़ी बहन एक चित्र आँकती है।

५। पितामहः ग्रामसभां गच्छति।

 • The grandfather goes to the village assembly. 
 • दादाजी गाँव की सभा में जाते हैं।

६। मातामहः माम् आह्वयति।

 • The maternal grandfather calls me. 
 • नाना मुझे बुलाते है।

७। मातामही मम अनुजे स्निह्यति।

 • The maternal grandmother loves my younger brother. 
 • नानी मेरे‌ छोटे भाई से प्यार करती हैं।

८। पितृव्या गृहं प्रविशति।

 • The paternal aunt enters the house. 
 • चाची गृहप्रवेश करती हैं।

९। पितृव्यः प्रसन्नवदनः तिष्ठति।

 • The paternal uncle remains happy. 
 • चाचा जी खुशबदन रहते हैं।

१०। पितृष्वसा पितृव्यां निन्दति।

  • Father's sister criticizes aunty. 
  • भुआ चाची की निंदा करती हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। ब्रह्मणः चतुर्भ्यः मुखेभ्यः वेदाः निस्सृताः।

 • The Vedas emerged from the four mouths of Brahma. 
 • वेद ब्रह्मा के चार मुखों से निकले।

२। सत्यभामा भूमिदेवी अस्ति।

 • Satyabhama is the goddess of the earth. 
 • सत्यभामा भूदेवी हैं।

३। इन्द्रस्य पत्नी शुची अस्ति।

 • Indra's wife is Shuchi. 
 • इंद्र की पत्नी शुची है।

४। हनुमान् गिरिं धरति।

 • Hanuman carries a mountain. 
 • हनुमान पहाड़ उठाते हैं।

५। अहं वंशीवादनं न जानामि।

 • I do not know how to play the flute. 
 • मुझे बांसुरी बजाना नहीं आता।

६। रामात् परं धनुर्धरः न विद्यते।

 • There is no greater archer than Rama. 
 • राम से बड़ा धनुर्धारी कोई नहीं है।

७। वासुदेवस्य अष्टौ भार्य्याः प्रधानाः।

 • Vasudeva had eight principal wives. 
 • वासुदेव के आठ प्रमुख पत्नियाँ थीं।

८। राजा दरिद्राय उत्तरीयं यच्छति।

 • The king donates a robe to the poor. 
 • राजा दरिद्र को उत्तरीय देता है।

९। कदा गन्तासि उद्योगाय पुत्र।

 • When will you go for work, son? 
 • बेटा, तू कब काम के लिए जाएगा?

१०। अशोकवाटिकायां भाग्यश्रीः न्यवसत्।

  • The goddess of fortune lived in the Ashoka grove. 
  • भाग्यश्री ने अशोक वाटिका में निवास किया था।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सः रसालवृक्षम् आरोहयति।

 • He climbs the mango tree. 
 • वह आम के पेड़ पर चढ़ता है।

२। तस्याः पाणिग्रहणं जातम्।

 • Her hand holding ceremony happened.
 • उसका पाणिग्रहण हुआ।

३। अहं यामि।

 • I am going. 
 • मैं जा रहा हूँ।

४। तत्र सेवकाः न सन्ति।

 • There are no servants there. 
 • वहाँ कोई सेवक नहीं हैं।

५। दुष्टाः स्वार्थम् अभिलक्ष्य राजन्ते।

 • Wicked people rule by selfishness. 
 • बुरे लोग स्वार्थ देखकर शासन करते हैं।

६। परस्मै यत् क्रियते तत् पुण्यम्।

 • Whatever is done for others is virtue. 
 • जो कुछ भी दूसरों के लिए किया जाता है, वह पुण्य है।

७। मम मातामही मांसाहारिणी नास्ति।

 • My grandmother is not a non-vegetarian. 
 • मेरी नानी मांस नहीं खाती हैं।

८। सा नित्यं पितृपदं पूजयति।

 • She worships the father regularly.
 • वह नित्य पिता की पूजा करती है।

९। माता पुत्रं त्यक्त्वा गच्छति।

 • The mother leaves her son and goes. 
 • माँ अपने बेटे को छोड़कर जाती हैं।

१०। स्नुषा श्वसुरम् अपमन्यते।

  • The daughter-in-law disrespects her father-in-law. 
  • बहू ससुर का अपमान करती हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। मत्स्याः सुखेन तरन्ति।

 • Fish swim happily. 
 • मछलियाँ खुशी से तैरती हैं।

२। वानरः शिलायां कूर्दते।

 • The monkey jumps on the rock. 
 • बंदर पत्थर पर कूदता है।

३। चटका कूजते।

 • The sparrow chirps. 
 • गौरैया चहचहाती है।

४। मूषकः गणेशं वहति।

 • The mouse carries Lord Ganesha. 
 • मूषक गणेश जी का वहन करता है।

५। वन्दी राजानं प्रशंसति।

 • The laudator praises the king. 
 • बंदी राजा की सराहना करता है।

६। दासी राज्ञीं सेवते।

 • The maid serves the queen. 
 • दासी रानी की सेवा करती है।

७। सा तडागे‌ स्नाति।

 • She bathes in the pond. 
 • वह तालाब में स्नान करती है।

८। सर्पः परीक्षितं दशति।

 • The snake bites Parikshit. 
 • साँप परीक्षित को डसता है।

९। गरुडः सर्पान् भक्षयति।

 • The Garuda eats the snakes. 
 • गरुड़ साँपों को खाता है।

१०। सिंहः व्याघ्रं विलोक्य गर्जति।

  • The lion roars upon seeing the tiger. 
  • शेर बाघ को देखकर गरजता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। मम पिता वृत्तपत्रं पठति।

 • My father reads the newspaper. 
 • मेरे पिताजी समाचारपत्र पढ़ते हैं।

२। माता शाकान् कृन्तति।

 • Mother chops the vegetables. 
 • माँ सब्जियाँ काटती हैं।

३। वाहनानि धावन्ति।

 • Vehicles are running. 
 • वाहन चल रहे हैं।

४। शाकविक्रेता शाके जलं सिञ्चति।

 • The vegetable vendor waters the vegetables. 
 • सब्जीवाले सब्जियों पर पानी छिड़कते है।

५। अहं श्रीमद्भगवद्गीतां अधीये।

 • I study the Shrimad Bhagavad Gita. 
 • मैं श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ता हूँ।

६। गुरुः शिष्ये पुत्रवत् स्निह्यति।

 • The teacher loves the student like a son. 
 • गुरु छात्र को पुत्र की तरह प्यार करता है।

७। कर्णः परशुरामं मिथ्याम् उवाच।

 • Karna spoke a lie to Parashurama. 
 • कर्ण ने परशुराम से झूठ बोला।

८। सूर्यः तपति।

 • The sun shines. 
 • सूर्य तपता है।

९। वृक्षाः फलन्ति।

 • Trees bear fruit. 
 • पेड़ फलते हैं।

१०। निर्मला नदी वहति।

  • The clean river flows. 
  • निर्मल नदी बहती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। पुरोहितः शङ्खं धमति।

 • The priest blows the conch shell. 
 • पुरोहित शंख बजाता है।

२। श्रीकृष्णः भक्तं दृष्ट्वा स्मयते।

 • Lord Krishna smiles upon seeing the devotee. 
 • श्रीकृष्ण भक्त को देखकर मुस्कुराते हैं।

३। राधा कर्णं पालयति।

 • Radha nurtures Karna. 
 • राधा कर्ण की परवरिश करती है।

४। सीता श्रीरामविरहे रोदिति।

 • Sita cries in the separation from Lord Rama. 
 • सीता श्रीराम के वियोग में रोती है।

५। कालीदासः रघुवंशम् अरचयत्।

 • Kalidasa composed the Raghuvamsha. 
 • कालिदास ने रघुवंशम् रचा।

६। भोजः राजर्षिः आसीत्।

 • Bhoja was a royal sage. 
 • भोज एक राजर्षि थे।

७। अष्टावक्रः जनकस्य गुरुः आसीत्।

 • Ashtavakra was Janaka's teacher. 
 • अष्टावक्र जनक के गुरु थे।

८। शिशुः अक्षराणि बोधते।

 • The child recognises the letters. 
 • बच्चा अक्षरों को पहचानता है।

९। सा युद्धनीतिं जानाति।

 • She knows the war tactics. 
 • वह युद्धनीति को जानती है।

१०। तस्याः पतिः धनार्जनं न जानाति।

  • Her husband doesn't know how to earn wealth. 
  • उसके पति को धन कमाना नहीं आता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। गोविन्दः रामेण सह क्रीडति।

 • Govinda plays with Rama. 
 • गोविन्द राम के साथ खेलता है।

२। एतद् वनं रमणीयम् अस्ति।

 • This forest is beautiful. 
 • यह वन रमणीय है।

३। तत्र कुत्रचित् एकः वानरः निवसति।

 • Somewhere there, a monkey lives. 
 • वहाँ कहीं एक बंदर रहता है।

४। अयम् अध्ययनं करोति।

 • This man studies. 
 • यह पढता है।

५। अहं गृहे सुखी अस्मि।

 • I am happy at home. 
 • मैं घर पर सुखी हूँ।

६। योगः मम शरीरं रक्षति।

 • Yoga protects my body. 
 • योग मेरे शरीर की रक्षा करता है।

७। मम गृहे अतिथिः आगमिष्यति।

 • A guest will come to my home. 
 • मेरे घर में एक मेहमान आने वाला है।

८। संस्कृतस्य अध्ययनं कर्तुं बालकः प्रयतते।

 • The boy tries to study Sanskrit. 
 • लड़का संस्कृत पढ़ने का प्रयास करता है।

९। मम पिता वैद्यः अस्ति।

 • My father is a doctor. 
 • मेरे पिताजी वैद्य हैं।

१०। सः शिक्षकः विद्यालये सदा उपस्थितः अस्ति।

 • That teacher is always present at the school. 
 • वह शिक्षक विद्यालय में सदा उपस्थित रहता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। नववधूः गवाक्षेण परिपश्यति।

 • The new bride looks around through window. 
 • नई दुल्हन खिड़की से सब ओर देखती है।

२। अहं स्वसारम् आह्वयामि।

 • I call sister. 
 • मैं बहन को बुलाता हूँ।

३। तस्य पिता दण्डं धृत्वा चलति।

 • His father walks holding a stick. 
 • उसके पिता लाठी पकड़कर चलते हैं।

४। वृद्धस्य नाम जगन्नाथशास्त्री अस्ति।

 • The old man's name is Jagannath Shastri. 
 • बुजुर्ग का नाम जगन्नाथ शास्त्री है।

५। कस्य नाम प्रभाकरः अत्र।

 • Whose name is Prabhakar here? 
 • यहाँ किसका नाम प्रभाकर है?

६ मम भार्य्या शाकान् क्षिपति।

 • My wife throws vegetables. 
 • मेरी पत्नी सब्जियाँ फेंकती है।

७। किमर्थं कुक्कुटः न उड्डयते।

 • Why doesn't the cock flies? 
 • मुर्गा क्यों नहीं उड़ता है?

८। तव चिन्तने दोषः अस्ति।

 • There is a fault in your thinking. 
 • तुम्हारे विचार में दोष है।

९। पितः अहं न जानामि तम्।

 • Father, I don't know him. 
 • पिताजी मैं उसे नहीं जानती।

१०। तत्र वनचराः रमन्ते।

  • There, the forest dwellers roam. 
  • वहाँ, वनवासी घूमते हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। गोपिकाः नृत्यन्ति।

 • The milkmaids dance. 
 • गोपिकाएँ नाचती हैं।

२। तव वस्त्रं मलिनम् अस्ति।

 • Your clothes are dirty. 
 • तुम्हारा कपड़ा गंदा है।

३। गजः नद्यां स्नाति।

 • The elephant bathes in the river. 
 • हाथी नदी में स्नान करता है।

४। शिखण्डी रथं नयति।

 • Shikhandi drives the chariot. 
 • शिखण्डी रथ चलाता है।

५। लक्ष्मणः इन्द्रजितं जघान।

 • Lakshmana had struck Indrajit. 
 • लक्ष्मण ने इन्द्रजित को मारा था।

६। मण्डूकः सोपाने कूर्दते।

 • The frog jumps on the stairs. 
 • मेंढ़क सीढ़ियों पर कूदता है।

७। सा दुष्टे शिलां क्षिपति।

 • She throws a stone at the wicked. 
 • वह दुष्ट पर पत्थर फेकती है।

८। मम मित्रं वदति यत् सा माम् एव ईक्षते।

 • My friend says that she's staring me. 
 • मेरा मित्र कहता है कि वह मुझे ही निहारती है।

९। किमर्थं नटसि।

 • Why are you dancing? 
 • तुम क्यों नाच रहे हो?

१०। भीमस्य भुजौ एव शस्त्रे स्तः।

 • Bhima's weapons are the arms. 
 • भीम की भुजाऐं ही शस्त्र हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अहं प्रतिदिनं कार्यालयं गच्छामि।

 • I go to the office every day. 
 • मैं प्रतिदिन कार्यालय जाता हूँ।

२। मम पत्यै अहं न रोचे।

 • I do not please my husband. 
 • मैं मेरे पति को नहीं सुहाती हूँ।

३। सन्न्यासी द्वारे द्वारे भिक्षते।

 • The renouncer begs from door to door. 
 • संन्यासी द्वार-द्वार भिख माँगता है।

४। स ब्राह्मणः मिताहारी अस्ति।

 • That Brahmin is a modest eater.
 • वे ब्राह्मण कम आहार लेनेवाले हैं।

५। तस्य स्वसा स्वपतिगृहं जिगमिषति।

 • His sister wishes to go to her husband's house. 
 • उसकी बहन अपने पति के घर जाना चाहती है।

६। लेखकस्य नाम देवपाणिः अस्ति।

 • The author's name is Devapani. 
 • लेखक का नाम देवपाणि है।

७। नार्या गृहं शोभते।

 • The woman beautifies the home. 
 • नारी से घर शोभती है।

८। पुत्रः पितृचरणं सेवते।

 • The son serves his father's feet. 
 • बेटा अपने पिता के पाँव की सेवा करता है।

९। तस्य पितरौ तं शास्त्राणि न पाठयतः।

 • His parents do not teach him scriptures. 
 • उसके माता-पिता उसे शास्त्र नहीं पढ़ाते।

१०। तौ हि स्वपुत्रस्य शत्रू स्तः।

 • They are the enemies of their own son. 
 • वे ही अपने पुत्र के शत्रु हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अहं कूपजलेन स्नामि।

 • I bathe with well water. 
 • मैं कुएं के पानी से नहाता हूँ।

२। सा मां दृष्ट्वा हसति।

 • She laughs upon seeing me. 
 • वह मुझे देखकर हंसती है।

३। मूर्खाः उच्चैः भाषन्ते।

 • Fools speak loudly. 
 • मूर्ख ऊँचा बोलते हैं।

४। ब्राह्मणः घोषयति शान्तिश्शान्तिश्शान्तिः।

 • The Brahmin proclaims "Peace, Peace, Peace." 
 • ब्राह्मण घोषणा करता है, "शान्ति, शान्ति, शान्ति।"

५। अबुद्धयः बहु भाषन्ते।

 • The ignorant speak a lot. 
 • अज्ञानी बहुत बोलते हैं।

६। कच्छपः चिरकालं जीवति।

 • The tortoise lives for a long time. 
 • कछुआ बहुत लंबे समय तक जीता है।

७। नरः प्रतिदिनं कर्म करोति।

 • The man does work every day. 
 • पुरुष हर दिन काम करता है।

८। चित्रकारः धनं स्वीकृत्य चित्रयति।

 • The artist accepts money and paints. 
 • चित्रकार धन लेकर चित्र बनाता है।

९। विद्वांसः दुर्लभाः लोके।

 • Scholars are rare in the world. 
 • विद्वान् लोग लोक में दुर्लभ होते हैं।

१०। युवकाः स्वम् अतिमन्यन्ते।

 • Young men exalt their own. 
 • युवा लोग अपने को बहुत समझते हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। ब्रह्मचारी बहूनि पुस्तकानि अधीते।

 • The celibate student reads many books. 
 • ब्रह्मचारी बहुत से पुस्तकें पढ़ता है।

२। तेषां मार्गे माऽगमः।

 • Don't get into their way.
 • उनके मार्ग में मत जा।

३। हस्ती मत्तः अभवत्।

 • The elephant became intoxicated. 
 • हाथी मतवाला हो गया।

४। व्याघ्राः मांसम् अन्विषन्ति।

 • Tigers seek meat. 
 • बाघ मांस ढूँढते हैं।

५। घटिका समयं सूचयति।

 • The clock indicates the time. 
 • घड़ी समय की सूचना करती है।

६। विष्णुः सर्वं सदा पश्यति।

 • Vishnu always sees everything. 
 • विष्णुजी हमेशा सब कुछ देखते हैं।

७। देही देहस्य ईश्वरः कथ्यते।

 • The embodied soul is called the Lord of the body. 
 • शरीरी शरीर का ईश्वर कहलाता है।

८। श्रेष्ठी शीतकाले कम्बलदानं करोति।

 • The merchant donates blankets in the winter. 
 • सेठ जी सर्दी में कंबल दान करते हैं।

९। कपोती अण्डं सूते।

 • The dove lays an egg. 
 • कबूतरी अंडा देती है।

१०। मम नाम विष्णुदासः अस्ति।

 • My name is Vishnudasa. 
 • मेरा नाम विष्णुदास है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। प्रकाशसिंहः पुस्तकं लिखति।

 • Prakash Singh writes a book. 
 • प्रकाशसिंह पुस्तक लिखता है।

२। मम पुत्रिकायै गजः रोचते।

 • My daughter likes elephants. 
 • मेरी बेटी को हाथी पसंद है।

३। पुरुषः उद्यमेन कार्यसिद्धिम् आप्नोति।

 • A man achieves success through effort. 
 • एक पुरुष उद्यम से काम में सफलता प्राप्त करता है।

४। नदी माता इव जन्तून् पालयति।

 • The river nourishes creatures like a mother. 
 • नदी माँ की तरह जीवों का पोषण करती है।

५। वृक्षः सत्सु अग्रगणी वर्तते।

 • The tree is the first among the virtuous. 
 • पेड़ सज्जनों में अग्रगणी है।

६। अर्जुनः धनुः उद्यम्य परीक्षते।

 • Arjuna watch around after lifting the bow. 
 • अर्जुन धनुष् उठाकर चारों ओर देखता है।

७। मम नाम्ना पर्वताः कम्पन्ते।

 • Mountains tremble at my name. 
 • मेरे नाम से पहाड़ कापते हैं।

८। मम भार्य्यया अहं कम्पे।

 • I tremble in front of my wife. 
 • मेरी पत्नी से मैं कांपता हूँ।

९। धार्म्मिकः आत्मानं न अवसादयति।

 • The righteous one does not depress oneself. 
 • धार्मिक व्यक्ति स्वयं को अवसाद नहीं देता।

१०। यदा सुवर्णा चलति तदा राहुलः अनुगच्छति।

 • When Suvarna moves, then Rahul follows. 
 • जब सुवर्णा चलती है, तब राहुल उसके पीछे चलता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। हे धीमन् गर्वं मा कुरु।

 • O wise one, do not be proud. 
 • हे बुद्धिमान, गर्व मत करो।

२। आवाम् अधुना मोदिष्यावः मित्र।

 • We two will rejoice together now, friend. 
 • अब हम साथ में मजे करेंगे, मित्र।

३। मया श्वः प्रातः पर्णपत्तनं गन्तव्यम्।

 • I have to go to Parnapattanam tomorrow morning.
 • मुझे कल सुबह पर्णपत्तनम् जाना होगा।

४। धिक् कीदृशः जनाः सन्ति जगति।

 • Alas! What kind of people are there in this world.
 • धिक्कार है इस दुनिया में कैसे-कैसे लोग हैं।

५। सम्प्रति केचन पुरुषाः स्त्रीत्वं काङ्क्षन्ते।

 • Some men currently desire to be women. 
 • कुछ लोग अभी महिला बनना चाहते हैं।

६। रुष्टा स्त्री सर्वं नाशयति।

 • An angry woman destroys everything. 
 • एक क्रोधित स्त्री सब कुछ नष्ट कर देती है।

७। बहूनि वञ्चनानि लोके अस्मिन् प्रवर्तन्ते।

 • Many deceptions occur in this world. 
 • इस दुनिया में बहुत सारे धोखे होते हैं।

८। शिशुः प्रथमवारं व्योममार्गेण प्रयाति।

 • The baby is traveling through the airway for the first time. 
 • शिशु पहली बार हवाई मार्ग से यात्रा कर रहा है।

९। पितामही मां स्वपन्तं दृष्ट्वा तर्जयति।

 • The Grandmother scolds me after seeing me sleeping. 
 • दादी मुझे सोते हुए देखकर डाँटती है।

१०। अहं पितामहीं स्वपन्तीं विलोक्य प्रकाशं शाम्यामि।

  • I turn off the lights after seeing the grandmother sleeping. 
  • मैं दादी को सोती हुई देखकर बत्ती बुझा देता हूँ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। प्रतिदिनं वाक्यानि लिखन्तु सर्वे।

 • Everyone write sentences every day. 
 • सब लोग प्रतिदिन वाक्य लिखें।

२। अभ्यासेन ज्ञानं दृढत्वं समधिगच्छति।

 • Through practice, knowledge gains stability. 
 • अभ्यास से ज्ञान को दृढता मिलती है।

३। बहुजनाः वाक्यानि पठित्वा तुष्यन्ति।

 • Many people feel satisfied after reading sentences. 
 • बहुत से लोग वाक्य पढ़कर संतुष्ट होते हैं।

४। केचन जनाः उद्याने भ्रमन्ति।

 • Some people wander in the park. 
 • कुछ लोग उद्यान में घूमते हैं।

५। एकः बालकः धूम्रं पिबति।

 • One boy is smoking. 
 • एक लड़का धूम्रपान करता है।

६। क्षणिकसुखं कालान्तरे करालं रोगं ददाति।

 • Temporary pleasure leads to severe illness later. 
 • अस्थायी सुख बाद में गंभीर रोग देता है।

७। खं गच्छति यः सः खगः कथ्यते।

 • One who goes in the sky is called a bird. 
 • जो आसमान से जाता है उसे पंछी कहते हैं।

८। माता गच्छन्तं बालकं विलोकयति।

 • The mother sees the boy going. 
 • माँ जाते हुए बच्चे को देखती हैं।

९। तस्य तनुः बुभुक्षया अशुष्यत्।

 • His body dried up due to hunger. 
 • उसका शरीर भूख से सूख गया।

१०। प्रजापालनम् एव राजधर्मः वर्तते।

  • Nourishing the public is the raj dharma. 
  • प्रजा का पालन करना ही राजाधर्म है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। व्याधः जन्तून् प्रलोभयति।

 • The hunter tempts the animals. 
 • शिकारी जानवरों को प्रलोभित करता है।

२। मूषकः अन्नम् अन्विषति।

 • The mouse searches for food. 
 • चूहा अन्न ढूँढता है।

३। कारागारे नर्तनं भवति।

 • There is dancing in the prison. 
 • जेल में नृत्य होता है।

४। तस्य नाम राकेशशर्मा अस्ति।

 • His name is Rakesh Sharma. 
 • उसका नाम राकेश शर्मा है।

५। व्योमयात्री यात्रायै सज्जः अस्ति।

 • The space traveler is ready for the journey. 
 • अंतरिक्ष यात्री यात्रा के लिए तैयार है।

६। सूर्यवंशे दिलीपः बभूव।

 • Dilip was from the solar dynasty. 
 • दिलीप सूर्यवंश में हुए।

७। बालगणेशः कुबेरगृहं गच्छति।

 • Young Ganesh goes to Kubera's house. 
 • बाल गणेश कुबेर के घर जाते हैं।

८। सर्पाः गरुडाद् बिभ्यति।

 • Snakes fear Garuda. 
 • साँप गरुड़ से डरते हैं।

९। तेषां विद्यालये शिक्षकाः न आगच्छन्ति।

 • The teachers do not come to their school. 
 • उनके विद्यालय में शिक्षक नहीं आते हैं।

१०। तस्याः गृहे जलम् अपि नास्ति।

  • There is not even water in her house. 
  • उसके घर में पानी भी नहीं है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। विश्वजित् हस्ते खड्गं धरति।

 • Vishwajit holds a sword in hand.
 • विश्वजित् हाथ में तलवार धारण करता है।

२। लघ्वी कन्या नृत्यति।

 • The little girl dances.
 • छोटी बच्ची नाचती है।

३। प्रभाशङ्करस्य माता रोदिति।

 • The mother of Prabhāśaṅkara weeps.
 • प्रभाशङ्कर की माँ रोती है।

४। तस्याः प्रियतमः तस्याः गृहं परितः अटति।

 • Her beloved one wanders around her house.
 • उसका प्रियतम उसके घर के चारों ओर घूमता है।

५। कुबेरस्य सर्वं भोजम् एकदन्तः भुङ्क्ते।

 • The single-toothed one (Ganesha) eats all the food of Kubera.
 • कुबेर का सभी भोजन एकदंत खाते हैं।

६। तस्य तडागे जलं नास्ति।

 • There is no water in his pond.
 • उसके तालाब में पानी नहीं है।

७। मम विडालः रुग्णः जातः।

 • My tomcat has fallen ill.
 • मेरा बिल्ला रुग्ण हो गया है।

८। विहगौ उड्डयेते।

 • The two birds fly.
 • पंछी का जोड़ा उड़ता है।

९। तव प्रवृत्तिं जानामि।

 • I know about your nature.
 • मुझे तुम्हारी प्रवृत्ति पता है।

१०। तस्य पिता धर्मं जानाति।

 • His father knows the Dharma.
 • उसके पिता धर्म को जानते हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। कूपं परितः स्त्रियः हसन्ति।

 • Women laugh around the well.
 • स्त्रियाँ कुएं के चारों ओर हँसती हैं।

२। तस्याः मार्गे शुनकः शेते।

 • A dog sleeps on her path.
 • उसके मार्ग में एक कुत्ता सोता है।

३। सः सिंहात् बिभेति।

 • He fears a lion.
 • वह शेर से डरता है।

४। तस्य ग्रामे कः अपि धनिकः नास्ति।

 • There is no rich person in his village.
 • उसके गाँव में कोई धनी नहीं है।

५। आवां कालिकापुरं गच्छावः।

 • We both go to Kalikapuram.
 • हम दोनों कालिकापुर जाते हैं।

६। तस्य नेता भ्रष्टः अस्ति।

 • His leader is corrupt.
 • उसका नेता भ्रष्ट है।

७। मम मनः आधिग्रस्तं कृतम्।

 • My mind is suffering illness.
 • मेरा मन आधि से ग्रस्त है।

८। गुरुः उत्तरं जानाति।

 • The Guru knows the answer.
 • गुरु उत्तर जानते हैं।

९। जन्म एव मृत्युः इति बुद्धवचनम्।

 • Birth is indeed death, so says the Buddha.
 • जन्म ही मृत्यु है, ऐसा बुद्ध का कहना है।

१०। बालगोविन्दः कबीरं भजते।

 • Balagovind worships Kabir.
 • बालगोविन्द कबीर को भजते है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। तस्य पिता कार्यालयं याति।

 • His father goes to the office.
 • उसके पिता कार्यालय जाते हैं।

२। तस्य स्यूते धनं नास्ति।

 • There is no money in his bag.
 • उसकी थैले में पैसा नहीं है।

३। मम माता पितृव्या सह मिलति।

 • My mother meets with aunty.
 • मेरी माँ चाची से मिलती हैं।

४। वरस्य पितरौ वधूम् अन्विषतः।

 • The groom's parents seek a bride.
 • दुल्हे के माता-पिता दुल्हन की खोज में हैं।

५। कति आम्राणि त्वया खादितानि।

 • How many mangoes have you eaten?
 • तुमने कितने आम खाए हैं?

६। त्वं किमर्थं क्रुद्धः असि।

 • Why are you angry?
 • तुम क्यों गुस्से में हो?

७। सा मां न अभिजानाति।

 • She does not recognize me.
 • वह मुझे पहचानती नहीं है।

८। तस्य पुत्राः मां हे मातुल इति वदन्ति।

 • His sons address me as "uncle".
 • उसके बेटे मुझे "मामा" कहकर बुलाते हैं।

९। त्वया विना आम्रम् अपि निम्बः इव भाति माम्।

 • Without you, even the mango appears like a Neem.
 • तुम्हारे बिना आम भी मुझे नीम की तरह लगता है।

१०। बालाः वटस्य अधः क्रीडन्ति।

 • The children play beneath the banyan tree.
 • बच्चे बरगद के नीचे खेलते हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

त्वं मां किमर्थम् अवमन्यसे तात।

 • Why do you disrespect me, sir?
 • आप मुझे क्यों अपमानित करते हैं, तात?

सा सर्वदा प्रियं वदति।

 • She always speaks sweetly.
 • वह हमेशा प्रिय कहती है।

मर्कटः धनं हृत्वा धावति।

 • The monkey runs away after stealing the money.
 • बंदर धन चोरी करके भागता है।

तस्य नाम न जानामि।

 • I don't know his name.
 • मुझे उसका नाम नहीं पता।

रामस्य बलम् अवेक्ष्य सर्वे विस्मिताः सन्ति।

 • All are amazed after witnessing Rama's strength.
 • सभी लोग राम का बल देखकर विस्मित हैं।

तव सान्निध्यं न अपेक्षितं मया।

 • I did not expect your presence.
 • मैंने तुम्हारे उपस्थिति की अपेक्षा नहीं की थी।

तव कति भ्रातरः सन्ति।

 • How many brothers do you have?
 • तुम्हारे कितने भाई हैं?

मकरस्य दन्ताः वज्रम् इव सन्ति।

 • The teeth of a crocodile are like Vajra.
 • मगरमच्छ के दांत वज्र के समान होते हैं।

द्वारपालाः कार्यं न कुर्वन्ति।

 • The gatekeepers are not doing their duty.
 • द्वारपाल कार्य नहीं कर रहे हैं।

राज्ञः समीपं न बहु वक्तव्यम्।

 • Much shouldn't be spoken near the king.
 • राजा के पास बहुत नहीं बोलना चाहिए।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

पञ्चवादने कुक्कुटाः कूजन्ति।

 • The roosters crow at 5'o Clock.
 • मुर्गे पाँच बजे बाँग देते हैं।

बिडालः दुग्धं चोरयते।

 • The tomcat steals the milk.
 • बिल्ला दूध चुराता है।

मम मतिः दुष्टा अस्ति।

 • My thinking is wicked.
 • मेरी मति दुष्ट है।

तेषां जन्म सफलं गतम्।

 • Their birth has been successful.
 • उनका जन्म सफल गया।

महान् पण्डितः एषः दामोदरः अस्ति।

 • This great scholar is Damodara.
 • यह महान् विद्वान् दामोदर है।

अहं भवते धनं दातुं न इच्छामि।

 • I do not wish to give you money.
 • मैं आपको धन देना नहीं चाहता।

किमर्थं मां दुष्यसि।

 • Why do you insult me?
 • तुम मुझे क्यों दूषते हो?

सा कन्या पाककुशला अस्ति।

 • That girl is skilled in cooking.
 • वह कन्या खाना पकाने में कुशल है।

प्रधानमन्त्री अद्य वदतु।

 • The Prime Minister should speak today.
 • प्रधानमंत्री आज बोलें।

बालैः उक्तं कथम् एतत्।

 • The children said How So?
 • बच्चों ने कहा ऐसा कैसे?

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। चौरः वस्त्रेण शिशुं प्रच्छाद्य नयति।

 • The thief carries away the baby after wrapping in clothes.
 • चोर शिशु को कपड़ों में लपेटकर ले जाता है।

२। रामः दशरथस्य मृत्युं न जानाति।

 • Rama does not know about Dasharatha's death.
 • राम दशरथ की मृत्यु के बारे में नहीं जानते।

३। कीदृग् अयं प्रकल्पः ते।

 • What kind of plan is this of yours?
 • तुम्हारी यह कैसी योजना है?

४। तव नाम्ना सर्वे बिभ्यति।

 • Everyone is afraid of your name.
 • तुम्हारे नाम से सब डरते हैं।

५। मम रथे धनुः रक्षितम्।

 • My bow is kept in the chariot.
 • मेरा धनुष रथ में रखा हुआ है।

६। कुत्र गच्छसि तात।

 • Where are you going, sir?
 • कहाँ जा रहे हैं, तात?

७। बालिका मातरं दृष्ट्वा हसति।

 • The girl laughs after seeing the mother.
 • लड़की अपनी माँ को देखकर हँसती है।

८। अर्जुनः नर्तकः अपि आसीत्।

 • Arjuna was also a dancer.
 • अर्जुन नर्तक भी था।

९। विद्याधरः मूर्खः अस्ति।

 • Vidhyadhara is foolish.
 • विद्याधर मूर्ख है।

१०। तस्य मुखदर्शनं नाम पापम्।

 • Seeing his face is a sin.
 • उसका मुँह देखना पाप है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। व्याघ्रः अश्वम् अन्विषति।

 • The tiger searches for the horse.
 • बाघ घोड़े को ढूंढता है।

२। सः हरिद्वारे कुत्र निवसति।

 • Where does he live in Haridwar?
 • वह हरिद्वार में कहाँ रहता है?

३। मम पिता वैद्यः नास्ति।

 • My father is not a doctor.
 • मेरे पिता वैद्य नहीं हैं।

४। सा मधुरं वदति।

 • She speaks sweetly.
 • वह मीठा बोलती है।

५। तस्य भार्य्या धनं चोरयति।

 • His wife steals the money.
 • उसकी पत्नी पैसे चुराती है।

६। द्रौपद्या पाण्डवाः धिक्कृताः।

 • The Pandavas were insulted by Draupadi.
 • द्रौपदी ने पाण्डवों को धिक्कारा।

७। मात्रा अन्नं भक्षितम्।

 • The food was eaten by the mother.
 • माँ ने अन्न खाया।

८। मालाकारिणी उद्यानं गच्छति।

 • The female garland maker goes to the garden.
 • मालिन उद्यान जाती है।

९। मम पतिः मदिरां पिबति।

 • My husband drinks alcohol.
 • मेरे पति शराब पीते हैं।

१०। अहं विष्णुः अहम् एव शिवः।

 • I am Vishnu, I am indeed Shiva.
 • मैं विष्णु हूँ, मैं ही शिव हूँ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। गजः शुण्डेन जलं पिबति।

 • The elephant drinks water with the trunk.
 • हाथी सूंड से पानी पीता है।

२। सीता हनुमता सह न जिगमिषति।

 • Sita does not want to go with Hanuman.
 • सीता हनुमान के साथ जाना नहीं चाहती।

३। सा सपत्न्यै न ईर्ष्यति।

 • She does not envy the co-wife.
 • वह सौतन से ईर्ष्या नहीं करती।

४। क्लान्ताय श्रमिकाय जलं देहि।

 • Give water to the tired worker.
 • थके हुए श्रमिक को पानी दो।

५। अहम् अपि तत्रैव गच्छामि।

 • I also go there.
 • मैं भी वहाँ जाता हूँ।

६। सखि पतिः न वशे मे।

 • Oh dear! The husband is not under my control.
 • हे सखि पति मेरे वश में नहीं है।

७। मम पुत्राय दास्यामि सर्वम्।

 • I will give everything to my son.
 • मैं अपने बेटे को सब कुछ दूंगा।

८। प्रभाकरः दयालुः अस्ति।

 • Prabhakar is kind.
 • प्रभाकर दयालु है।

९। किं वक्तुकामा असि।

 • What do you want to say?
 • तुम्हें क्या कहना है?

१०। मोहनः सुष्ठु भणति।

 • Mohan speaks well.
 • मोहन ठीक बोलता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। राजा ऋषेः स्वागतं कृतवान्।

 • The king welcomed the sage.
 • राजा ने ऋषि का स्वागत किया।

२। त्वं वनस्थलीं गत्वा पश्य।

 • You go to the forest and see.
 • तुम जंगल में जाकर देखो।

३। मम पुत्रः मन्दधीः अस्ति।

 • My son is slow-witted.
 • मेरा बेटा मंदबुद्धि है।

४। बाहुबली कालकेयं हन्ति।

 • Bahubali kills Kalakeya.
 • बाहुबली कालकेय को मारता है।

५। पार्थः रथे उपविष्टः अस्ति।

 • Partha is seated in the chariot.
 • पार्थ रथ में बैठा हुआ है।

६। षोडशसहस्रस्त्रियः श्रीकृष्णं वृण्वन्ति।

 • Sixteen thousand women choose Shri Krishna.
 • सोलह हजार स्त्रियाँ श्रीकृष्ण का वरण करती हैं।

७। पाणिनिः भारते बभ्राम।

 • Panini wandered in Bharat.
 • पाणिनि भारत में भटके थे।

८। अरविन्दः कारागारे शोचति।

 • Aravinda mourns in the prison.
 • अरविन्द जेल में शोक करता है।

९। कृतकधियः विकसन्ति।

 • Artificial intelligences develop.
 • ए आई विकास करते हैं।

१०। राजा अग्निः इव भवति।

 • The King is like fire.
 • राजा आग जैसा होता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। परश्वः स्वसा आगन्ता।

 • The sister will come overmorrow.
 • बहन परसों आयेगी।

२। वधिरः भयभीतः अस्ति।

 • The deaf is afraid.
 • बहरा डरा हुआ है।

३। द्रोणः पुत्रं विना न जीवितुकामः।

 • Drona does not want to live without his son.
 • द्रोण अपने पुत्र के बिना जीना नहीं चाहते।

४। सः विद्याप्राप्तये काशीम् अगच्छत्।

 • He went to Kashi to acquire knowledge.
 • वह विद्या प्राप्ति के लिए काशी गया।

५। सा कन्या मह्यं रोचते।

 • That girl impresses me.
 • वह लड़की मुझे पसंद है।

६। रामः अतिक्रुद्धः दृश्यते।

 • Rama appears very angry.
 • राम बहुत क्रोधित लगते हैं।

७। दुःखं पापानि हरति।

 • Pain removes sins.
 • दुख पापों को हर लेता है।

८। सुखं पुण्यानि हरति।

 • Happiness takes away merits.
 • सुख पुण्यों को हर लेता है।

९। समत्वं योगः उच्यते।

 • Equanimity is called yoga.
 • समता को योग कहा जाता है।

१०। बुद्धेन जन्म एव मृत्युः इति उक्तम्।

 • Buddha Said, “Birth itself is death”.
 • बुद्ध ने कहा जन्म ही मृत्यु है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। किशोरः गायकः अस्ति।

 • Kishore is a singer.
 • किशोर गायक है।

२। मातामही मह्यम् ऊर्णायुं ददाति।

 • Grandmother gives me a woollen blanket.
 • नानी मुझे ऊनी शाल देती है।

३। अनुजा उर्णनाभात् बिभेति।

 • The younger sister is afraid of a spider.
 • छोटी बहन मकड़े से डरती है।

४। हस्तिनापुरस्य दुर्दैवम् एतत्।

 • This is the misfortune of Hastinapur.
 • हस्तिनापुर का यह दुर्भाग्य है।

५। किं मया कर्तव्यं गुरो।

 • What should I do, teacher?
 • मैं क्या करूँ, गुरुजी?

६। माता स्वशिशोः मुखं जिघ्रति।

 • Mother smells her baby's face.
 • मां अपने शिशु का मुँह सूंघती है।

७। सेवकः हट्टं गच्छति।

 • The servant goes to the market.
 • सेवक बाजार जाता है।

८। शकुन्तलया भरतः पोषितः।

 • Bharata is fostered by Shakuntala.
 • भरत को शकुन्तला ने पाला है।

९। वानराः वस्तूनि चोरयन्ति।

 • The monkeys steal things.
 • बंदर सामान चुरा लेते हैं।

१०। मम पितुः नाम न जानासि।

 • You do not know my father's name.
 • तुम मेरे पिता का नाम नहीं जानते।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अद्य अहं न ब्रवीमि।

 • Today, I do not speak.
 • आज, मैं नहीं बोलता।

२। हे प्रफुल्ल अहं परिश्रान्ता अस्मि।

 • O Prafull, I am tired.
 • हे प्रफुल्ल, मैं थक गयी हूँ।

३। तव हस्ते खड्गं न शोभते मुने।

 • The sword does not suit your hand, sage.
 • मुनि, आपके हाथ में तलवार नहीं शोभती।

४। यत्र न शुचिता तत्र‌ न वसते लक्ष्मीः।

 • Where there is no cleanliness, there does not reside Lakshmī.
 • जहाँ सफाई नहीं है, वहाँ लक्ष्मी जी नहीं बसतीं है।

५। मम पिता दुःखितः दृश्यते।

 • My father appears unhappy.
 • मेरे पिता दुखी दिखते हैं।

६। परशुरामस्य भक्तः अस्मि राजन्।

 • O king, I am a devotee of Parashurama.
 • हे राजन्, मैं परशुराम का भक्त हूँ।

७। देवव्रतः कथं भीष्मः बभूवः।

 • How did Devavrata become Bhishma?
 • देवव्रत कैसे भीष्म बने?

८। त्वयि अश्रूणि न शोभते कृष्णे।

 • Tears do not suit you, Krishnā.
 • आंसू तुम्हे नहीं शोभते हैं, कृष्णा।

९। अहम् अपि मतं दास्यामि।

 • I will also submit my vote.
 • मैं भी अपना मत दूंगा।

१०। विद्यार्थी अन्नं भिक्षते।

 • The student begs for food.
 • छात्र अन्न की भिक्षा मांगता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। त्वया न एवं वक्तव्यम्।

 • You should not speak like this.
 • तुम्हें ऐसा बोलना नहीं चाहिए।

२। शवं न वदति कदाचिद् अपि।

 • Dead body never speaks at all.
 • शव कभी भी नहीं बोलता है।

३। प्रियागृहं मे तीर्थम्।

 • The house of my beloved is the holy place for me.
 • प्रिया का घर मेरा तीर्थ है।

४। भवान् मोहवशं मा गच्छतु।

 • Do not get carried away by attachment.
 • आप मोह के वश में मत पड़िए।

५। सत्यं न उच्यते सत्यवता।

 • Truth is not spoken by Satyavān.
 • सत्यवान् द्वारा सत्य नहीं बोला जाता।

६। स व्यापारी जनान् वञ्चति।

 • That merchant deceives people.
 • वह व्यापारी लोगों को धोखा देता है।

७। अश्वत्थामा हतः नरः वा कुञ्जरः।

 • Ashwatthama is dead, Man or an Elephant (Be it).
 • अश्वत्थामा मारा गया है नर या हाथी (जो भी हो)।

८। सूर्यदेवः तस्मै मणिं ददाति।

 • The Surya Deva gives him a gem.
 • सूर्यदेव उसे एक मणि देते हैं।

९। प्रतिदिनं संलापशाला प्रचलति।

 • The Samlāpshālā runs every day.
 • संलापशाला प्रतिदिन चलती है।

१०। मम जीवने मम एव नियमाः भवन्तु।

 • Let my own rules govern my life.
 • मेरे जीवन में मेरे ही नियम हों।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। मूषकः सुप्ते सिंहे कूर्दते।

 • The mouse jumps upon the slept lion.
 • चूहा सोते शेर पर कूदता है।

२। अश्वः अतिवेगेन धावति।

 • The horse runs at high speed.
 • घोड़ा उच्च गति से दौड़ता है।

३। रजकः स्वपत्नीं हिंसति।

 • The washerman harms his wife.
 • धोबी अपनी पत्नी की हिंसा करता है।

४। क्षेत्रपालः भूमिं रक्षति।

 • The KshetraPala protects the land.
 • क्षेत्रपाल भूमि की रक्षा करते हैं।

५। बलदेवः दुर्योधनं शिक्षयति।

 • Baladeva teaches Duryodhana.
 • बलराम दुर्योधन को सिखाते हैं।

६। श्रीवराहः द्राविडैः पूज्यते।

 • Lord Varaha is worshipped by Dravidians.
 • भगवान वराह द्राविड़ों द्वारा पूजित होते हैं।

७। प्रतिदिनं समाचारपत्रं पठ्यते।

 • The newspaper is read every day.
 • हर दिन समाचार पत्र पढ़ा जाता है।

८। मम शिशवे लड्डुकं देहि।

 • Give my child a laddu.
 • मेरे बच्चे को लड्डू दो।

९। मम वस्त्राणि आर्द्राणि सन्ति।

 • My clothes are wet.
 • मेरे कपड़े भीगे हुए हैं।

१०। भ्रातृजाया मयि पुत्रवत् स्निह्यति।

 • The sister-in-law loves me like a son.
 • भाभी मुझे बेटे की भांति प्यार करती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। रजकः मम वस्त्राणि नयति।

 • The washerman takes away my clothes.
 • धोबी मेरे कपड़े लेकर जाता है।

२। मम पिता मां पाठशालायाः आनयति।

 • My father brings me from school.
 • मेरे पिता मुझे पाठशाला से लेकर आते हैं।

३। तव स्कन्धे कृमिः सरति।

 • An insect crawls on your shoulder.
 • तेरे कंधे पर कीड़ा रेंगता है।

४। त्वं लक्ष्मणपुरं किमर्थं गच्छसि।

 • Why are you going to Lucknow?
 • तुम लखनऊ क्यों जा रहे हो?

५। पशुशालायां व्याघ्रः अस्ति।

 • There is a tiger in the zoo.
 • चिड़ियाघर में एक बाघ है।

६। सा मत्स्येभ्यः अन्नं क्षिपति।

 • She feeds the fish.
 • वह मछलियों को खाना डालती है।

७। तव मातुः नाम विद्या नास्ति।

 • Your mother's name isn't Vidya.
 • तेरी माँ का नाम विद्या नहीं है।

८। तव हस्ते कङ्कणं बहु शोभते।

 • The bangles suits your hand very much.
 • तेरे हाथ पर कंगन शोभते हैं।

९। मम भ्रातुः हस्ते दण्डः अस्ति।

 • There is a stick in my brother's hand.
 • मेरे भाई के हाथ में डंडा है।

१०। कथम् इदं कार्यं क्रियते‌।

 • How is this work done?
 • यह काम कैसे किया‌ जाता है?

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। प्रधानाध्यापकः दर्पकः अस्ति।

 • The principal is arrogant. 
 • प्रधानाध्यापक घमंडी है।

२। राजा मुनिं सेवते।

 • The king serves the sage. 
 • राजा मुनि की सेवा करता है।

३। ग्रीष्मकाले शीतलं खाद्यते।

 • Cool food is eaten in summer. 
 • गर्मियों में ठंडा खाया जाता है।

४। तव गृहे द्वौ अश्वौ स्तः।

 • There are two horses in your house. 
 • तेरे घर में दो घोड़े हैं।

५। एकः गजः मम मित्रम् अस्ति।

 • An elephant is my friend. 
 • एक हाथी मेरा दोस्त है।

६। दम्पती यज्ञं यजतः।

 • The couple performs a sacrifice. 
 • दम्पती यज्ञ करते हैं।

७। क्रूरः वानरान् ताडयति।

 • The cruel man beats the monkeys. 
 • क्रूर पुरुष बंदरों को मारता है।

८। शुनकाः वृद्धम् धावयन्ति।

 • The dogs chase the old man. 
 • कुत्ते बूढ़े आदमी को दौड़ाते हैं।

९। शिक्षणसंस्थानेषु बहुधनं याच्यते।

 • A lot of money is demanded in educational institutions. 
 • शिक्षा संस्थानों में बहुत पैसा मांगा जाता है।

१०। पुरा विद्यादानं व्यापारः न आसीत्।

 • Imparting Education was not a business in old times. 
 • पहले विद्या का दान व्यापार नहीं था।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। तव भ्राता लौहपथगामिन्या गच्छति।

 • Your brother goes by train. 
 • तुम्हारा भाई रेलगाड़ी से जाता है।

२। किमर्थं मम माता अन्नं न पचति।

 • Why does my mother not cook food? 
 • मेरी माँ खाना क्यों नहीं पकाती है?

३। साम्बः श्रीकृष्णस्य पुत्रः बभूव।

 • Samba was the son of Shri Krishna. 
 • साम्ब श्रीकृष्ण के पुत्र हुए।

४। कस्य हस्ते भाग्यम् अस्ति।

 • Whose hand holds fortune? 
 • किसके हाथ में भाग्य है?

५। किमर्थं न लोभं त्यजसि।

 • Why do you not give up greed? 
 • तुम लालच क्यों नहीं छोड़ते?

६। विश्वनाथः वाहनं क्रीणाति।

 • Vishwanath buys a vehicle. 
 • विश्वनाथ एक वाहन किनता है।

७। तव सर्वे दन्ताः कृतकाः सन्ति।

 • All your teeth are artificial. 
 • तेरे सभी दाँत नकली हैं।

८। राजा माम् अदण्डयत्।

 • The king punished me. 
 • राजा ने मुझे दण्ड दिया।

९। ब्राह्मणाय वस्त्राणि यच्छ।

 • Give clothes to the Brahmin. 
 • ब्राह्मण को कपड़े दो।

१०। शान्तिः कुत्र लभ्यते।

 • Where is peace obtained? 
 • शांति कहाँ मिलती है?

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अयम् अहम् अस्मि मातः।

 • This is me, mom. 
 • यह मैं हूँ, माँ।

२। तत्र त्रयः सिंहाः तिष्ठन्ति।

 • There are three lions there. 
 • वहाँ तीन शेर हैं।

३। मम मातुलस्य गृहे धर्मग्रन्थाः सन्ति।

 • In my maternal uncle's house, there are religious texts. 
 • मेरे मामा के घर में धार्मिक ग्रंथ हैं।

४। तव गोत्रं नाम किम्।

 • What is your lineage name? 
 • तुम्हारा गोत्र नाम क्या है?

५। एष तपस्वी कुतः आयाति।

 • From where does this ascetic come? 
 • यह तपस्वी कहाँ से आते हैं?

६। पत्नी गृहस्वामिनी कथ्यते।

 • The wife is called the mistress of the house. 
 • पत्नी को घर की स्वामिनी कहा जाता है।

७। प्रहर्षः सदा शुभस्य शीघ्रं करोति।

 • Praharsha always hastens the auspicious. 
 • प्रहर्ष सदा शुभ कार्य को शीघ्र करता है।

८। संस्कृतं विधिवत् पठनीयम्।

 • Sanskrit should be read according to rules. 
 • संस्कृत को विधिवत् पढ़ना चाहिए।

९। अजं विक्रयार्थं मारयति यत्र तद् अजमारः।

 • Where goat is butchered for selling, That's Ajmer. 
 • जहाँ बेचने के लिए बकरा मारा जाता है, वह स्थान अजमेर है।

१०। साध्वी मांसं न खादति।

 • The saintly woman does not eat meat. 
 • साध्वी मांस नहीं खाती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अनुपमा सूर्याय जलम् अर्पयति।

 • Anupama offers water to the sun. 
 • अनुपमा सूर्य को जल अर्पण करती है।

२। कर्णः रथस्य चक्रम् उन्नयति।

 • Karna lifts the chariot wheel. 
 • कर्ण रथ का पहिया उठाता है।

३। विहगाः अन्नम् अन्विषन्ति।

 • Birds search for food. 
 • पंछी अन्न ढूँढते हैं।

४। विद्वान् शङ्कां समादधाति।

 • The wise person dispels doubt. 
 • ज्ञानी शंका का समाधान करता है।

५। देवमन्दिरे भक्ताः भजन्ति।

 • Devotees worship in the temple of the deity. 
 • भक्त देवता के मंदिर में पूजा करते हैं।

६। तव प्रकल्पः अयं निरर्थकः अस्ति।

 • This plan of yours is meaningless. 
 • तुम्हारी यह योजना निरर्थक है।

७। सः प्रतिदिनं दरिद्रान् भोजयति।

 • He feeds the poor every day. 
 • वह निर्धनों को हर दिन खिलाता है।

८। अस्य बालकस्य माता नास्ति।

 • This boy does not have a mother. 
 • इस बच्चे की माँ नहीं है।

९। मौनी आकाशम् इङ्गते।

 • The silent one points at the sky. 
 • मौनी आकाश पर संकेत करता है।

१०। अहं त्वां कतिवारं वदानि।

 • How many times should I tell you?
 • मैं तुम्हें कितनी बार कहूँ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। तत्र कति बालिकाः पठन्ति।

 • How many girls study there? 
 • वहाँ कितनी लड़कियाँ पढ़ती हैं?

२। मम मते तु न इदं कर्तव्यम्।

 • In my opinion, however, this should not be done. 
 • मेरे मत में तो यह नहीं किया जाना चाहिए।

३। सः सिंहः मानवान् भक्षयति।

 • That lion eats humans. 
 • वह सिंह मनुष्यों को खाता है।

४। अयं बालकः तीक्ष्णबुद्धिः अस्ति।

 • This boy has sharp intellect. 
 • यह लड़का तीक्ष्णबुद्धि है।

५। तस्याः पर्यङ्के बिडालः शेते।

 • A tomcat sleeps on her bed. 
 • उसके बिस्तर पर एक बिल्ला सोती है।

६। सः प्रधानमन्त्रिणः नाम अपि न जानाति।

 • He does not even know the name of the Prime Minister. 
 • उसे प्रधानमन्त्री का नाम भी नहीं पता है।

७। सा आदिवसं रोदिति।

 • She cries whole day. 
 • वह दिन भर रोती है।

८। श्रीहरिः गजेन्द्रं त्रायते।

 • Lord Hari saves the elephant. 
 • श्री हरि हाथी को बचाते हैं।

९। गुरुः शिष्याय अन्नं ददाति।

 • The teacher gives food to the disciple. 
 • गुरु शिष्य को अन्न देता है।

१०। अहं प्रतिदिनं संस्कृतं पठामि।

 • I study Sanskrit every day. 
 • मैं प्रतिदिन संस्कृत पढ़ती हूँ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। वृषभः क्षेत्रं कर्षति।

 • The bull plows the field. 
 • बैल खेत जोतता है।

२। तस्य नासिकायां मक्षिका अस्ति।

 • There is a fly on its nose. 
 • उसकी नाक पर मक्खी है।

३। तस्याः द्वारि भिक्षुकः अस्ति।

 • There is a beggar at her door. 
 • उसके द्वार पर एक भिक्षुक है।

४। विदेहः महीं भुङ्क्ते।

 • Videha enjoys the land. 
 • विदेह भूमि भोगता है।

५। नरेशः जलम् आनयति।

 • Naresha brings water. 
 • नरेश पानी लाता है।

६। माता मध्याह्ने न शेते।

 • Mother does not sleep in the afternoon. 
 • मां दोपहर में नहीं सोती है।

७। अश्वः तृणम् आस्वादयति।

 • The horse tastes the grass. 
 • घोड़ा घास चखता है।

८। मम उरसि तीव्रवेदना भवति।

 • There is severe pain in my chest. 
 • मेरी छाती में तेज वेदना होती है।

९। सा मह्यं फलं न ददाति।

 • She does not give me the fruit. 
 • वह मुझे फल नहीं देती।

१०। कुत्र गच्छसि तात अद्य।

 • Where are you going, father, today? 
 • आज आप कहाँ जा रहे हो, पिताजी?

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सा रक्तं वस्त्रं धारयति।

 • She wears a red dress. 
 • वह लाल वस्त्र पहनती है।

२। एवं कृत्वा पापम् अवाप्स्यसि।

 • By doing so, you will obtain a sin. 
 • ऐसा करके तुम पाप प्राप्त करोगे।

३। अहं न मूढः मित्र।

 • I am not foolish, friend. 
 • हे मित्र मैं मूर्ख नहीं हूँ।

४। नवीनः कुत्र गतः।

 • Where did Naveen go? 
 • नवीन कहाँ गया?

५। तव नाम वद वत्स।

 • Tell your name, my dear child. 
 • तुम्हारा नाम बताओ, वत्स।

६। प्रतिदिनं सन्ध्यावन्दनं करोमि।

 • I perform evening prayers every day. 
 • मैं प्रतिदिन सन्ध्यावन्दन करता हूँ।

७। अयं कियता जलेन स्नाति।

 • How much water does he use to bathe? 
 • वह कितने पानी से नहाता है।

८। तव पुत्रः मूकः अस्ति किम्।

 • Is your son mute? 
 • क्या तुम्हारे बेटे गूँगा है?

९। एष मयूरः अतिसुन्दरो वर्तते।

 • This peacock is very beautiful. 
 • यह मोर बहुत सुंदरत है।

१०। सः ऋषिः कदापि न वक्ति।

 • That sage never speaks. 
 • वह ऋषि कभी नहीं बोलता।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। त्वम् अत्र उपविश्य हससि।

 • You sit here and laugh. 
 • तुम यहाँ बैठकर हँसते हो।

२। मम पितुः पत्रं देहि।

 • Give the letter of my father. 
 • मेरे पिताजी का पत्र दें।

३। त्वं मां न जानासि बाले।

 • You don't know me, girl. 
 • बच्ची, तुम मुझे नहीं जानती।

४। कस्य पाणौ पिनाकः भवति।

 • Whose hand holds the Pinaka bow? 
 • किसके हाथ में पिनाक धनुष होता है?

५। दीपा प्रशान्ते न स्निह्यति।

 • Deepa doesn't love Prashanta.
 • दीपा प्रशान्त में स्नेह नहीं रखती।

६। विधायकः कार्यं न करोति।

 • The legislator does not perform the duty. 
 • विधायक कार्य नहीं करता।

७। श्वः मतदानदिवसः भविता।

 • Tomorrow is election day. 
 • कल मतदान का दिन है।

८। बालकः मातुः अङ्के शेते।

 • The boy sleeps in the mother's lap. 
 • लड़का माँ की गोद में सोया है।

९। भृगुः ऋषिः क्रुद्धः अस्ति।

 • Sage Bhrigu is angry. 
 • ऋषि भृगु क्रोधित हैं।

१०। रुद्रः अरोध्यः अस्ति।

 • Rudra is unstoppable. 
 • रुद्र रुकने वाले नहीं हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। साधुः विष्णुं भजते।

 • The saint worships Vishnu. 
 • साधु विष्णु को भजता है।

२। त्वं मा व्यलपीः।

 • You don't cry. 
 • तुम विलाप मत करो।

३। मम कक्षे सा नास्ति।

 • She is not in my room. 
 • वह मेरे कक्ष में नहीं है।

४। तस्य रत्नं कुत्र गतम्।

 • Where has his jewel gone? 
 • उसका रत्न कहाँ गया?

५। गवाक्षे कपोतः तिष्ठति।

 • The pigeon is sitting on the window. 
 • कबूतर खिड़की पर बैठा है।

६। अहं तीक्ष्णवस्तूनि न खादामि।

 • I don't eat spicy foods. 
 • मैं तीखे पदार्थ नहीं खाता।

७। अद्य क्रीडायै कन्दुकम् आनय।

 • Bring the ball for playing today. 
 • आज खेलने के लिए गेंद लाओ।

८। पण्डितः कर्मणः पूर्वं विचारणं करोति।

 • The scholar thinks before action. 
 • पंडित कार्य के पहले विचार करता है।

९। उशीनरः स्वमांसं श्येनाय ददौ।

 • Ushinara had given his flesh to the eagle. 
 • उशीनर ने अपना मांस बाज को दिया था।

१०। यः मनोः जायते सः मनुजः।

 • He who is born from Manu is human. 
 • जो मनु से जन्म लेता है, वह मनुष्य है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अलं तव प्रलापेन दुर्योधन।

 • Enough of your chatter, Duryodhana. 
 • बहुत हुआ प्रलाप दुर्योधन।

२। यः मनुष्याय जीवति स एव मनुष्यः।

 • He who lives for humans is indeed human. 
 • जो मनुष्यों के लिए जीता है, वही मनुष्य है।

३। ब्राह्मणाः ज्ञाननिधिः सन्ति।

 • Brahmins are repositories of knowledge. 
 • ब्राह्मण ज्ञान के निधि होते हैं।

४। नारदः महाज्ञानी अस्ति।

 • Narada is very wise. 
 • नारद बहुत ही ज्ञानी हैं।

५। भीष्मः गङ्गायाः पुत्रः आसीत्।

 • Bhishma was the son of Ganga. 
 • भीष्म गंगा के पुत्र थे।

६। तव नाम न मया श्रुतम्।

 • I haven't heard your name. 
 • मैंने तुम्हारा नाम नहीं सुना है।

७। त्वं दातुं शक्नोषि चेद् देहि।

 • If you can donate then give. 
 • तुम दे सकते हो तो दो।

८। धिक् परवश्यताम् इति सीता उवाच।

 • "Woe to the dependency," said Sita. 
 • "पराधीनता को धिक्कार है," ऐसा सीताजी ने कहा था।

९। कर्णः अमोघशक्तिम् इच्छति।

 • Karna desires the invincible power. 
 • कर्ण अमोघ शक्ति का इच्छुक है।

१०। मम पुत्रस्य उपचाराय ऋणम् अपेक्षते।

 • Debt is expected for my son's treatment. 
 • मेरे पुत्र के उपचार के लिए ऋण की अपेक्षा है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। ब्रह्मचारी मिताहारी भवति।

 • A celibate is moderate in eating. 
 • एक ब्रह्मचारी मिताहारी होता है।

२। तस्य पिता मम मित्रम् अस्ति।

 • His father is my friend. 
 • उसका पिता मेरा मित्र है।

३। सा गृहकार्यं न कर्तुम् इच्छति।

 • She does not want to do household chores. 
 • वह घर के काम करना नहीं चाहती।

४। अहं नित्यं शिवं भजामि।

 • I worship Shiva daily. 
 • मैं नित्य शिवजी की पूजा करता हूँ।

५। सा स्त्री एकादश्यां फलम् एव खादयति।

 • That woman only eats fruits on Ekadashi. 
 • वह महिला एकादशी पर फल ही खाती है।

६। त्वं मम मित्रं न असि।

 • You are not my friend. 
 • तुम मेरे मित्र नहीं हो।

७। अत्रिः वने अटति।

 • Atri wanders in the forest. 
 • अत्रि वन में भटकते हैं।

८। तस्मिन् बहुबलम् अस्ति।

 • There is much power in him. 
 • उसमें बहुत बल है।

९। भीमः हनुमन्तं पश्यति।

 • Bhima sees Hanuman. 
 • भीम हनुमान को देखता है।

१०। जनाः मतं न ददति।

 • People do not cast the vote. 
 • लोग मत नहीं देतें।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। किं दिवसे अस्मिन् हनुमान् सञ्जातः।

 • Was Hanuman born on this day? 
 • इस दिन हनुमान् जन्में थे क्या?

२। वाग्दैवी वाणीं विशोधयति।

 • The goddess of speech purifies speech. 
 • वाग्देवी वाणी शुद्ध करती है।

३। सा पद्मं जिघ्रति।

 • She smells the lotus. 
 • वह कमल सूँघती है।

४। क्षत्रियाः शूराः भवन्ति।

 • Kshatriyas are brave. 
 • क्षत्रिय वीर होते हैं।

५। किं ते श्रोत्रे कृमिः गतः।

 • Did insect get into your ear? 
 • तेरे कान में कीड़ा चला गया क्या?

६। अहं त्वाम् आश्रये देवि।

 • I seek refuge in you, O Goddess. 
 • मैं तुम्हारी आश्रय में हूँ, ओ देवी।

७। सदा अतिथिं सम्पूजयेत्।

 • One should always honor guests. 
 • सदा अतिथि का सत्कार करना चाहिए।

८। अष्टावक्रः महामुनिः आसीत्।

 • Astavakra was a great sage. 
 • अष्टावक्र एक महान मुनि थे।

९। परशुरामश्च तस्य शिष्यश्च ब्रह्मचारिणौ स्तः।

 • Parashurama and his disciple were two celibates. 
 • परशुराम और उसके शिष्य दो ब्रह्मचारी थे।

१०। हूं श्रुतं मया तव कथितम्।

 • Yes, I heard what you said. 
 • हाँ, मैंने तुम्हारे कहे हुए को सुना।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। वयम् अद्य हट्टं गमिष्यामः।

 • We will go to the market today. 
 • हम आज बाजार जाएँगे।

२। सा ह्यः मगधम् अगच्छत्।

 • She went to Magadha yesterday. 
 • वह कल मगध गयी थी।

३। शिशुः मन्दं चलति।

 • The baby walks slowly. 
 • शिशु धीरे चलता है।

४। म्लेच्छः शिलाखण्डं क्षिपति।

 • The foreigner throws a stone. 
 • म्लेच्छ पत्थर फेंकता है।

५। पिशाचः रक्तं पिबति।

 • The Pisacha drinks blood. 
 • पिशाच खून पीता है।

६। विनायकः मूषकेन सह क्रीडति।

 • Vinayaka plays with the mouse. 
 • विनायक मूषक के साथ खेलता है।

७। नकुलः अश्वम् आरोहयति।

 • Nakula mounts the horse. 
 • नकुल घोड़े पर चढ़ता है।

८। तस्याः माता शिल्पिनी अस्ति।

 • Her mother is an artist. 
 • उसकी माँ एक शिल्पिनी हैं।

९। न मम दोषः अत्र श्रीमन्।

 • It's not my fault here, sir. 
 • श्रीमन्, यहाँ मेरा दोष नहीं है।

१०। भूतगणाः शिवं परितः नृत्यन्ति।

 • The spirits dance around Shiva. 
 • भूतगण शिव के चारों ओर नृत्य करते हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सा हस्तघटिकां धारयति।

 • She wears a watch. 
 • वह घड़ी पहनती है। 

२। अहं सर्वकार्याणि सन्त्यज्य आगतः।

 • Having abandoned all tasks, I arrived. 
 • सभी कामों को छोड़कर मैं आया। 

३। तव पिता बलवान् अस्ति।

 • Your father is strong. 
 • तेरे पिता बलवान् हैं। 

४। जानामि प्रिये ते स्वभावम्।

 • I know your nature, dear. 
 • मैं तुम्हारा स्वभाव जानता हूँ, प्रिये। 

५। न रामेण विना दशरथः जीविष्यति।

 • Dasharatha will not live without Rama. 
 • दशरथ राम के बिना नहीं जीवेंगे। 

६। धर्म्मः कुक्कुररूपेण अत्र प्रकटितः।

 • Dharma is manifested here in the form of a dog. 
 • यहाँ धर्म कुत्ते के रूप में प्रकट है। 

७। न मे शरीरं त्वया स्पर्शनीयम्।

 • My body is not touchable by you. 
 • मेरा शरीर तुम्हारे द्वारा स्पर्शनीय नहीं है। 

८। पराशरः ऋषिः अत्र आगमिष्यति।

 • The sage Parashara will arrive here. 
 • ऋषि पराशर यहाँ आएंगे। 

९। मम स्वामी दयालुः अस्ति।

 • My master is kind. 
 • मेरा स्वामी दयालु है। 

१०। केवलः सः कुक्कुरः एव मम मित्रम्।

 • That dog alone is my friend,. 
 • वह कुत्ता ही केवल मेरा मित्र है। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। वरः मदिरां न पिबति।

 • The groom does not drink alcohol. 
 • दुल्हा मदिरा नहीं पीता। 

२। सः मत् उद्धारं स्वीकृत्य पलायितः।

 • He took credit from me and fled. 
 • वह मुझसे उधार लेकर भाग गया। 

३। रात्रौ अत्र न आगन्तव्यं त्वया।

 • You should not come here at night. 
 • तुम्हें रात्रि में यहाँ नहीं आना चाहिए। 

४। एवं मा कुरु पुत्र।

 • Son, do not do like this. 
 • बेटा, ऐसा मत करो। 

५। सः वानरः इव दृश्यते।

 • He looks like a monkey. 
 • वह बंदर जैसा दिखता है। 

६। तव पुत्री इव कन्या न दृष्टा मया।

 • I have not seen a girl like your daughter. 
 • मैंने तुम्हारी बेटी के समान कन्या नहीं देखी।

७। न अहं धनवान् अस्मि।

 • I am not wealthy. 
 • मैं धनवान् नहीं हूँ। 

८। कपोतः किमपि वक्तुम् इच्छति।

 • The pigeon wants to say something. 
 • कबूतर कुछ कहना चाहता है। 

९। तात अहम् अद्य हंसम् अदर्शम्।

 • Father, I saw a swan today. 
 • पिताजी, मैंने आज हंस देखा। 

१०। हनुमान् समुद्रं विलङ्घ्य लङ्कां प्रविष्टः।

 • Hanuman crossed the ocean and entered Lanka. 
 • हनुमान् जी ने समुद्र को लांघकर लंका में प्रविष्ट हुए। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। कन्यागृहं रिक्तपाणिः न गच्छेत्।

 • One should not go to a girl's house empty-handed.
 • कन्या के घर खाली हाथ नहीं जाना चाहिए।

२। लोकः श्रेष्ठजनान् अनुवर्तते।

 • People follow the footsteps of great individuals.
 • लोग महान व्यक्तियों का अनुसरण करते हैं।

३। त्वत् लज्जा निर्गता किम्।

 • Has shame abandoned you?
 • तुमसे लाज निकल गई है क्या?

४। मनः अस्तु शान्तम्।

 • May the mind be peaceful.
 • मन शांत हो।

५। सूर्यः प्रत्युपकारं न इच्छति।

 • The sun doesn't seek reciprocation.
 • सूर्य प्रत्युपकार की इच्छा नहीं करता।

६। मम भ्राता बलिष्ठः अस्ति।

 • My brother is strong.
 • मेरा भाई मजबूत है।

७। तस्य स्वपितरि महती श्रद्धा विद्यते।

 • He has great respect for his father.
 • उसके पिता के प्रति बड़ी श्रद्धा है।

८। त्वं दिवसे कतिवारं खादसि।

 • How many times a day do you eat?
 • तुम दिन में कितनी बार खाते हो?

९। हरिनामानुकीर्तनाद् शान्तिः अवाप्यते।

 • Peace is attained through chanting the name of Hari.
 • हरि के नाम का कीर्तन करने से शांति प्राप्त होती है।

१०। महारोगी दैवभक्तो सम्भवति।

 • A severely ill becomes a devotee of God.
 • महारोगी भगवान का भक्त बन जाता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अहं त्वां प्रार्थयामि वीर।

 • I pray to you, O hero. 
 • मैं तुम्हारी प्रार्थना करती हूँ, वीर।

२। सः पुराणं पठति।

 • He reads the Purana. 
 • वह पुराण पढ़ता है।

३। कस्य पुत्री सा।

 • Whose daughter is she? 
 • वह किसकी बेटी है?

४। त्वं हि केवला मम प्रिया।

 • You are indeed my only beloved. 
 • तुम ही केवल मेरी प्रिय हो।

५। धनं दृष्ट्वा कस्य मनः न विचलति।

 • Whose mind doesn't waver upon seeing wealth? 
 • किसका मन धन देखकर नहीं विचलित होता?

६। तव सर्वान् दोषान् क्षमिष्ये।

 • I will forgive all your faults. 
 • मैं तुम्हारे सभी दोषों को क्षमा करूँगा।

७। अहं सर्वदा निर्मले मार्गे पदं स्थापयामि।

 • I always set my foot on clean pathway. 
 • मैं सदा निर्मल मार्ग पर पैर रखता हूँ।

८। भरतः सिंहशावकेन सह क्रीडति।

 • Bharata plays with a lion cub. 
 • भरत एक शेर के बच्चे के साथ खेलता है।

९। राज्ञः समीपे सहस्राः अश्वाः सन्ति।

 • There are thousands of horses near the king. 
 • राजा के पास सहस्रों घोड़े हैं।

१०। त्वां दृष्ट्वा कृतकृत्यो भवामि।

 • Upon seeing you, I feel accomplished. 
 • तुम्हें देखकर मैं कृतकृत्य हो जाता हूँ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। परश्वः पितामहः आगन्ता।

 • Grandfather will arrive overmorrow. 
 • परसों दादाजी आयेंगे।

२। तव वाहनं मदीयात् तीव्रतरम् अस्ति।

 • Your vehicle is faster than mine. 
 • तुम्हारा वाहन मेरे से तीव्र है।

३। सा मुनिं दृष्ट्वा प्रणमति।

 • She bows upon seeing the sage. 
 • वह मुनि को देखकर प्रणाम करती है।

४। विद्या मम प्रतिवेशिनी अस्ति।

 • Vidya is my neighbour.
 • विद्या मेरी पड़ोसन है।

५। लौहपुरं पुरा आर्यावर्ते आसीत्।

 • Lahore was once in India. 
 • लाहौर पहले आर्यावर्त में था।

६। इयं गौः कियत् दुग्धं ददाति।

 • How much milk this cow gives? 
 • यह गाय कितना दूध देती है?

७। तपस्वी जले तपः तपति।

 • The ascetic meditates in the water. 
 • तपस्वी जल में तप करता है।

८। सर्वे बालकाः क्रीडन्ति।

 • All the children play. 
 • सभी बच्चें खेलते हैं।

९। सा रुदन्तं बालं ताडयति।

 • She beats the crying child. 
 • वह रो रहे बच्चे को पिटती है।

१०। नववधूः पतिं त्यक्तुम् इच्छति।

 • The new bride wants to leave the husband. 
 • नई दुल्हन पति को छोड़ना चाहती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सा जलम् आनेतुम् अगमत्।

 • She has gone to fetch water. 
 • वह जल लाने गयी है।

२। तेन मम आम्रं भक्षितम्।

 • By him, my mango was eaten. 
 • उसने मेरे आम को खाया।

३। तया पिशुनवचनम् उच्यते।

 • By her, condemnatory words are spoken. 
 • उसके द्वारा चुगली की जाती है।

४। अहं प्रातःकाले मित्रगृहं गमिष्यामि।

 • I will go to the friend's house in the morning. 
 • मैं सुबह मित्र के घर जाऊंगा।

५। तस्य कन्या चपला अस्ति।

 • His daughter is restless. 
 • उसकी बेटी चंचल है।

६। मत्तः उद्धारं स्वीकृत्य कुत्र गच्छसि।

 • Having accepted the borrowing from me, where are you going? 
 • मुझसे उधार लेकर, तुम कहाँ जाते हो?

७। अस्मिन् देशे म्लेच्छाः निवसन्ति।

 • In this country, foreigners reside. 
 • इस देश में म्लेच्छ निवास करते हैं।

८। कस्य स्मरणमात्रेण जीवः रक्ष्यते।

 • By whose remembrance alone is the being protected? 
 • किसके स्मरणमात्र से जीव की रक्षा होती है?

९। नृसिंहागमनेन प्रह्लादः आह्लादते।

 • Prahlad rejoices with the arrival of Narasimha. 
 • नरसिंह के आगमन से प्रह्लाद आनंदित होता है।

१०। किम् अत्र कुरुथः।

 • What are you two doing here?
 • यहाँ तुम दोनों क्या करते हो? 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। विनायकः मां विवाह्य नेष्यति।

 • Vinayaka will take me after wedding me.
 • विनायक मुझे विवाह कर ले जाएगा।

२। वानरः सीतां प्रणमति।

 • The monkey bows to Sita. 
 • वानर सीता को प्रणाम करता है।

३। तत्र उपविश्य वदतु भवान्।

 • Thou sit there and speak. 
 • वहाँ बैठकर बात कीजिए आप।

४। मम मातामहः पण्डितः आसीत्।

 • My maternal grandpa was a scholar. 
 • मेरी नाना विद्वान् थें।

५। गुरुं परितः शिष्याः नृत्यन्ति।

 • The disciples dance around the teacher. 
 • शिष्य गुरु के चारों ओर नृत्य करते हैं।

६। मम आभूषणम् अन्विष्य अत्र आनय।

 • After searching for my ornament, bring it here. 
 • मेरे आभूषण को ढूंढकर यहाँ लाओ।

७। बालब्रह्मचारी कदापि स्त्रीं न अपश्यत्।

 • The young celibate never saw a woman. 
 • बाल ब्रह्मचारी ने कभी महिला नहीं देखी।

८। लक्ष्मणः सदा रामम् अनुगच्छति।

 • Lakshmana always follows Ram. 
 • लक्ष्मण सदा राम का अनुसरण करते हैं।

९। गजस्य उपरि राजकुमारः उपविष्टः अस्ति।

 • The prince is seated atop the elephant. 
 • राजकुमार हाथी के ऊपर बैठा हुआ है।

१०। मण्डलाधिकारी शठः अस्ति।

 • The district magistrate is corrupt. 
 • जिलाधिकारी भ्रष्ट है। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। गार्हस्थ्ये न मम आस्था विद्यते।

 • I have no faith in household life. 
 • मेरी गृहस्थ जीवन में आस्था नहीं है।

२। कस्य धनं शाश्वतम्।

 • Whose wealth is everlasting? 
 • किसका धन स्थायी है?

३। तां विना जीवितुं न उत्सहे।

 • I am not eager to live without her. 
 • मैं उसके बिना जीने को उत्साहित नहीं हूँ।

४। मम दृष्टिः सुतीक्ष्णा अस्ति।

 • My vision is well-sharp. 
 • मेरी दृष्टि तीक्ष्ण है।

५। मम पुत्रः न दृश्यते कान्ते।

 • My son is not visible, O beloved. 
 • मेरा बेटा नहीं दिखता, प्रिये।

६। गुरो महाभारतं केन लिखितम्।

 • By whom was the Mahabharata written, O teacher? 
 • गुरुजी, महाभारत किसने लिखा था?

७। तव वाहनम् उद्धारः अपेक्षते।

 • Your vehicle needs repair. 
 • तुम्हारे वाहन को उद्धार चाहिए।

८। दस्युराजः अस्मि अहम्।

 • I am the king of thieves. 
 • मैं चोरों का राजा हूँ।

९। कालो बलवान् आर्ये।

 • Time is powerful, Miss. 
 • समय शक्तिशाली होता है, आर्ये।

१०। भजनेन दैवः तुष्यति।

 • Deva is pleased by worship. 
 • भजन से देवता प्रसन्न होते हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। वृषभाः परस्परं युध्यन्ते।

 • The Bulls fight with each other. 
 • साँड़ एक दूसरे से लड़ते हैं। 

२। जनाः निर्यासोपयोगेन पत्राणि योजयन्ति।

 • People stick papers using gum. 
 • लोग गोंद की सहायता से पन्नों को जोड़ते हैं। 

३। वाताटाः आकाशे डयन्ते।

 • The Kites fly in the sky. 
 • पतंग आकाश में उड़ते हैं। 

४। पाथेयपत्रे तेन भोजनम् अनीयत।

 • The Food was brought in a tiffin carrier by him. 
 • उसके द्वारा भोजनपात्र में भोजन लाया गया । 

५। पिता दिनपत्रिकां पुत्रेण वाचयति।

 • The Father gets the newspaper read by the son. 
 • पिता अपने बेटे से समाचारपत्र पढ़़वाता है। 

६। अखण्डभारतमानचित्रे एते देशाः अपि गण्यन्ते स्म।

 • These countries also were counted in the map of the Undivided Bharata. 
 • ये देश भी अखंड भारत के मानचित्र में गिनें जाते थें। 

७। भाजनमपि त्वं शीघ्रं विजानीहि।

 • You get to know how to divide quickly as well.
 • तुम भाग करना भी शीघ्र ही सीखो। 

८। कति वासराः निर्गताः किन्तु त्वं ततः न प्रत्यागतः।

 • How many days have passed, but you haven't returned from there yet. 
 • कितने दिन बीत गए हैं, लेकिन तुम अभी तक वहाँ से वापस नहीं आए हो। 

९। रामस्य अयनम् इति रामायणं भवति।

 • The journey of Rama is called Ramayana. 
 • राम की यात्रा को रामायण कहा जाता है। 

१०। सप्ताहान्ते गोशालादर्शनार्थं गन्तास्मः वयम्।

 • We are going to visit the cowshed over the weekend.
 • हम सप्ताहांत में गोशाला का दर्शन करने जाएंगे। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। मम पौत्रः तत्र क्रीडति।

 • My grandson plays there. 
 • मेरा पोता वहाँ खेलता है।

२। लोमहर्षणस्य पुत्रः उग्रश्रवाः आसीत्।

 • Lomaharshana's son was Ugrashrava. 
 • लोमहर्षण के पुत्र उग्रश्रवा थें।

३। कति दिनानि विगतानि।

 • How many days have passed? 
 • कितने दिन बीत गए हैं?

४। उलूकः दर्पणं पश्यति।

 • The owl sees the mirror. 
 • उल्लू दर्पण देखता है।

५। पर्वते हनूमान् तिष्ठति।

 • Hanuman stands on the mountain. 
 • हनुमान् पर्वत पर खड़े हैं।

६। जिह्वालौल्यात् मांसं भक्षयसि।

 • Due to tongue's cravings, you eat meat. 
 • जिह्वा के लोलुपता से तुम मांस खाते हो।

७। को नाम कौरवाणां पितामहः।

 • Who is the grandfather of the Kauravas? 
 • कौरवों के पितामह कौन हैं?

८। सञ्जयदत्तस्य प्रशंसकः अस्ति सः।

 • He is a fan of Sanjaya Dutta. 
 • वह संजय दत्त का प्रशंसक है।

९। किं कार्यं निर्दोषं जगति।

 • What work is faultless in this world? 
 • इस संसार में कौनसा कार्य निर्दोष है?

१०। शङ्कराचार्यः बहुज्ञः आसीत्।

 • Shankaracharya was highly knowledgeable. 
 • शङ्कराचार्य बहुत ज्ञानी थें।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। गर्भिणी प्रसन्नचित्ता बभूव।

 • The pregnant woman became happy.
 • गर्भवती महिला प्रसन्न हो गई।

२। श्वासकोषः नष्टः मे।

 • My lung is damaged.
 • मेरा फेफड़ा नष्ट हो गया है।

३। इदं तैलं भोजनाय अस्ति।

 • This oil is for cooking.
 • यह तेल भोजन के लिए है।

४। कृष्णात् परं कमपि अहं न जाने।

 • I don't know anything beyond Krishna.
 • कृष्ण को छोड़कर मुझे कुछ नहीं पता।

५। ग्रामे सर्वे मदिराम् अत्यजन्।

 • Everyone in the village gave up alcohol.
 • गाँव में सभी ने मदिरा छोड़ दी।

६। आपणः अस्ति आपणिकः नास्ति।

 • Shop is there, not the shopkeeper.
 • दुकान है दुकानवाला नहीं है।

७। अन्त्रदोषः क्लेशते माम्।

 • Intestinal problem troubles me.
 • आंत के विकार ने मुझे क्लेश पहुँचा रखा है।

८। देशाय मरणं श्रेयस्करं भवति।

 • It is better to die for the nation.
 • देश के लिए मृत्यु श्रेयस्कर है।

९। ग्रन्थालयः सुदीर्घः वर्तते।

 • The library is very big.
 • पुस्तकालय बहुत बड़ा है।

१०। लशुनं नैवाहं खादामि।

 • I do not eat garlic.
 • मैं लहसुन नहीं खाता।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। वरटा तु बहुना बलेन दंशति।

 • The wasp stings with great force.
 • ततैया बड़ी शक्ति से डंक मारता है।

२। तिमिङ्गिलः न एषु प्रदेशेषु प्राप्यते।

 • Whale is not found in these regions.
 • इन प्रदेशों में व्हेल नहीं मिलती।

३। श्लोकस्य अन्वयमपि कुरुत।

 • (You all) explain the meaning of the verse as well.
 • (तुम लोग) श्लोक का अन्वय भी करो।

४। पठितः पाठः बाल्यं स्मारितवान्।

 • The lesson read, reminded of childhood.
 • पढ़े हुए पाठ ने बाल्यकाल का स्मरण करा दिया ।

५। ईशभजनं वर्धतां शीघ्रम्।

 • Devotion to God should grow rapidly.
 • भगवान् के प्रति भक्ति शीघ्रता से बढ़े।

६। जवनिका पुटीकृता।

 • The curtain is folded (pleated).
 • परदा घरी किया गया।

७। धैर्यशाली धनम् अवाप्नोति।

 • Courageous person attains wealth.
 • धैर्यशील व्यक्ति धन प्राप्त करता है।

८। शङ्खं धमति सः उच्चैः।

 • He blows the conch loudly.
 • वह शंख को ऊंचे स्वर में बजाता है।

९। कृशः स्थूलम् आह्वयति युद्धार्थम्।

 • The weak challenges the strong for the battle.
 • बलहीन व्यक्ति बलवान् को युद्ध के लिए ललकारता है।

१०। भृत्यः भारं वहति सर्वत्र।

 • The servant carries the load everywhere.
 • सेवक सर्वत्र बोझ उठाकर ले जाता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। विष्णुः मकरात् गजेन्द्रं रक्षति।

 • Vishnu protects the elephant from the crocodile.
 • विष्णु गज को मगर से बचाता है।

२। बहिः सर्वत्र धूमः वर्तते।

 • Outside, smoke is there everywhere.
 • बाहर सभी ओर धुआं है।

३। राणाप्रतापात् अकबरः बिभेति स्म।

 • Akbar was afraid of Rana Pratap.
 • अकबर राणा प्रताप से डरता था।

४। कर्मयोगिने कार्यकरणं रोचते।

 • Karmayogi enjoys doing the work.
 • कर्म योगी को कार्य करना अच्छा लगता है।

५। वातायनम् उद्घाटय शीघ्रम्।

 • Open the window quickly.
 • वातायन को शीघ्र खोलो।

६। कर्णाभरणं कुत्र पतितम्।

 • Where did the earring fall?
 • कुण्डल कहाँ गिरा।

७। सस्यं वेगेन वर्धते।

 • Plant grows quickly.
 • पौधा शीघ्रता से बढ़ता है।

८। कोटरे मूषकः शावकान् अजनयत्।

 • The mouse gave birth to the babies inside the cavity.
 • कोटर में चूहे ने बच्चों को जन्म दिआ।

९। तव त्वक् कृष्णा अभवत्।

 • Your skin turned black.
 • तुम्हारी त्वचा काली हो गई।

१०। बधिरः आसीत् सः पुरा।

 • He used to be deaf.
 • वह पहले बहरा था।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१. समाचारपत्रं तत्र स्थापय।

 • Keep the newspaper there.
 • समाचारपत्र वहाँ रखो।

२. मुख्यमन्त्रिणा इत्थं न वक्तव्यम्। The chief Minister should not speak like this.

 • मुख्यमंत्री को ऐसा नहीं बोलना चाहिए।

३. दक्षिणे स्कन्धे महती वेदना तस्याः।

 • She has severe pain in her right shoulder.
 • उसके दाहिनी कंधे में बहुत वेदना है।

४. दध्नि मक्षिका पतिता।

 • The house-fly fell into the curds.
 • मक्खी दही में गिर गई।

५. गोण्यां गोधूमः अस्ति।

 • There is wheat in the sack.
 • बोरी में गेहूँ है।

६. मार्जारः कूर्दते।

 • The cat is jumping.
 • बिल्ली कूद रही है।

७। देवदत्तः इति भीष्मस्य अपरं नाम।

 • Devadatta is another name of Bhishma.
 • देवदत्त भीष्म का अन्य नाम है।

८। पारिजातपुष्पं न लभते सामान्यतः।

 • The parijat flower is not commonly available.
 • सामान्यतः पारिजात का फूल नहीं मिलता।

९। तैलपः अपि डयितुं शक्नोति।

 • Even cockroach can fly.
 • तिलचट्टा भी उड़ सकता है।

१०। वृद्धा दण्डेन चलति।

 • The old woman walks with a stick.
 • वृद्ध महिला लाठी के साथ चलती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अर्धचषकं जलं आनयेद्वा। Will you bring half a glass of water?

 • आधा गिलास पानी लाओ।

२। उट्टङ्ककः कुत्र गतः।

 • Where did the typist go?
 • उट्टङ्कक कहाँ चला गया।

३। कानिचित् खादितुं वस्तूनि सन्ति वा।

 • Are there any snacks (edibles) to eat?
 • क्या खाने के लिए कुछ है ।

४। धावनस्पर्धायां पुरस्कारः प्राप्तः।

 • The prize was received in the race.
 • दौड़ में पुरस्कार प्राप्त हुआ।

५। शाकानि न सन्ति कण्डोले।

 • There are no vegetables in the basket.
 • डलिया में सब्जियाँ नहीं हैं।

६। समयः तु धावन् इव दृश्यते।

 • Time seems to pass by quickly.
 • समय बहुत वेग से जा रहा है।

७। सायंकाले तु क्रीडाङ्गणं व्रज।

 • Go to the playground in the evening atleast.
 • शाम को तो क्रीडाक्षेत्र में जाओ।

८। भोजनाय अवसरः न लब्धः।

 • There was no opportunity for having food.
 • भोजन के लिए कोई अवसर ही नहीं मिला।

९। रेलयानं चैन्नईपर्यन्तं यास्यति।

 • The train will go till Chennai.
 • ट्रेन चेन्नई तक जाएगी।

१०। भारतीयभाषाः संस्कृतसम्बन्धिताः स्युः।

 • Indian languages ​​are mostly related to Sanskrit.
 • भारतीय भाषाएँ संस्कृत से संबन्धित हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। आतपः तीव्रः अस्ति बहिः।

 • The sun is scorching hot outside.
 • बाहर सूर्य की गर्मी तीव्र है।

२। शिरस्त्राणं धृत्वैव गच्छ।

 • Take your hat and go
 • अपनी टोपी लेकर जाओ।

३। सः ऊष्णीषं विक्रीणीते वा।

 • Does he sell turbans?
 • वह पगड़ी बेच रहा है क्या।

४। कूपे जलाकर्षाणाय स्थापिता रज्जुः क्षयति।

 • The rope installed for drawing water from the well is wearing out.
 • कूप से पानी निकालने के लिए लगाई गई रस्सी का क्षरण हो रहा है।

५। क्षेत्रभूमिः मेघाच्छादिता अस्ति।

 • The field is covered with clouds.
 • खेत मेघों से ढ़का हुआ है।

६। तस्मिन् उद्याने रमामहे वयम्।

 • We are enjoying in that park.
 • हम उस उद्यान में आनन्द कर रहे हैं।

७। दूरवाणीं पश्यन् तेन गर्तः न दृष्टः।

 • While watching the mobile, he didn’t notice the ditch.
 • दूरवाणी देखते हुए उसे गड्ढा नहीं दिखा।

८। नखकृन्तनीं स्वीकुरु भोः।

 • Take the nail cutter, my friend.
 • मित्र, नखकृन्तनी स्वीकार करो।

९। तरणसमये नौकावत् शरीरं कुरु।

 • Make your body like a boat while swimming
 • तैरते समय शरीर को नाव की तरह बना लो।

१०। सः घटः मृत्तिकया निर्मितः किल।

 • That  pot is made of clay, isn’t it?
 • वह मिट्टी से बना हुआ घड़ा है ना।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। मयूरपिच्छः सर्वेभ्यः रोचते।

 • The peacock feather appeals to everyone. 
 • मोर पंख सभी को अच्छा लगता है। 

२। सा मां जीवनानुशासनम् अपाठयत्।

 • She taught me the principles of life. 
 • उसने मुझे जीवन के सिद्धांतों को सिखाया। 

३। जनाः जैविककृषिं कर्तुं चेष्टन्ते।

 • People endeavor to do organic farming. 
 • लोग जैविक खेती करने का प्रयास करते हैं। 

४। कीटः पादान् प्रसार्य शेते।

 • The insect sleeps with stretched-out legs. 
 • कीट पैरों को फैलाकर सोता है। 

५। कुञ्चिकया तालः उद्घाटितः।

 • The lock was opened by using the key. 
 • चाबी से ताला खोला गया। 

६। आपणात् मशकजालम् आनय।

 • Bring mosquito net from the shop. 
 • दुकान से मच्छरदानी लाओ। 

७। कुतः रात्रौ जवनिकाः कम्पन्ते।

 • Why do curtains move ( shake / flutter ) at night? 
 • रात में परदे क्यों हिल रहे हैं।

८। पुस्तकप्रियः पुस्तकमेव वाञ्छति।

 • A book lover wants only books. 
 • पुस्तक प्रेमी को केवल पुस्तकें ही चाहिए। 

९। अस्याः युवत्याः कर्णाभरणं तत्।

 • That is the earring of this girl ( lady). 
 • यह उस लड़की के कान का आभूषण है। 

१०। तत् कर्णाभरणं कियत् प्रकाशते।

 • How brightly that earring shines!
 • वह कान का आभूषण चमकता है। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। श्रीरामः निषादेन सेवितः।

 • Lord Rama is served by Nishad.
 • श्रीराम निषाद के द्वारा सेवित हुए।

२। शिशुः दुग्धाय क्रन्दति।

 • The baby cries for the milk.
 • बच्चा दूध के लिए रोता है।

३। पुत्रं माता कारवेल्लं खादयति।

 • Mother feeds bitter gourd to her son.
 • माता बेटे को करेला खिला रही है।

४। तूलिकायाः किं कार्यं साम्प्रतम्।

 • What is the use of the quilt right now?
 • वर्तमान में रजाई का काम क्या है।

५। ते अधुना अपि शेरते।

 • They are still sleeping.
 • वे अभी भी सो रहे हैं।

६। देवदर्शनाय निर्गच्छति सः।

 • He goes for ‘darshan’ of the deity.
 • वह देवता के दर्शन के लिए जाता है।

७। कदाचित्तु पुस्तकं स्वीकृत्य पठ।

 • Read the book at least occasionally.
 • कभी तो पुस्तक को लेकर पढ़ो।

८। कालगणना अपि एकं विज्ञानं भवति।

 • Astrology is also a science.
 • ज्योतिष भी एक विज्ञान है।

९। नटः मुखरागं क्षालयति।

 • The actor washes off the makeup.
 • अभिनेता मुखराग को धोता है।

१०। जालिन्याः लता वृक्षे प्रसृता।

 • The ridge gourd creeper is spread over the tree.
 • तोरई की लता पेड़ पर फैल गई।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। ध्येयनिष्ठः क्लेशान् सहते।

 • One who is focussed on the goal endures hardships.
 • ध्येयनिष्ठ व्यक्ति कठिनाइयों को सहता है।

२। दायित्वं स्वीकुरु न त्वं बाला अधुना।

 • Accept responsibility, you are not a child anymore.
 • दायित्व को स्वीकार करो तुम अब बालिका नहीं हो।

३। वर्णमालायां कति व्यञ्जनानि सन्ति।

 • How many consonants are there in the table of alphabets?
 • वर्णमाला में कितने व्यंजन होते हैं।

४। वृक्षेषु अपि चैतन्यं भवति भोः।

 • There is consciousness even in trees, my friend.
 • पेड़ों में भी चेतना होती है, मेरे मित्र।

५। पयोहिमं न उदराय लाभप्रदं स्यात्।

 • Ice cream is perhaps not beneficial for the stomach.
 • आईस्क्रीम पेट के लिए लाभकारी नहीं होती है।

६। सम्यक् गृहाण छूरिकाम्।

 • Hold the knife properly.
 • चाकू को सही से पकड़ो।

७। मातुः स्पर्शः मृदुः भवति।

 • A mother's touch is gentle.
 • माँ का स्पर्श कोमल होता है।

८। सर्पः फूत्कृत्य भाययति अस्मान्।

 • The snake hissed, frightening us.
 • साँप फूंककर हमें डराता है।

९। परिश्रमिणः सर्वसिद्धयः करस्थाः भवन्ति।

 • Diligent ones attain all the success.
 • परिश्रमी सभी सफलताओं को प्राप्त कर लेता है।

१०। चत्वारः पुरुषार्थाः पालनीयाः।

 • The four purusharthas should be pursued.
 • चार पुरुषार्थों का पालन करना चाहिए।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। प्रथमं वस्त्राणि निष्पीडयतु।

 • First wring the clothes.
 • पहले कपड़ों को निचोड़ दो ।

२। विक्रीतानि वस्तूनि न प्रतिस्वीकरोति आपणिकः।

 • The shopkeeper does not accept return of sold items
 • दुकानदार बेचे गए सामान को स्वीकार नहीं करता।

३। भोजनपरिवेषणात् पूर्वं पात्राणि प्रक्षालय।

 • Before serving food, wash the utensils.
 • भोजन कराने से पहले पात्रों को धो लो।

४। स्वच्छजलेन घटं पूर्यताम्।

 • Fill the pot with clean water.
 • घड़े में साफ पानी भरो।

५। अपघाते यानं पूर्णं नष्टम्।

 • The vehicle is completely damaged in the accident.
 • दुर्घटना में वाहन पूरी तरह से नष्ट हो जाता है।

६। कृष्णनिम्बं शाकरुचिं वर्धयते।

 • Curry leaf enhances the taste.
 • कड़ीपत्ता डालने से सब्जी का स्वाद बढ़ जाता है।

७। तिन्त्रिण्याः उपयोगः उपसेचने भवति।

 • Tamarind is used in the sauce.
 • चटनी बनाने के लिए इमली का उपयोग किया जाता है।

८। वृत्तकारिण्या वर्तुलं निर्मातु।

 • Draw a circle with the compass
 • वृत्तकार की सहायता से एक गोला बनाओ।

९। पुस्तकाधः रूप्यकाणि स्थापितानि।

 • Rupees are placed under the book.
 • पुस्तक के नीचे रुपए रखे गए हैं।

१०। धर्ममार्गः एव सर्वदा आश्रयणीयः।

 • The path of righteousness should always be followed.
 • धर्म का मार्ग हमेशा अनुसरण किया जाना चाहिए।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। येन कन्दुकं गृहीतं तम् आह्वय।

 • Call the one who took the ball.
 • जिसने गेंद ली है, उसे बुलाओ।

२। तावन्तं भारम् उन्नेतुं नाहं समर्थः।

 • I am not capable of lifting so much load.
 • मैं इतना भार उठाने में सक्षम नहीं हूँ।

३। श्रीरामः आजानुबाहुः आसीत्।

 • Lord Rama had long arms upto his knees.
 • श्रीराम के हाथ जानुपर्यन्त थे।

४। बालाः पूजार्थं पुष्पाणि अवचिन्वन्ति।

 • Children are plucking flowers for worship.
 • बच्चे पूजा के लिए फूल चुनते हैं।

५। अनवधानी भूत्वा न यानं चालय।

 • Do not drive the vehicle carelessly.
 • ध्यानविहीन होकर गाड़ी न चलाओ।

६। त्रिज्यस्य द्विगुणितः भवति व्यासः।

 • Diameter is twice the radius.
 • व्यास त्रिज्या का दोगुना होता है।

७। सूचिकां तदुचिते स्थाने स्थापय भोः।

 • Keep the needle in its proper place, my friend.
 • सुई को उसके सही स्थान पर रखो।

८। आसन्दं काष्ठनिर्मितं क्रीणामः।

 • Let's buy a wooden chair.
 • हम एक लकड़ी का आसन्द क्रय करें ।

९। भोजने कस्य तैलस्य उपयोगः क्रियते भवद्भिः।

 • Which oil is used for cooking by you.
 • भोजन बनाने के लिए आपके द्वारा किस तेल उपयोग किया जाता है।

१०। गृहे मम ताडनं सर्वाधिकं भवति।

 • I get beaten the most in the house.
 • घर में मेरी पिटाई सर्वाधिक होती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अजीर्णे भोजनं विषं भवति।

 • Undigested food becomes poison.
 • अपचा भोजन विष बन जाता है।

२। अति सर्वत्र वर्जयेत्।

 • Excess should be avoided in all respects.
 • सभी विषयों में अति नहीं करनी चाहिए।

३। सततम् आत्मचिन्तनं कुरु।

 • Always introspect.
 • हमेशा आत्म-चिंतन में लगे रहो।

४। स्नानं कदाचित् करोति वा भवान्।

 • Do you take bath sometimes?
 • क्या आप कभी स्नान करते हैं।

५। समस्तपदे कः धातुः प्रयुक्तः।

 • Which root is used in the compound-word?
 • समस्तपद में कौनसी धातु प्रयुक्त हुई है।

६। मम सुषुप्सा अद्य तीव्रतरा अस्ति।

 • I am very sleepy today.
 • मेरी ऊंघ आज अधिक है।

७। ताः तु नूतनाः शाटिकाः क्रीणन्ति।

 • They, however, buy new sarees.
 • वे तो नई साडियां क्रय कर रहीं हैं।

८। दीर्घजीवनं सर्वेषां न भवति।

 • Everyone does not have long life.
 • लंबा जीवन सभी के पास नहीं है।

९। सर्वं त्यक्त्वा भोजनं कुरु इदानीम्।

 • Leave everything (aside) and eat now.
 • सब कुछ छोड़कर अब भोजन करो।

१०। घटिका तु पुरातनी जाता।

 • The clock, however, has became old.
 • घड़ी तो पुरानी हो गई है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। छात्रः कक्षायाः सुधाखण्डं कोषे स्थापयति।

 • The student keeps the chalk-piece from the class, in the pocket
 • छात्र कक्षा से कोश में बत्ती रखता है।

२। सः तत् फलरसं मदर्थमेव अस्थापयत्।

 • He kept that fruit juice just for my sake.
 • उसने मेरे लिए फलों के रस को वहाँ रखा।

३। अपि बदरीफलानि शैत्यकाले आयान्ति।

 • Are berries available in winter?
 • क्या शीतकाल में बेर आते हैं?

४। भवतः आगमनस्य कारणं किम्।

 • What brings you here?
 • तुम्हारे आगमन का कारण क्या है।

५। तेषां कार्यक्रमस्य प्रसिद्धिः प्रसृता सर्वत्र।

 • Fame ( Success) of their program has spread everywhere.
 • उनके कार्यक्रम की सफलता सब ओर फैल गयी।

६। रुदता बालेन भोजनं न कृतम्।

 • Food was not eaten by the crying child.
 • रोते हुए बच्चे के द्वारा भोजन नहीं किया गया।

७। किमर्थम् असमये खादथ।

 • Why do you eat at the wrong time?
 • तुम सब ने असमय क्यों खाया?

८। मातृसेवनं सर्वैः कर्तव्यमेव।

 • Service to the mother must be done by everyone indeed.
 • माँ की सेवा सभी के लिए वास्तव में कर्तव्य है।

९। भवति के के गुणाः विद्यन्ते।

 • What all qualities do you have?
 • तुम्हारे पास कौन-कौन से गुण हैं?

१०। रामः उत्थाय प्रातःस्मरणं करोति।

 • After getting up in the morning Rama prays
 • उठकर राम प्रातःस्मरण करता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। लोकाः समस्ताः सुखिनो भवन्तु।

 • May all be happy.
 • सभी लोग सुखी हों।

२। सुरेन्द्रः स्वर्गस्य राजा अस्ति।

 • Surendra is the king of heaven.
 • इंद्र स्वर्ग का राजा है।

३। सः दण्डेन गर्दभं नियमयति।

 • He controls the donkey with a stick.
 • वह छड़ी से गधे को नियन्त्रित करता है।

४। पुत्रमोहान्धः आसीत् द्रोणाचार्यः।

 • Dronacharya was blinded by love for his son.
 • द्रोणाचार्य अपने पुत्र के प्रेम में अंधा था।

५। पीनसः इति रोगेन नासिका अवरुद्घा मम।

 • My nose is blocked due to Sinusitis.
 • मेरी नाक जुकाम के कारण बंद है।

६। दर्पणः भग्नः भवति।

 • The mirror is broken.
 • आईना टूट गया है।

७। रामनामाङ्कितम् अङ्गुलीयकमेतत्।

 • This ring is Ramanama-engraved.
 • इस अंगूठी पर राम का नाम लिखा हुआ है।

८। सः खड्गः निशितः अस्ति।

 • That sword is sharp.
 • वह तलवार तीक्ष्ण है।

९। परिश्रमी न निर्धनः भवति।

 • Hardworking person is not poor.
 • परिश्रमी लोग निर्धन नहीं होते।

१०। देवदासः भावपूर्णः जातः।

 • Devdas was filled with emotions.
 • देवदास भावपूर्ण है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सर्वप्राणिषुः ईश्वरः विद्यते।

 • God exists in all the living beings.
 • सभी जीवों में भगवान का अस्तित्व होता है।

२। योगस्य अष्ट अङ्गानि सन्ति।

 • There are eight limbs of yoga.
 • योग के आठ अंग होते हैं।

३। शयानं न पीडयतु।

 • Do not disturb the one who is sleeping.
 • सोने वाले को कष्ट न दें।

४। पुष्पहारः तु सुगन्धपूर्णः अस्ति।

 • The floral garland is fragrant.
 • फूलों का हार सुगंध से भरा हुआ है।

५। ध्यानस्थः जनः रामः रामः इति रटति।

 • The person in meditation chants 'Rama Rama'.
 • ध्यान में लगा व्यक्ति 'राम राम' का जाप करता रहता है।

६। राममन्दिरदर्शनं तु अकरवम्।

 • I had darshan at Ramamandir.
 • मैंने राम मंदिर का दर्शन कर लिया।

७। हस्तिपकः धैर्यवान् भवतु।

 • Elephant keeper should be courageous.
 • हाथी पालक साहसी हों।

८। कियान् सौभाग्यशाली अस्मि अहम्।

 • How fortunate I am.
 • मैं कितना भाग्यशाली हूँ।

९। वृष्टिं दृष्ट्वा सर्वे मोदन्ते।

 • Everyone is elated on seeing the rain.
 • वर्षा को देखकर सभी खुश होते हैं।

१०। पङ्क्तिः दीर्घतरा अस्ति ततः।

 • The queue is longer from thereon.
 • वहाँ की अपेक्षा यहाँ पंक्ति लंबी है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। माता योगसूत्राणि स्मरति।

 • The mother remembers the Yoga Sutras.
 • माँ योग सूत्रों को याद करती हैं।

२। अनुजः अग्रजाम् अनुकरोति।

 • The younger brother imitates the elder sister.
 • छोटा भाई बड़ी बहन का अनुकरण करता है।

३। भू इति धातुः अकर्मकः अस्ति।

 • भू is an intransitive verb-root
 • भू यह धातु एक अकर्मक धातु है।

४। अहर्निशं राष्ट्रचिन्तनं करोति राजा।

 • The king thinks about the nation day and night.
 • राजा राष्ट्र की चिंता दिन रात करता है।

५। प्राणायामं करोमि प्रातःकाले।

 • I do pranayama in the morning.
 • मैं सुबह प्राणायाम करता हूँ।

६। स्वर्णकारस्य उत्पीठिका एषा।

 • This is goldsmith's table.
 • यह सुनार की उत्पीठिका है।

७। आतपेऽपि आनन्दः सन्न्यासिनः।

 • There is happiness for ascetics, even in the heat
 • ऊष्णता में भी संन्यासी के लिए आनंद है।

८। अग्निज्योतिः ऊर्ध्वमुखी भवति सर्वदा।

 • The flame is always upward-facing.
 • अग्नि की ज्योति हमेशा ऊपर की ओर होती है।

९। इतः एव धावितः सः मूषकः।

 • That mouse ran from here itself.
 • वह चूहा यहाँ से ही भागा था।

१०। अशोकवाटिकायां स्थापिता सीता रावणेन।

 • Sita was kept in the Ashoka grove by Ravana.
 • रावण ने सीता को अशोक वाटिका में रखा।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। प्रतिवर्षं पञ्च वृक्षान् आरोपयामि।

 • Every year, I plant five trees.
 • हर साल, मैं पाँच पेड़ लगाता हूँ।

२। नलिकायाः बिन्दुमात्रं जलं स्रवति।

 • Just a drop of water trickles from the tap.
 • नल से बूंद के बराबर पानी बह रहा है।

३। नदीतटे अधिकः फेनः संगृहीतः जातः।

 • A lot of foam has gathered on the bank of the river.
 • नदी के किनारे बहुत सारा झाग जमा हो गया है।

४। सुरङ्गमार्गः उन्नते पर्वते अस्ति।

 • The tunnel-road is on the high mountain.
 • सुरंग मार्ग ऊंचे पहाड़ पर है।

५। सा प्रतिदिवसं संस्कृतं पठति।

 • She reads Sanskrit every day.
 • वह प्रतिदिन संस्कृत पढ़ती है।

६। राज्ञी शासनं करोति अस्मिन् राज्ये।

 • The queen governs this kingdom.
 • रानी इस राज्य में शासन करती है।

७। वधूः वरं दृष्ट्वा लज्जते।

 • The bride feels shy upon seeing the groom.
 • वधू वर को देखकर लजाती है।

८। सारथिः गुणाढ्यः भवेत्।

 • The charioteer should be meritorious.
 • सारथि गुणवान् होना चाहिए।

९। भटः चोरान् ताडयति।

 • The soldier is beating the thieves.
 • सैनिक चोरों को सजा देता है।

१०। पुत्र आगत्य भोजनं कुरु।

 • Son, come and have 

the meal.

 • बेटा, आकर भोजन करो।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अधुनैव अपठमहं धन्यवादाः।

 • I just read. Many thanks. 
 • मैने अभी ही पढ़ा। धन्यवाद।

२। स्थालिकां न भ्रमय त्वम्।

 • Do not rotate the plate.
 • थाली को मत घुमाओ।

३। देशं सम्यक् परिपालयति प्रधानमन्त्री।

 • The Prime Minister governs the country well.
 • प्रधानमंत्री देश का अच्छे से चला रहे हैं।

४। साम्प्रतिके काले मतदानं सर्वोत्कृष्टं दानमस्ति।

 • Voting is the best donation in the present times.
 • मतदान वर्तमान समय में सर्वोत्तम दान है।

५। मम माता भूमिः पुत्रः अहं पृथिव्याः।

 • Earth is my mother and I am son of earth.
 • पृथ्वी मेरी माँ है और मैं उसका पुत्र हूँ।

६। भल्लूकः मां जिघ्रति।

 • The bear smells me.
 • भालू मुझे सूंघ रहा है।

७। कोटिशः मशकाः विद्यन्ते अत्र।

 • There are crores of mosquitoes here.
 • यहाँ करोड़ों मच्छर हैं।

८। पर्यङ्के आच्छादकं प्रसार्य उपविशतु।

 • Spread the sheet on the bed and sit down.
 • पर्यंक पर चादर फैलाओ और बैठो।

९। गोमयेन निर्मितः दीपः एषः।

 • This lamp is made of cow dung.
 • यह दीपक गोबर से बनाया गया है।

१०। कासारः तु पूर्वम् आसीत् अत्र।

 • There was a lake here before.
 • तालाब तो यहाँ पहले था।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। का त्वं बाले।

 • Who are you, child?
 • तू कौन है बच्ची।

२। विश्वेऽस्मिन् प्रसारयतु सर्वत्र।

 • Spread it everywhere, in this world.
 • इस विश्व में इसे हर जगह फैलाओ।

३। अत्र तापमानं चत्वारिंशत्तः अधिकम् अस्ति।

 • The temperature here is more than forty degrees.
 • यहाँ का तापमान चालीस से अधिक है।

४। निर्निमेषं निर्वाचनप्रचारः चलति।

 • The political campaign is happening continuously.
 • निर्वाचन का प्रचार कार्य निरंतर चल रहा है।

५। ऊरुकन्तु विदरितं जातम्।

 • The trouser is torn though.
 • पायजामा फट गया।

६। जानुनि वेदना अधिका अभवत्।

 • Pain has increased in the knee.
 • घुटने में अधिक वेदना हो गई।

७। प्राप्तान् पुरस्कारान् कपाटिकायां स्थापयतु।

 • Place the awards that are received in the wardrobe.
 • प्राप्त पुरस्कारों को कपाटिका में रखो।

८। सत्तां प्राप्तुमेव प्रयतते सः।

 • He is striving just to attain power.
 • वह सत्ता प्राप्त करने का प्रयास कर रहा है।

९। चषकपरिमितं दुग्धं पास्यामि।

 • I will drink a glassful of milk.
 • मैं गिलास के बराबर मात्रा में दूध पीऊंगा।

१०। पुत्री कियत् शीघ्रं ज्येष्ठा अभवत्।

 • The daughter has grown up so soon.
 • बेटी बहुत शीघ्र बड़ी हो गई।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। वाल्मीकिः नारदं परिपृच्छति।

 • Valmiki asks Narada.
 • वाल्मीकि नारद से पूछता है।

२। कथनानुसारेण कार्यं क्रियताम्।

 • Let the work be done according to the description.
 • कथन के अनुसार कार्य किया जाए।

३। जम्बीरपानीयं देहि मह्यम्।

 • Give me some lemon juice
 • मुझे थोड़ा नींबू पानी दो।

४। बहिःस्थानि खाद्यानि न खादामि।

 • I don't eat outside food
 • मैं बाहर का खाना नहीं खाता।

५। पुरातनवैरेण तेन इत्थम् आचर्यत।

 • He behaved like this because of an old enmity.
 • पुरानी शत्रुता के कारण उसके द्वारा ऐसा व्यवहार किया गया।

६। उपस्थितान् सम्बोधयतु रमेशः।

 • Ramesh should address those who are present.
 • रमेश को उपस्थित लोगों को संबोधित करना चाहिए।

७। नेतारः भाषन्ते।

 • The leaders are speaking.
 • नेता बोल रहे हैं।

८। कार्यकरणे निरन्तरता आवश्यकी।

 • Consistency is essential in execution.
 • कार्य करने में निरंतरता आवश्यक है।

९। ततः सायं षड्वादने प्रस्थास्यति यानम्।

 • Vehicle will depart from there at 6 o’clock in the evening.
 • वहाँ से शाम को छः बजे गाड़ी निकलेगी।

१०। सः तान् तोषयितुं प्रयतते।

 • He tries to please them.
 • वह उन्हें खुश करने की कोशिश करता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सत्यभाषिणः न शङ्कन्ते।

 • Truthful speakers do not suspect.
 • सच्चे बोलने वाले शंका नहीं करते।

२। रामपूर्वजैः धर्मः परिपालितः।

 • Dharma was upheld by the ancestors of Rama.
 • राम के पूर्वजों ने धर्म का पालन किया।

३। दैत्यगुरुः शुक्राचार्यः आसीत्।

 • Shukracharya was Daityas’ teacher.
 • राक्षसों के गुरु शुक्राचार्य थे।

४। किमर्थम् एषः गृहं परितः अटति।

 • Why is he roaming around the house?
 • वह घर के आस-पास क्यों घूम रहा है।

५। सेवमानः पुत्रः देवं लभते।

 • The son who serves attains the divine.
 • सेवा करने वाला पुत्र देवता को प्राप्त होता है।

६। जल्पनं विहाय कार्यं कुरु।

 • Work without gossiping.
 • व्यर्थ बात छोड़़कर काम करो।

७। गरुडः विनतायाः पुत्रः अस्ति।

 • Garuda is the son of Vinata.
 • गरुड़ विनता का पुत्र है।

८। अस्मै दलाय दशाङ्कानि दीयन्ताम्।

 • Ten points be given to this team.
 • इसे दल को दस अङ्क दिए जाएं।

९। दैवयोगेन अहमत्र प्रत्यागतः।

 • I returned because of divine providence.
 • मैं यहाँ दैवी योग से आया हूँ।

१०। अपघातं दृष्ट्वा सः विसंज्ञम् अवाप्नोत्।

 • Seeing the accident, he became unconscious.
 • दुर्घटना को देखकर वह मूर्छित हो गया।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। विद्दुद्दीपे कीटः उपविष्टः।

 • An insect is sitting on the bulb.
 • विद्युत दीप पर कीड़ा बैठा है।

२। आरक्षकाः ग्रहीतुम् आयान्ति ताम्।

 • The guards are coming to capture her.
 • रक्षक उसे पकड़ने आ रहे हैं।

३। घटिकायां समयं पश्यतु।

 • See the time in the watch.
 • घड़ी में समय देखो।

४। दैवीशक्तिः प्रबला भवति।

 • Divine power is strong.
 • दैवी शक्ति बलवती होती है।

५। विकिरतु तण्डुलान्।

 • Spread the rice.
 • चावलों को बिखेर दो।

६। राष्ट्रसेवनकार्यमेतत्।

 • This is a work of national service.
 • यह राष्ट्र सेवा का काम है।

७। दुष्टं वाक्यं किमस्ति।

 • Which one is a wrong sentence?
 • अनुचित वाक्य क्या है।

८। भो राम माम् उद्धर।

 • Oh Rama, save me!
 • हे राम, मेरा उद्धार करो।

९। शुभा भवतु इयं रात्रिः तुभ्यं।

 • May this night be auspicious for you.
 • तुम्हारे लिए यह रात्रि शुभ हो।

१०। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु।

 • May everyone see auspicious things.
 • सभी लोग शुभ देखें।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। निर्झराः सन्ति यस्मिन् स्थाने।

 • Where there are waterfalls.
 • जिस स्थान में झरने हैं।

२। बालसूर्यः आकर्षकः स्यात्।

 • The rising sun may be attractive.
 • बाल सूर्य आकर्षक होता है।

३। दुष्करं कार्यं कथं वा साधितं त्वया।

 • How was the difficult task accomplished by you?
 • तुमने कठिन काम को कैसे संपन्न किया।

४। क्रुद्धो हन्यात् गुरून् अपि।

 • The angry man may even kill the teachers.
 • गुस्से में व्यक्ति गुरुओं को भी मार सकता है।

५। नासारज्जुं आकर्षय तस्य।

 • Pull his nose rope.
 • उसकी नाक की रस्सी खींचो।

६। सा शिशुचित्रं लिखति अङ्कन्या।

 • She is sketching a baby’s picture with pencil.
 • वह अङ्कनी बच्चे का चित्र बना रही है।

७। पञ्च न षड् अङ्गुल्यः सन्ति मे।

 • I have six fingers, not five.
 • मेरे पास पांच नहीं छह अङ्गुली हैं।

८। कटोपरि पादरक्षान् मा स्थापय।

 • Don’t keep footwear on the mat.
 • बिस्तर पर जूते न रखें।

९। कति तैलकूप्यः क्रीताः तया।

 • How many oil bottles were bought by her?
 • उसने कितने तेल के पात्र क्रय किए।

१०। कुशान् लुनाति इति कुशलः।

 • One who cuts the grass is called a skilled person.
 • कुश(घास) को छाट़ने वाला व्यक्ति कुशल होता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। दोलायाः उपरि सा उपविष्टा।

 • She sat on the swing. 
 • झूले के ऊपर वह बैठी थी।

२। प्रधानाचार्यः सर्वछात्रसमूहान् सम्बोधयति।

 • The principal addresses all the groups of students. 
 • प्राचार्य सभी छात्रों के समूहों को संबोधित करते हैं।

३। योगो भवति दुःखहा।

 • Yoga is the destroyer of pain. 
 • योग दुःख का नाशक है।

४। रामो विग्रहवान् धर्मः।

 • Rama embodies righteousness. 
 • राम धर्म का प्रतिष्ठान हैं।

५। मम पुरतः सदा हनुमान् भवति।

 • Hanuman is always in front of me. 
 • हनुमान हमेशा मेरे सामने होते हैं।

६। तस्य पिता सैनिकः किल।

 • His father is a soldier isn’t it?
 • उसके पिता सेना में हैं ना।

७। मतदानार्थं सर्वे गताः।

 • All have gone for voting. 
 • सभी मतदान के लिए गए।

८। तस्य भूविज्ञानकक्षा चलति इदानीम्।

 • His geography class is going on now. 
 • उसकी भूगोल की कक्षा अभी चल रहा है।

९। गते शोकं न कुर्वीत।

 • Do not brood over the past. 
 • भूतकाल का शोक न करें।

१०। सः पर्यावरणप्रेमी भवेत्।

 • He should become environment-conscious. 
 • वह पर्यावरण प्रेमी होना चाहिए।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। भूपटे भारतं कुत्र।

 • Where is India on the map? 
 • मानचित्र पर भारत कहाँ है।

२। इदं शरीरं राष्ट्राय इदं न मम।

 • This body is meant for the nation, it is not mine. 
 • यह शरीर राष्ट्र के लिए है मेरे लिए नहीं।

३। सः प्रधानमन्त्रिणः अग्रजः अस्ति।

 • He is Prime Minister’s elder brother. 
 • वह प्रधानमंत्री का बडा भाई है।

४। मातुः पादस्पर्शनं करोषि किल त्वम्।

 • You touch mother's feet, don’t you?
 • तुम माँ के पाँव छूते हो ना।

५। देवदत्तः ज्वरेण कम्पते।

 • Devadatta is trembling with fever. 
 • देवदत्त ज्वर से कांप रहा है।

६. राष्ट्ररक्षासमो यज्ञः दृष्टः नैव च नैव च। There is never a Yajgna equivalent to nation-protection, never ever.

 • राष्ट्र की रक्षा के समान यज्ञ नहीं देखा नहीं देखा।

७। अधिकारी अधिकारक्षेत्रं जानातु सम्यक्।

 • The officer should know his jurisdiction well. 
 • अधिकारी को अपने प्रभाव क्षेत्र को अच्छे से जानना चाहिए।

८। उपवेशनात् पूर्वं स्थानं मार्जय।

 • Before sitting down, clean the place. 
 • बैठने से पहले स्थान को साफ करें।

९। सा वामपक्षेण शेते।

 • She sleeps on her left. 
 • वह बाएं करवट से लेटी है।

१०। शिशुः गाढनिद्रायाम् अस्ति।

 • The baby is in deep sleep. 
 • बच्चा गहरी नींद में है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सः शयानः किन्तु न सुप्तः।

 • He is lying down but not asleep. 
 • वह लेटा हुआ है लेकिन सोया नहीं है।

२। तस्य श्मश्रु अचिरात् वर्धितम्।

 • His beard grew quickly. 
 • उसकी दाढ़ी शीघ्र ही बढ़ गई।

३। सः‌ मारीचं सहायं वरयामास।

 • He chose Maaricha as an accomplice. 
 • उसने मारीच को सहायक के रूप में चुना।

४। सञ्चिकायां मम चित्रं तु नास्ति।

 • But my picture is not there in the file. 
 • लेकिन मेरा चित्र सञ्चिका में नहीं है।

५। सप्त इति भाजकसङ्ख्या वर्तते।

 • The divisor is seven. 
 • भाजक संख्या सात है।

६। अहं तमिलपत्रिकां पिपठिषामि।

 • I want to read Tamil newspaper. 
 • मैं तमिल समाचार पत्रिका पढना चाहता हूँ।

७। रामः शबर्या सम्पूजितः।

 • Rama was worshipped by Shabari. 
 • राम शबरी द्वारा पूजित हुए।

८। नैव क्लिष्टा न च कठिना।

 • Neither difficult nor hard. 
 • न तो क्लिष्ट है और न ही कठिन ।

९। उत्तरपत्रिकां परिशीलय।

 • Examine the answer sheet. 
 • उत्तर पत्रिका का परीक्षण करें।

१०। कतमे वर्षे सा दिवङ्गता।

 • In which year did she pass away? 
 • वह किस वर्ष दिव्यं हो गई।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। बालेन सर्वत्र वक्ररेखाः लेखिताः।

 • Curves were scribbled by the child everywhere.
 • बच्चे ने सर्वत्र वक्ररेखाएँ खींचदीं।

२। मन्दिरस्य दक्षिणतः आम्रः आसीत्।

 • There was a mango tree at the right side of the temple. 
 • मंदिर के दक्षिण दिशा की ओर एक आम का पेड़ था।

३। जलबन्धः बृहन् अस्ति।

 • The dam is big. 
 • बांध बड़ा है।

४। आपद्दीपं ददातु शीघ्रम्।

 • Give the emergency lamp quickly.
 • शीघ्रता से आपदा की दीपक दो।

५। राजमार्गे मार्गदीपाः न विद्यन्ते।

 • There are no street lamps on the highway. 
 • राजमार्ग पर सड़क के दीपक नहीं हैं।

६। पनसफलं खादति किं भवती।

 • Do you eat jackfruit? 
 • क्या तुम कटहल खाती हैं।

७। धौतवस्त्रं अपि धरति सः।

 • He wears Dhoti too. 
 • वह धोती भी पहनता है।

८। भारते चित्रकः अफ्रिकातः आनीतः।

 • The cheetah was brought to Bharat from Africa. 
 • चरते को भारत में अफ्रीका से लाया गया।

९। परशुना कर्तितः पादः तस्य।

 • His foot was cut by an axe. 
 • उसका पैर कुल्हाडी से काट गया था।

१०। करतले मधुमक्षिकास्ति तव।

 • There is a bee on your palm. 
 • तुम्हारे हाथ में एक मधुमक्षिका है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। रामः सीताम् अनुप्राप्य राज्यं पुनरवाप्तवान्।

 • Rama regained his kingdom after finding Sita.
 • राम ने सीता को पाकर अपना राज्य पुनः प्राप्त किया।

२। कुत्र विराजते मे धेनुः मातः।

 • Where is my cow mother?
 • माँ मेरी गाय कहाँ है।

३। जलाश्वः स्थूलः अस्ति।

 • The hippopotamus is fat.
 • दरियाई घोड़ा मोटा है।

४। दाधेयं खाद तत् शीतलतां ददाति।

 • Have Raita, it keeps you cool.
 • रायता खाओ, वह शीतलता देगा।

५। छत्राकं न खादितं मया कदाचित्।

 • Mushroom has never been eaten by me.
 • मैंने कभी कुकुरमुत्ता नहीं खाया है।

६। नैच्छत् राज्यं महाबलः।

 • The mighty warrior did not desire kingdom.
 • महायोद्धा ने राज्य की इच्छा नहीं की।

७। रात्रौ कुक्कुरः मयि भषति।

 • The dog barks at me at night.
 • रात में कुत्ता मुझपर भोंकता है।

८। शुकहरितं वस्त्रं परश्वः आगन्ता।

 • The parrot-green cloth will arrive the day after tomorrow.
 • हरे तोते के रंग का कपड़ा परसों आ आयेगा।

९। वृक्षे एकमपि पर्णं न दृश्यते।

 • Not a single leaf is seen on the tree.
 • पेड़ पर एक भी पत्ता नहीं दिखता है।

१०। अङ्गविन्यासविशेषः भवति नर्तनम्।

 • Special body movements is the dance.
 • विशेष शारीरिक आंगविन्यास नृत्य होता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। भवती परिवारेण साकं वर्तताम्।

 • You stay with your family.
 • आप अपने परिवार के साथ रहो।

२। तस्य कुटिलताम् अवगच्छ।

 • Understand his cunningness.
 • उसकी चालाकी को समझो।

३। सः त्वां वञ्चयति।

 • He is deceiving you.
 • वह तुम्हें वञ्चना दे रहा है।

४. कनिष्ठिकायां व्रणः जातः मे।

 • My little finger is wounded
 • मेरी छोटी उंगली में घाव हो गया है।

५। पादरक्षा रक्तवर्णीया अस्ति मे।

 • My footwear is red in colour.
 • मेरी चप्पल लाल रंग की है।

६. किन्तु तयोः एकां मर्कटः नीतवान्।

 • But the monkey took away one of the those two.
 • लेकिन बंदर उन दोनों में से एक को चुरा ले गया।

७। शरीरे सप्तचक्राणि भवन्ति सर्वेषाम्।

 • There are seven chakras in everyone's body.
 • हर व्यक्ति के शरीर में सात चक्र होते हैं।

८। तेषु मूलाधारचक्रम् अपि अस्ति।

 • Among them, there is a mooladhara chakra also.
 • उनमें से एक मूलाधार चक्र भी है।

९। ग्रन्थालये तूष्णीं तिष्ठन्ति सर्वे।

 • Everyone remains silent in the library.
 • पुस्तकालय में सभी चुपचाप बैठे रहते हैं।

१०। हस्तकङ्कणानि शब्दं कुर्वन्ति।

 • Bracelets make sound.
 • कंगन ध्वनि करते हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। कुतः मां वक्रदृष्ट्या पश्यसि।

 • Why do you look sideways at me?
 • तुम मुझे टेढ़ी दृष्टि से क्यों देख रहे हो।

२। मन्दिरे ध्वजस्तम्भः अत्युन्नतः।

 • The flagpost in the temple is very tall.
 • मंदिर में ध्वजदण्ड बहुत ऊँचा है।

३। मुगलाक्रमणसमये इमानि मन्दिराणि अपि ध्वस्तानि।

 • During the Mughal invasion, these temples were also destroyed.
 • मुघल आक्रमणकाल में ये मंदिर भी नष्ट कर दिए गए थे।

४। प्रतिदिनं दश वाक्यानि लिख।

 • Write ten sentences every day.
 • प्रतिदिन दस वाक्य लिखो।

५। जपाकुसुमम् उद्याने अस्ति किम्।

 • Is there a Hibiscus flower in the garden?
 • उद्यान में गुढल का फूल है क्या।

६। भारतीयधेनूनां ककुत् भवति।

 • Indian cows have a hump.
 • भारतस्य गायों के कूबड होता है।

७। कर्पूरम् उत्थापय इतः।

 • Pick up the camphor from here.
 • यहाँ से कपूर उठाओ।

८। रामनवम्याः दिवसे अत्र कार्यक्रमः भवति।

 • There happens a program here on Rama Navami.
 • राम नवमी के दिन यहाँ कार्यक्रम होता है।

९। टङ्कणगतिः तस्य महती अस्ति।

 • His typing speed is very high.
 • उसकी टङ्कन की गति अधिक है।

१०। कर्तरीं स्वीकृत्य कार्यं कुरु।

 • Do the work after taking scissors.
 • कैंची लेकर के काम करो।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सः कदा त्यक्ष्यति पदम्।

 • When will he give up his position?
 • वह पद छोड़ेगा कब।

२। एतेभ्यः त्रिभ्यः देहि रूप्यकाणि।

 • Give money ( rupees) to these three.
 • इन तीनों को रूपये दो।

३। भिक्षुकं न तर्जयत।

 • (You all) do not scold the beggar.
 • (तुम सब) भिक्षुक को मत डाँटो।

४। शीघ्रम् उत्थाय जलं पूरयामि अहम्।

 • I get up quickly and fill the water.
 • मैं शीघ्र उठकर पानी भर लेता हूँ।

५। तस्य शब्दजाले न भ्रमतात्।

 • Do not get deluded by his web of words.
 • उसके शब्दजाल में मत भटकना।

६। मया सह वर्तस्व तव कल्याणं भवेत्।

 • Stay with me ; your welfare may ensue.
 • मेरे साथ रहो तुम्हारा कल्याण होगा।

७। संसारं दृष्ट्वा मोहावेशं न प्राप्नुहि।

 • Upon seeing the world, do not get deluded.
 • दुनिया को देखकर मोह में न पड़ो।

८। धर्म एव हतो हन्ति।

 • Only violated dharma violates.
 • मारा गया धर्म ही मारता है।

९। पञ्चाङ्गं दृष्टं मया।

 • Calander has been seen by me.
 • पंचांग मेर् द्वारा देखा गया है।

१०। मायामयम् इदम् अखिलं बुद्ध्वा।

 • Knowing that this entire world is illusory.
 • इस सारे जगत को मिथ्या जानकर।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अभिमानः सर्वनाशकः भवति।

 • Pride is destructive.
 • गर्व सर्वनाशक होता है।

२। श्रीमतः रामकृष्णस्य शिष्यः अयम्।

 • He is a disciple of Shri Ramakrishna.
 • यह श्री रामकृष्ण का शिष्य है।

३। इदम् आसनं रत्नैः कल्पितम्।

 • This seat is made of precious gems.
 • यह आसन रत्नों से बना हुआ है।

४। एषा बाला कीर्तिमानं स्थापयेत्।

 • This girl may establish a record.
 • यह लड़की कीर्तिमान बना सकती है।

५। एकस्मिन् पात्रे पायसम् आनय।

 • Bring paayasam in a vessel.
 • एक बर्तन में पायस लाओ।

६। ताम्बूलं खादित्वा ओष्ठौ रक्तौ जातौ।

 • After eating betel leaves, lips became red.
 • पान खाने के बाद होंठ लाल हो जाते हैं।

७। पूजां गृहाण प्रभो।

 • Accept the worship, Lord.
 • पूजा को स्वीकार करो, प्रभु।

८। यद् यत् कर्म क्रियते तत् अखिलम्।

 • whatever action one performs, it is complete.
 • जो भी कर्म किया जाता है, वह पूर्ण किया जाता है।

९। एतावदुक्त्वा अहं मम भाषणं समापयामि।

 • All that said, I conclude my speech.
 • इतना कहकर मैं अपना भाषण समाप्त करता हूँ।

१०। ब्रह्मपदं त्वं प्रविश विदित्वा।

 • You enter into Brahmapada, knowing it.
 • उसे जानकर ब्रह्म की अवस्था में प्रवेश करो।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। किमर्थम् अस्यां वार्तायां हससि।

 • Why are you laughing during this conversation?
 • इस बातचीत में तुम हँस क्यों रहे हो?

२। पृष्ठतः मन्दिरस्य पर्वतः वर्तते।

 • There is a mountain behind the temple. 
 • मंदिर के पीछे एक पहाड़ है।

३। सद्यः युवानः देशं सेवितुम् वाञ्छन्ति।

 • Nowadays young people wish to serve the country.
 • आज कल युवा लोग देश की सेवा करना चाहते हैं।

४। जटां धरति इति जटाधरः।

 • He who wears dreadlocks is called a Jataadhara
 • जो जटा धारण करता है, उसे जटाधारी कहते हैं।

५। रामनाम एव तारकमस्ति संसारात्।

 • The name of Rama alone is the raft(means)to cross the ocean of worldly existence. (samsaara)
 • राम का नाम ही संसार की समुद्र से पार लगाने वाला है।

६। मृत्तिकायाः सुगन्धं जिघ्र।

 • Smell the fragrance of the soil.
 • मिट्टी की सुगन्ध को सूंघो।

७। ध्येयं श्रीपतिरूपम् अजस्रम्।

 • Meditate on the form of the Shreepati incessantly. (non-stop)
 • निरन्तर भगवान के रूप पर ध्यान करो।

८। यद्यपि सर्वे प्राणिनः मरिष्यन्ति।

 • Eventhough all the living beings will die.
 • यद्यपि सभी प्राणी मरेंगे।

९ । तथापि धर्माचरणं न कुर्वन्ति।

 • Still, they do not follow dharma.
 • तथापि वे धर्म का आचरण नहीं करते।

१०। पाण्डुपुत्रः भीमः अहम्।

 • I am Bhima, the son of Pandu.
 • मैं पाण्डुपुत्र भीम हूँ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। नासिका अनुस्वारस्य उच्चारणस्थानम्।

 • The nose is the locus of pronunciation for anusvaara. 
 • नाक अनुस्वार का उच्चारण स्थान है। 

२। धीराः न शोचन्ति कदापि।

 • The wise never grieve. 
 • बुद्धिमान लोग कभी शोक नहीं करते। 

३। मित्रपरीक्षणम् आपत्काले भवति।

 • The test of friendship happens during difficult times. 
 • मित्रता का परीक्षण कठिन समय में होता है। 

४। उद्वाहानन्तरं गृहस्थः इति उच्यते।

 • One is called a householder after marriage. 
 • विवाह के पश्चात् व्यक्ति को गृहस्थ कहा जाता है। 

५। शृगालः वनं प्रति धावति।

 • The jackal runs towards the forest. 
 • सियार वन की ओर दौड़ता है। 

६। स्खलनकारणेन सा सोपानेभ्यः अपतत्।

 • Due to slipping, she fell from the stairs. 
 • फिसलने के कारण वह सीढ़ियों से गिर गई। 

७। हिमपातं दृष्ट्वा केचन अत्युत्साहिताः।

 • Some became overexcited upon seeing the snowfall. 
 • हिमपात देखकर कुछ लोग बहुत उत्साहित हो गए। 

८। अहं लघूद्योगं प्रारप्स्ये।

 • I will start a small business. 
 • मैं एक छोटा व्यापार शुरू करूँगा। 

९। नलिकायां मलमिश्रितं जलम् आयाति।

 • Dirty water comes through the pipe. 
 • मल मिला हुआ पानी नल के माध्यम से आता है। 

१०। कुञ्चिकागुच्छः एव पतितः कुत्रचित्।

 • The key-bunch itself fell somewhere. 
 • चाबियों का गुच्छा ही कहीं गिर गया। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अद्य सायं रामायणपाठः अस्ति।

 • Today evening there is a recitation of the Ramayana. 
 • आज शाम रामायण का पाठ है।

२। युवानः दृढनिश्चयिनः स्युः।

 • Youngsters should be firm in their resolve. 
 • युवा अपने निश्चय में दृढ़ रहें।

३। बुद्धिबलं सर्वबलप्रधानम्।

 • The supreme among strengths is the Intellectual strength.
 • बुद्धिमत्ता सब शक्तियों में प्रधान है।

४। प्रातरुत्थाय पितरौ नमति रामः।

 • Rama wakes up in the morning and bows to his parents. 
 • सुबह उठकर राम माता-पिता को नमस्कार करता है।

५। मम पुत्र्याः विवाहः अग्रिमवर्षे भविता।

 • My daughter's wedding will take place next year. 
 • मेरी बेटी का विवाह अगले वर्ष होगा।

६। सङ्गठनं सर्वसिद्ध्यास्पदं भवति।

 • Organization is the abode of all successes. 
 • संगठन सफलता का घर है।

७। मन्दिरनिर्माणे महती स्थापत्यकला उपयुज्यते स्म।

 • Great architectural skill was employed in temple construction. 
 • मंदिर निर्माण में महान स्थापत्य कला का प्रयोग किया जाता था।

८। कृष्णस्तु भगवान् स्वयम्।

 • Krishna is the god himself. 
 • कृष्ण स्वयं परमेश्वर हैं।

९। युवजनाः शस्त्रशास्त्रज्ञाः भवेयुः।

 • The youth should become experts in weaponry and scriptures. 
 • युवा शस्त्रों और शास्त्रों में विशेषज्ञ बनना चाहिए।

१०। तव पुत्रं सामाजिकानुशासनं पाठय।

 • Teach social ethics to your son. 
 • अपने बेटे को सामाजिक अनुशासन सिखाओ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। मक्षिकाः वारयति पुच्छम्।

 • The tail clears the flies off. 
 • पूछ मक्खियों को हटाती है।

२। बालाः देवीस्वरूपिण्यः भवन्ति।

 • Girls are embodiments of Devi.
 • बच्चियां देवी का स्वरूप होती हैं।

३। सूत्रस्मरणमपि आवश्यकमेव।

 • Remembering sutra is also necessary. 
 • सूत्र का स्मरण भी आवश्यक है।

४। विद्यार्थिनी गृहगमनाय शिक्षकम् अनुमतिं पृच्छति।

 • The student asks permission from the teacher to go home. 
 • छात्रा घर जाने के लिए शिक्षक से अनुमति लेती है।

५। कल्हणः राजतरङ्गिणीं रचितवान्।

 • Kalhana composed Rajatarangini. 
 • कल्हण ने राजतरंगिणी की रचना की।

६। अश्वत्थामा हतः नरो वा कुञ्जरो वा।

 • Ashwatthama is dead  • either man or elephant. 
 • अश्वत्थामा मर गया है, नर अथवा हाथी।

७। यत्करोमि जगन्नाथ तदस्तु तव पूजनम्।

 • Whatever I do, hey Jagannaatha, may that be your worship. 
 • जो कुछ मैं करता हूँ, हे जगन्नाथ, वह आपका पूजन हो।

८। भवती तु भगवती अस्ति मान्ये।

 • Respected lady, you are a goddess.
 • आप तो देवी हैं मान्ये।

९। भगवता शिवेन तस्मै दिव्यास्त्रं प्रदत्तम्।

 • A divine weapon was given to him by Lord Shiva
 • भगवान शिव के द्वारा उसे एक दिव्य अस्त्र दिया गया ।

१०। वणिक् वस्तूनि तोलयति।

 • The merchant weighs the goods. 
 • व्यापारी माल को तोलता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। शलभयूथः सस्यानि भक्षते।

 • The swarm of locusts eat the crops. 
 • टिड़ियों की झुंड फसल खाता है।

२। सः प्रथमार्जितेन धनेन वस्त्राणि निर्धनेभ्यः राति।

 • He gives clothes for the poor, with his first salary
 • प्रथमार्जित पैसों से वह निर्धनों के लिए कपड़े देता है।

३। युवती वृद्धं मातामहं श्रयति।

 • The young woman takes care of her aged grandfather. 
 • युवती अपने नाना का ध्यान रखती है।

४। दुष्टं मनः दुष्टविचारान् एव सूते।

 • An evil mind generates(creates) only evil thoughts. 
 • बुरा मन केवल बुरे विचारों को ही जन्म देता है।

५। हिंसां कुर्वन् न कश्चित् शान्तिम् आप्नुयात्।

 • No one may attain peace by committing violence. 
 • कोई भी हिंसा करके शांति नहीं प्राप्त करता।

६। वृकः रौति रात्रिकाले।

 • The wolf howls at night. 
 • भेड़िया रात में चीखता है।

७। देवाः सज्जनान् पान्ति।

 • Gods protect the virtuous (good people)
 • देवता धर्मात्माओं की रक्षा करते हैं।

८। काकः काकी च मिलित्वा शावकान् पिपूर्तः।

 • Male and female crows together nourish their young ones. 
 • कौवा और मादा कौवा मिलकर अपने बच्चों का भरण पोषण करते हैं।

९। सा दधि मथ्नाति।

 • She churns the curds.
 • वह दही मथती है।

१०। युद्धे व्रणितः भूत्वा सः खञ्जति।

 • Having been wounded in the battle, he limps. 
 • युद्ध में चोटिल होकर वह लंगड़ाता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सः विंशत्यै धेनुभ्यः प्रतिदिनं खादितुं ददाति।

 • He feeds twenty cows every day
 • वह हर दिन बीस गायों को खाने के लिए देता है।

२। भारतीयगगनयात्रिकाः चन्द्रं गमिष्यन्ति।

 • Indian astronauts will go to moon. 
 • भारतीय अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर जाएँगे।

३। अहम् अनुवैद्यः नास्मि उपवैद्यः अस्मि।

 • I am not a ward boy, but an assistant physician. 
 • मैं अनुवैद्य नहीं हूँ, सहायक चिकित्सक हूँ।

४। व्यक्तिः इति स्त्रीलिङ्गशब्दः अस्ति।

 • The word ‘ व्यक्तिः’ is of feminine gender. 
 • व्यक्ति शब्द स्त्रीलिंग है।

५। मम मतिरास्तां तव पदकमले।

 • My mind is in your lotus-feet 
 • मेरी मति आपके पदकमलों में स्थित हो।

६। अनेक इति सर्वनामपदमस्ति।

 • ‘अनेक’ is a pronoun. 
 • अनेक यह शब्द एक सर्वनाम है।

७। अध्यापिका बालान् अध्यापयति।

 • Lady teacher teaches the children. 
 • शिक्षिका बच्चों को पढ़ाती है।

८। कृषिकार्याय कौशलमावश्यकम्।

 • Skill is essential for agriculture. 
 • कृषि कार्य के लिए कौशल आवश्यक है।

९। विज्ञानी शोधकार्ये प्रवृत्तः।

 • The scientist is engaged in research work.
 • वैज्ञानिक अनुसंधान कार्य में लगा हुआ है।

१०। धीवरः मत्स्यान् दृष्ट्वा मोदते।

 • The fisherman rejoices upon seeing the fish. 
 • मछुआरा मछलियों को देखकर खुश होता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। स्नात्वा अपि जृम्भसे अहो कियान् अलसः त्वम्।

 • Even after taking bath, you are yawning ; how lazy you are!
 • नहाने के बाद भी तुम जम्भाई ले रहे हो कितने आलसी हो।

२। पत्रवितारकः पत्राणि प्रतीक्षमाणेभ्यः यच्छति।

 • The postman delivers letters to those who are expecting.
 • डाकिया उन लोगों को पत्र देता है जो प्रतीक्षा कर रहे हैं।

३। अहम् एकवारमेव विमाने उपविष्टवान्।

 • I boarded the plane only once.
 • मैं विमान में केवल एक बार ही सवार हुआ।

४। अनामिकायाम् अङ्गुलीयकं ध्रियते।

 • Ring is worn on the ring finger.
 • अनामिका उंगली पर अंगूठी पहनी जाती है।

५। तस्य दन्तपाली वक्रा जाता दुर्घटनायाम्।

 • His tooth-guard got twisted in the accident.
 • उसकी दन्तपाली दुर्घटना में टेढ़ी हो गई थी।

६। विष्णोः उरसि प्रहरति भृगुः।

 • Bhrigu struck Vishnu on the chest.
 • भृगु ने विष्णु की छाती पर मारा।

७। तर्जनी तर्जयितुम् उपयुज्यते।

 • The index finger is used for pointing.
 • तर्जनी उंगली डांटने के लिए प्रयोग में ली जाती है।

८। कुतः ते नखाः पीतवर्णीयाः सन्ति।

 • Why are your nails yellow?
 • तुम्हारे नाखून पीले क्यों हैं।

९। कालकः विद्यते तस्य वामकपोले।

 • There is a mole on his left cheek.
 • उसके बाएं गाल पर एक तिल है।

१०। यकृति शोथः अस्ति पितुः।

 • Father's liver is inflamed.
 • पिता के यकृत् में सूजन है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सिक्थवर्तिका समाप्ता ।

 • The candle is finished. 
 • मोमबत्ती समाप्त हो गई। 

२। अधिकारी श्रमिकं निष्कासयति।

 • The officer dismisses the worker. 
 • प्रबंधक श्रमिक को निकालता है। 

३। विद्यार्थी पिपठिषति।

 • The student desires to study. 
 • छात्र पढ़ाई करना चाहता है। 

४। उक्तस्य विषयस्य पुनः प्रतिपादनं कुरु।

 • Repeat the explanation of the said topic. 
 • उक्त विषय की व्याख्या पुनः करें। 

५। गरुडः बहुना वेगेन डयते।

 • The eagle flies very fast. 
 • गरुड़ तीव्र वेग से उडता है। 

६। बालिके देवम् अर्चितवत्यौ।

 • The two girls worshipped the deity. 
 • दो लड़कियों ने देवता की पूजा की। 

७। त्वम् आनन्दं लभस्व।

 • You should attain happiness. 
 • तुम आनन्द प्राप्त करो। 

८। गृहस्थाः अतिथीन् सत्कुर्वन्ति।

 • The householders honour the guests. 
 • घरवाले अतिथियों का सत्कार करते हैं। 

९। मृत्युः नूतनः आरम्भः भवेत्।

 • Death may be the new beginning. 
 • मृत्यु एक नया आरम्भ है। 

१०। विद्युत् तु गता एव।

 • But, the electricity has gone already.
 • बिजली चली गई है। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। कलायः कदाचित् खादितः किं भवता।

 • Has groundnut ever been eaten by you?
 • क्या कभी आपने मूंगफली खाई है। 

२। आलवालाम्बु पिबन्ति पक्षिणः।

 • Birds drink the water in the tree-basin. 
 • पक्षी पेडों में पानी डालने के लिए बने स्थान में से पानी पीते हैं। 

३। पर्वतक्षेत्रे सन्न्यासिनः तपस्स्थली विद्यते।

 • Ascetics’ meditation-place lies in mountains.
 • पर्वतीय क्षेत्र में संन्यासियों के ध्यान करने के लिए एक स्थान होता है। 

४। तत्र विराजमानः सन्न्यासी तपसा प्रकाशते।

 • There, the ascetic is glowing because of meditation. 
 • वहाँ विराजमान संन्यासी तप के कारण प्रकाशित होता है। 

५। कृशः जनः स्थूलं दृष्ट्वा खिद्यते।

 • Lean person feels sad upon seeing fat one.
 • पतला व्यक्ति मोटे को देखकर खिन्न होता है। 

६। माता पुत्रीं चुम्बति।

 • The mother kisses her daughter. 
 • माँ बेटी को चूमती है। 

७। हस्तसङ्केतेन यात्रिकः लोकयानं स्थगयति।

 • The traveller stops the bus with a hand-signal. 
 • यात्री हाथ संकेत से वाहन को रोकता है। 

८। धेनुः वत्सां लेढि।

 • The cow licks the calf. 
 • गाय बछड़े को चाटती है। 

९। ब्रह्मचारी हनुमद्विग्रहं भावेन स्पृशति।

 • The celibate (brahmachaari) touches the idol of Hanuman with sentiment. 
 • ब्रह्मचारी हनुमान् जी की मूर्ति को भक्ति भाव से छूता है। 

१०। तातः अपत्यं पुरातनं वृत्तान्तं स्मारयति।

 • Father reminds the son of an old incident. 
 • पिता पुत्र को एक पुरानी घटना स्मरण कराता हैं। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। माता रामो मत्पिता रामचन्द्रः।

 • Rama is my mother and Ramachandra is my father
 • मेरी माता राम हैं और मेरे पिता रामचंद्र हैं।

२। दूरादेव भवन्तम् अभिज्ञातवान्।

 • Recognized you from afar. 
 • तुम्हें दूर से पहचान लिया।

३। वृक्षाधः उपवेशने महान् आनन्दः आगच्छति।

 • Sitting beneath the tree gives immense joy. 
 • पेड़ के नीचे बैठने से महान आनंद होता है।

४। देशरक्षणार्थं प्राणान् समर्पय।

 • Offer your life for protection of the country. 
 • देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को समर्पित करो।

५। विद्युद्वाहनं प्रसिद्धं जायमानमस्ति।

 • Electric vehicle is becoming famous. 
 • विद्युत् वाहन प्रसिद्ध हो रहा है।

६। नलेन सेतुमकारयत्।

 • Got the bridge built by Nala. 
 • नल से सेतु बनवाया।

७। रामराज्यम् आरब्धं भोः।

 • The reign of Rama has begun, my friend!
 • राम राज्य का आरंभ हो गया है।

८। माता पिता च कुत्र गतौ।

 • Where have mother and father gone? 
 • माँ और पिता कहाँ गए हैं।

९। नास्ति मूलमनौषधम्।

 • There is no root which is not a medicine.
 • कोई भी मूल(जड़) औषधि नहीं है ऐसा नहीं है।

१०। अवधानी भव त्वम्।

 • Be attentive. 
 • सतर्क रहो।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। पश्य तत् वर्तुलाकारम् आम्रम्।

 • Look at that round-shaped mango. 
 • उस गोल आकार वाले आम को देखो।

२। शिशुना मातुः वेणी गृहीता।

 • The mother’s plait was held by the child
 • बच्चे ने माँ की चोटी पकड़ ली है।

३। गच्छति याने आरोढुं न प्रयतस्व।

 • Do not try to board the moving vehicle. 
 • चलते वाहन में चढ़ने का प्रयास न करो।

४। प्रवहमानः वायुः शुष्यन्ति पत्राणि अनयत्।

 • The blowing wind carried away dry leaves. 
 • बहती हवा सूखते हुए पत्तों को ले जाती है।

५। कः सौरमासः चलति अधुना।

 • Which solar month is going on now? 
 • अभी कौन सा सौरमास चल रहा है।

६। तव जन्मदिनाङ्कः कः।

 • What is your date of birth? 
 • तुम्हारी जन्मतिथि क्या है।

७। तिसृषु रामस्य माता का।

 • Who is the mother of Rama among the three? 
 • तीनों में से राम की माता कौन है।

८। दशानाम् उपनिषदां भाष्यम् उपलब्धमस्ति।

 • The commentary on ten Upanishads is available. 
 • दस उपनिषदों की व्याख्या उपलब्ध है।

९। कठोपनिषदः पठनं तु कृतम्मया।

 • I have read the Kathopanishad. 
 • मैंने कठोपनिषद का पठन तो कर लिया है।

१०। रात्रिकाले शीतलता वर्धते सर्वत्र।

 • Chillness increases everywhere at night. 
 • रात्रि में सब ओर ठंडक बढ़ जाती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। कथं वयं सुखिनः स्याम।

 • How can we be happy? 
 • हम कैसे खुश रह सकते हैं।

२। सौचिकः वस्त्राणि सीव्यति।

 • Tailor stitches the clothes. 
 • दर्जी कपड़े सिलता है।

३। सन्मित्रं सर्वत्र कीर्तिं प्रसारयति।

 • A good friend spreads fame everywhere. 
 • एक अच्छा मित्र हर जगह कीर्ति फैलाता है।

४। पिपीलिकाः मृताः नैकाः मम कारणेन।

 • Many ants died because of me. 
 • कई चींटियाँ मेरी वजह से मरीं।

५। इच्छाः अस्मान् बहुधा नर्तयन्ति।

 • Desires make us dance in many ways. 
 • इच्छाएँ हमें बहुधा नचाती हैं।

६। किमर्थं यूयं बालान् तर्जयन्तः पाठयथ।

 • Why do you all scold the children while teaching them? 
 • तुम लोग बच्चों को डांटते हुए क्यों पढ़ाते हो ।

७। न त्वहं कामये राज्यम्।

 • I do not desire the kingdom. 
 • मैं राज्य की इच्छा नहीं करता।

८। ग्रन्थं पठितवत्या युवत्या समयः न दृष्टः।

 • Time was not noticed by the young woman who was reading the book. 
 • पुस्तक पढ़ती हुई युवती ने समय नहीं देखा।

९ । वृषभयुगलं न सामान्यतः दृश्यते।

 • A Pairs of bulls is not commonly seen.
 • बैलों की जोड़ी सामान्यतः नहीं दिखती है।

१०। सन्धिपठनं क्रियते इदानीम् अस्माभिः।

 • Sandhi is being studied by us now. 
 • हमारे द्वारा अभी सन्धि पढ़ी रही हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। चाणक्यः चन्द्रगुप्तं राज्ये प्रतिष्ठापितवान्।

 • Chanakya established ( throned) Chandragupta in the kingdom. 
 • चाणक्य ने चन्द्रगुप्त को सिंहासन पर प्रतिष्ठापित।

२। लक्ष्मीः इति तस्याः नाम।

 • Her name is Lakshmi. 
 • उसका नाम लक्ष्मी है।

३। खड्गचालनमपि जानीयाः त्वम्।

 • You should also know swordsmanship ( fencing).
 • तुम्हें तलवार चलाना भी आना चाहिए।

४। उपवेष्टुमपि स्थानं नास्ति अत्र।

 • There is no place even to sit here. 
 • यहाँ बैठने की भी स्थान नहीं है।

५। सा कियत् सुन्दरं गायति किल।

 • How beautifully she sings, isn’t it?
 • वह सचमुच कितना सुन्दर गाती है।

६। मात्रा प्रेषितानि लड्डुकानि खादन् अस्मि।

 • I am eating the laddus sent by mother. 
 • मैं माँ द्वारा भेजे गए लड्डू खा रहा हूँ।

७। तस्याः धेनोः खुरे वेदना विद्यते।

 • Her cow has pain in its hoof. 
 • उसकी गाय के खुर में वेदना है।

८। अमृतपानाय सर्वे लालायिताः सन्ति।

 • Everyone is salivating (drooling over) to drink the Amrutha. 
 • सभी अमृतपान के लिए लालायित हैं।

९। चतुरा अस्ति तव पुत्री।

 • Your daughter is clever. 
 • तुम्हारी बेटी चतुर है।

१०। हनुमतः लाङ्गूले अग्निः प्रज्वालितः।

 • Fire was set to Hanuman's tail.
 • हनुमान की पूँछ में आग लगा दी गई।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। हे गङ्गे मम कुमतिकलापं हर।

 • Hey Ganga, take away my evil thoughts. 
 • हे गंगा, मेरे बुरे विचारों को दूर कर दो।

२। सुविस्तृतमासीत् भाषणम्।

 • The speech was very elaborate. 
 • भाषण बहुत विस्तृत था।

३। क्रुद्धः महिषः अन्यान् तुम्फति।

 • The angry buffalo injures others. 
 • गुस्सैल भैंसा दूसरों पर हमला करती है।

४। सर्वे कामेन क्रोधेन च आवृताः सन्ति।

 • Everyone is enveloped by desire and anger. 
 • सभी काम और क्रोध से घिरे हुए हैं।

५। आत्मज्ञानविहीनाः अधोगतिं प्राप्नुवन्ति।

 • Those lacking atma-jnaana meet their downfall. 
 • आत्मज्ञान से रहित व्यक्ति अधोगति को प्राप्त होते हैं।

६। भूमौ उपविश्य खादन्तु ते।

 • Let them sit on the ground and eat. 
 • वे भूमि पर बैठकर खाएं।

७। गजः उन्मत्तः जातः तेन हस्तिपकः अपि पातितः।

 • The elephant went mad and the mahout was thrown down ( by the elephant).
 • हाथी पागल हो गया और अपने महावत को भी गिरा दिया।

८। गृहेषु अपि वृक्षान् आरोपयन्ति जनाः।

 • People plant trees in houses also.
 • लोग घरों पर भी पेड़ लगाते हैं।

९। त्वं कानि स्थानानि अपश्यः।

 • Which places did you see? 
 • तुमने कौन-कौन सी जगहें देख लीं ।

१०। घनधूमिका आलिङ्गनेच्छया पर्वतम् आच्छादितवती।

 • The dense fog covered the mountain with a desire to embrace it. 
 • घनी धुंध ने पर्वत को आलिंगन की इच्छा से ढक लिया।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अत्र तत्र न ष्ठीव।

 • Do not spit here and there. 
 • यहाँ-वहाँ मत थूकें।

२। कासनसमये वेदना भवति किम्।

 • Do you feel pain while coughing? 
 • क्या खाँसते समय वेदना होती है।

३। एकलक्षम् इति सङ्ख्यायां पञ्च शून्याः भवन्ति।

 • There are five zeros in the numeral for one Lakh. 
 • एक लाख में पाँच शून्य होते हैं।

४। नीललोहितवर्णः अस्मिन् कक्षे नास्ति।

 • There is no violet color in this room. 
 • इस कमरे में बैंगनी रंग नहीं है।

५। कण्ठस्य शुद्ध्यर्थं गण्डूषयति।

 • He gargles to cleanse his throat. 
 • वह गले की सफाई के लिए गरारे करता है।

६। यदि विषयान् ध्यायति तर्हि तेषु सङ्गः वर्धते।

 • If one contemplates on objects, attachment to them grows. 
 • यदि कोई विषयों का ध्यान करता है, तो उनमें आसक्ति बढ़ती है।

७। वार्षिकं शुल्कं तु तेभ्यः प्रदत्तमेव।

 • The annual fee has indeed been paid to them. 
 • वार्षिक शुल्क तो उन्हें दे दिया है।

८। नूतना भाषा अपि पठितव्या।

 • A new language should also be learned. 
 • नई भाषा भी पढ़नी चाहिए।

९। अग्रिममासे केरलं गन्तास्मि।

 • I will go to Kerala next month. 
 • अगले महीने मैं केरल जाऊँगा।

१०। अधिकवेगकारणेनैव अपघातः जातः।

 • The accident occured due to overspeeding. 
 • अधिक गति के कारण ही दुर्घटना हुई।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। भूस्खलनेन जनाः मृताः।

 • People died due to landslide. 
 • भूस्खलन से लोग मारे गए।

२। स्तम्भः सदा सुदृढः भवेत्।

 • A pillar should always be strong. 
 • स्तंभ हमेशा दृढ़ होना चाहिए।

३। ते प्रतिदिवसं रङ्गवल्लीं निर्मातः।

 • They (two women) create a rangoli every day. 
 • वे (दो महिलाएं) प्रतिदिन रंगोली बनातीं हैं।

४। इष्टिकया ताडितः सः शिरसि।

 • He was hit on the head by a brick. 
 • उसे सिर पर ईंट से मारा गया।

५। अम्ब मे आच्छादकं क्व।

 • Mother, where is my blanket? 
 • माँ मेरी चादर कहाँ है।

६। ज्येष्ठः जातः सः।

 • He became elder
 • वह बड़ा हो गया है।

७। अधुना तस्य तर्जनम् एव वरं ताडनात्।

 • Now, his scolding is better than beating. 
 • अब उसको डाँटना मारने से अच्छा है।

८। गोहितम् इदं सर्वं खाद्यम्।

 • All this food is for the cows. 
 • यह सारा भोजन गायों के लिए है।

९। भूमिपूजनम् अभूत्किल अद्य।

 • Bhoomipoojan happened today, isn’t it?
 • आज भूमि-पूजन हुआ।

१०। उपधानं न स्वीकरोमि अहं कदापि।

 • I never use a pillow. 
 • मैं कभी भी तकिया नहीं लेता हूँ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। पादाभ्यमेव सः भ्रमति।

 • He wanders on foot.
 • वह पैदल ही घूमता है।

२। अम्ब मे दन्तकूर्चः कुत्र स्थापितः।

 • Mother, where is my toothbrush kept? 
 • माँ मेरा दाँतों का कूर्च कहाँ रखा है।

३। तत्रैव भवतु सः अत्र तु ताडनमेव प्राप्नुयात्।

 • Let him be there itself, he will only get beatings here.
 • उसे वहीं रहने दो यहाँ उसे केवल दंड ही मिलेगा।

४। अस्य वाक्यस्य औचित्यं किम्।

 • What is the propriety of this sentence? 
 • इस वाक्य की उपयुक्तता क्या है।

५। सन्न्यासिनं दूरादेव नमस्कुर्वन्ति जनाः।

 • People greet a monk from afar itself.
 • लोग साधु को दूर से ही नमस्कार करते हैं।

६। कण्टकशाखाम् अपसार्य गन्तव्यम्।

 • One should move the thorny branch away and proceed(go).
 • काँटेदार शाखा को हटाकर आगे बढ़ना चाहिए।

७। रामदूतः सर्वान् पराजित्य गच्छेत्।

 • Rama’s envoy may defeat every one and go.
 • राम का दूत सबको पराजित करके जाएगा।

८। मातृभिः शिशवः लाल्यन्ते।

 • Infants are cuddled by mothers. 
 • बच्चे माताओं द्वारा लालित किए जाते हैं।

९। वाग्भूषणम् एव भूषणं भवति।

 • Elocution itself is the ornament.
 • वाणी का अलंकरण ही वास्तविक् आभूषण होता है।

१०। सूर्यास्तस्य समयः अभवत्।

 • It is sunset time. 
 • सूर्यास्त का समय हो गया।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। मार्गं निकषा व्रणितः चिक्रोडः पतितः अस्ति।

 • A wounded squirrel has fallen on the road. 
 • मार्ग पर एक व्रणित गिलहरी गिरी हुई है।

२। द्रोण्या जलं निक्षिप वृक्षाय।

 • Pour water for the tree from the bucket.
 • बाल्टी से पानी पेड़ के लिए डालो।

३। पुरस्कारवितरणस्य कार्यक्रमे मुख्याथितिः कः वर्तते।

 • Who is the chief-guest at the award distribution ceremony? 
 • पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि कौन हैं।

४। युवां श्वः जनान् सम्बोधयिष्यथः किम्।

 • Will you both address the people tomorrow? 
 • क्या तुम दोनों कल लोगों को संबोधित कर दोगे।

५। अहं किमपि न जाने अस्मिन् विषये।

 • I do not know anything in this matter. 
 • मैं इस विषय में कुछ नहीं जानता।

६। कथमपि तं अद्य रात्रौ एव कारागृहे स्थापय।

 • Somehow, put him in the prison in the tonight itself. 
 • कैसे भी करके उसे आज रात्रि में ही कारागृह में डाल दो।

७। तव पुत्रस्य वामहस्तः भग्नः।

 • Your son's left hand is broken. 
 • तुम्हारे बेटे का बायां हाथ टूट गया है।

८। उलूकः लक्ष्म्याः वाहनमस्ति।

 • Owl is the vehicle of Lakshmi. 
 • उल्लू लक्ष्मी का वाहन है।

९। खट्वाम् अधः आनय अचिरात्।

 • Bring the cot down immediately. 
 • तुरंत खाट को नीचे लाओ।

१०। साम्प्रतं नास्ति कश्चित् तादृशः बलशाली।

 • At present, there is no one as strong as him. 
 • वर्तमान में उसके जैसा बलशाली कोई नहीं है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सर्वे भवन्तु सुखिनः।

 • May all be happy.
 • सभी सुखी हों।

२। हस्ताक्षराभियानं चालयाम।

 • Let us conduct a signature campaign.
 • हम एक हस्ताक्षर अभियान चलाएं।

३ | भाषणं तु पूर्णम् अधुना चलतु भवान् मया सह।

 • Speech is over now, (please) come along with me.
 • भाषण पूर्ण हुआ अब आप मेरे साथ चलें।

४। प्रयोगशालायाम् दुर्गन्धः अस्ति।

 • There is a bad odour in the laboratory.
 • प्रयोगशाला में एक दुर्गंध है।

५ | ननाद ढक्कां नवपञ्चवारम्।

 • He played (sounded) the drum (damaru) fourteen times.
 • उसने डमरू चौदह बार बजाया।

६ | सा तु बहुभाषापट्वी वर्तते।

 • She, however, is proficient in several languages.
 • वह (महिला) कई भाषाओं में प्रवीण है।

७। पत्रसूचीम् आसन्दे कः अस्थापयत्।

 • Who kept the mail list on chair?
 • पत्रों की सूची को किसने आसन्द पर रखी।

८। दर्पणे सः वानरः आत्मानं पश्यति।

 • That monkey sees himself in the mirror.
 • वह वानर दर्पण में अपने आप को देखता है।

९। क्षुरपत्रेण श्मश्रु कर्तयत यूयम्।

 • You all should shave your beard with the blade.
 • तुम लोग क्षुरपत्र से अपनी श्मश्रु बनाओ।

१०। चतुरः पादान् प्रसार्य शेते मे धेनुः।

 • My cow sleeps by stretching all its four legs out.
 • मेरी गाय अपने चार पैरों को फैलाकर सोती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। धनाढ्याः विनम्राः स्युः।

 • The wealthy should be humble. 
 • धनवानों को विनम्र होना चाहिए।

२। सत्सङ्गतिः कथय किं न करोति पुंसाम्।

 • You tell (me), what good company does not do to people? 
 • बताओ अच्छी संगत लोगों के लिए क्या नहीं करती।

३। मम मातरमहं सम्यक् जानामि।

 • I know my mother well. 
 • मैं अपनी माँ को अच्छी प्रकार जानता हूँ।

४। तातः कटपुटीकरणपटुः अस्ति।

 • Father is an expert in folding the mat. 
 • पिता दरी को घरी करने में निपुण हैं।

५। शिवस्यैषा मुद्रा भद्राय राजते।

 • This stamp of Shiva suits (is meant for) good people. 
 • शिव की यह मुद्रा भले लोगों के लिए है।

६। भारतेन मङ्गलयानं कदा प्रेषितम्।

 • When was the Mangalyaan sent by India? 
 • भारत के द्वारा मंगलयान कब भेजा गया था।

७। रोटिकां पात्रस्य अन्तः स्थापय।

 • Keep the bread inside the container. 
 • रोटी को बर्तन के अंदर रखो।

८। फलरसं तु यथेष्टं पिबामि।

 • I drink as much fruit juice as I like. 
 • मैं इच्छानुसार फलों का रस पीता हूँ।

९। विद्यालयस्यूतः बाल्यकालं स्मारयति।

 • The school bag reminds me of my childhood. 
 • विद्यालय का थैला मुझे मेरे बचपन की याद दिलाता है।

१०। त्वया वृथा एव समयः याप्यते।

 • Time is wasted by you unnecessarily.
 • तुम समय व्यर्थ कर रहे हो।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। नवरात्रोत्सवः चलतीदानीम्।

 • The Navaratri festival is going on now. 
 • नवरात्रि उत्सव अभी चल रहा है।

२। पृथिव्याः तापमानं वर्धमानमस्ति।

 • The temperature of the Earth is increasing. 
 • पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है।

३। वनवर्धनं विहाय नास्ति मार्गः।

 • There is no way except reforestation. 
 • वनरोपण को छोडकर कोई मार्ग नहीं है।

४। पादरक्षायां वृश्चिकः वर्तते।

 • There is a scorpion in the shoe. 
 • जूते में बिच्छू है।

५। विषाणुकारणेन नैकाः गावः मृताः।

 • Many cows have died due to a virus. 
 • विषाणु के कारण कई गायें मर गई हैं।

६। पशवः न कदाचित् स्वधर्मं जहति।

 • Animals never abandon their nature (swadharma)
 • पशु कभी अपने स्वभाव को नहीं छोड़ते।

७। तस्याः कशेरौ अस्ति वेदना।

 • She has pain in her spine. 
 • उसकी रीढ़ की हड्डी में वेदना है।

८। शिशुः कृष्णाङ्गारम् अखादत्।

 • The child ate charcoal. 
 • बच्चे ने कोयला खा लिया।

९। अस्मिन् विषये नाहं किमपि कर्तुं शक्नोमि।

 • I cannot do anything in this matter. 
 • इस विषय में मैं कुछ नहीं कर सकता।

१०। सा सुखेन स्वपिति।

 • She sleeps comfortably. 
 • वह आराम से सोती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। नृसिंहविग्रहः ओजपूर्णः अस्ति।

 • The idol of Narasimha is full of vigor (ojas).
 • नृसिंह की मूर्ति ओज से पूर्ण है।

२। धावनसमये हस्तचालनं वेगवर्धकं भवति।

 • Arm movement increases the speed while running. 
 • दौड़ते समय हाथ हिलाना गति को बढ़ाता है।

३। भस्मेन पात्राणि प्रक्षालयति कर्मकरः।

 • The worker washes the utensils with ash. 
 • कर्मचारी राख से बर्तन धोता है।

४। द्रौपद्याः अपरं नाम कृष्णा इति।

 • Another name of Draupadi is Krishnaa. 
 • द्रौपदी का दूसरा नाम कृष्णा है।

५। प्लवगाः नैकाः सन्ति पर्वते।

 • There are many monkeys on the mountain. 
 • पहाड़ पर कई बंदर हैं।

६। त्वं न स्पृश इदं भोजनं देवार्थम् अस्ति।

 • Do not touch this food; it is meant for the gods. 
 • तुम इस भोजन को मत छुओ यह देवताओं के लिए है।

७। सरिताम्पतिः रामं प्रार्थयत्।

 • Sea, the Lord of the rivers prayed to Rama. 
 • नदियों के स्वामी सागर ने राम से प्रार्थना की।

८। रामवृद्ध्यर्थम् अकरोत् सर्वं व्यापारम्।

 • He did all the efforts ( activities) for Rama's prosperity. 
 • उसने राम की वृद्धि के लिए सभी कार्य/परिश्रम किए।

९। मदर्थम् नास्ति किं ताम्बूलम्।

 • Is there no betel leaf for me? 
 • मेरे लिए ताम्बूल नहीं है क्या।

१०। जिगमिषोः रोधनं न क्रियताम्।

 • Do not stop the one who wishes to go. 
 • जाने की इच्छा वाले को रोकना नहीं चाहिए।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। एषः तन्तुवायस्य जनकः ननु।

 • He is the father of the weaver, isn't it?
 • यह बुनकर का पिता है, है ना।

२। कुम्भकारः कुम्भं निर्माति।

 • The potter makes the pot.
 • कुम्हार घड़ा बनाता है।

३। अधोमुखी भूत्वा वृक्षात् अवतरति बिडालः।

  • The cat descends from the tree headfirst.
  • बिल्ली सिर के बल पेड़ से उतरती है।

४। व्याघ्रः सिंहापेक्षया बृहत्तरः वर्तते।

 • The tiger is larger compared to the lion.
 • बाघ सिंह की अपेक्षा बड़ा होता है।

५। विक्षिप्तं मनः सदा क्लेशान् अनुभवति।

  • A distracted mind always experiences distress.
  • विचलित मन सदा कष्ट का अनुभव करता है।

६। वृक्षाः आतपात् रक्षन्ति।

 • Trees protect from the heat.
 • पेड़ धूप से बचाते हैं।

७। तत्र तदा नवपल्लवपर्णयुतसस्यं बभौ।

 • Long back there was a plant with new young leaves.
 • उस समय वहाँ नई पत्तियों से युक्त सस्य था।

८। शीघ्रमुत्थाय भूमिवन्दनं कुरु।

 • Get up quickly and do the Bhoomivandana.
 • शीघ्र उठकर भूमिवंदना करो।

१०। सा घटना तु सप्तवर्षपुरातनी वर्तते।

  • But that is a seven-year-old event.
  • वह घटना सात वर्ष पुरानी है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सः गुणशाली वर्तते तेन सह सम्पर्कं कुरु।

 • He is virtuous, get in touch with him
 • वह गुणवान है उससे संपर्क करो।

२। जलदः तु कृष्णवर्णीयः नास्ति।

 • But the cloud is not dark
 • बादल काले रंग के नहीं हैं।

३। अद्य प्रातः सः दक्षिणां दिशं प्रति गतः।

 • This morning, he went southward
 • आज सुबह वह दक्षिण दिशा की ओर गया।

४। त्वया लक्षितः किं दोषः वाक्ये।

 • Did you notice a mistake in the sentence?
 • क्या आपने वाक्य में त्रुटी देखी।

५। दूरवाणीदर्शनं यावत् न्यूनं तावद् वरम्।

 • The lesser the mobile-screen-time, the better it would be.
 • जितना कम स्क्रीन समय उतना अच्छा।

६। अपहरणानि वर्धमानानि सन्ति किल।

 • Abductions are indeed increasing.
 • अपहरण सचमुच बढ़ रहे हैं।

७। कुत्र किं वक्तव्यमिति विवेकः नास्ति तस्याम्।

 • She lacks the discretion as to what to say and where.
 • उसमें कहाँ क्या बोलना है इसका विवेक नहीं है।

८। रज्जुघर्षणपरिणामेन चिह्नमिदं निर्मितम्।

  • This mark was caused by rope-friction.
  • यह चिह्न रस्सी के घर्षण से बना है।

९। कृष्णवियोगं न सहन्ते भक्ताः।

  • Devotees cannot bear separation from Krishna.
  • भक्तजन कृष्ण से वियोग सहन नहीं कर सकते।

१०। भुषुण्डिमपि जानामि चालयितुम्।

 •   • I also know how to operate a gun.
 •   • मुझे बन्दूक भी चलाना भी आती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। भूतेभ्यः अञ्जलिं कृत्वा गमनाय सिद्धः हनुमान्।

 • Hanuman, ready for departure, saluted (folded his hands together for) the beings.
 • प्रस्थान के लिए सिद्ध हनुमान ने प्राणियों को प्रणाम किया।

२। भवद्गुणाः एव जनान् आकर्षयन्ति।

 • Your qualities alone attract people.
 • आपके गुण ही लोगों को आकर्षित करते हैं।

३। धनं जीवनसञ्चालनाय आवश्यकमस्ति।

 • Money is necessary for the livelihood
 • जीवन के संचालन के लिए धन आवश्यक है।

४। भूमिः अस्मान् पाति।

 • The earth protects us.
 • भूमि हमारी पालन करती है।

५। विवाहनिमन्त्रणपत्रिकां संस्कृतेन निर्मापयिष्यामि।

 • I will get the wedding invitation card composed/made in Sanskrit.
 • मैं विवाह निमंत्रण पत्रिका संस्कृत में बनवाऊंगी।

६। तोरणोपरि उपविष्टः कपिः।

 • The monkey is seated on ornamented door-arch(torana).
 • बंदर तोरण द्वार पर बैठा है।

७। अङ्गुष्ठानामिकाभ्यां गृह्यते लेखनी।

 • The pen is held with the thumb and the ring finger.
 • अंगूठे और अनामिका से कलम पकड़ी जाती है।

८। पृष्ठतः विद्यमानं जनम् आह्वयामि।

 • I am calling the person present at the back side.
 • मैं पीछे उपस्थित व्यक्ति को बुला रहा हूँ।

९। सङ्गठनशक्तिः एव क्लेशनिवारिणी।

 • The power of organization alone dispels hardships.
 • संगठन शक्ति ही कष्टों को दूर करती है।

१०। नदी वेगेन प्रवहति।

 •   • The river flows fast.
 •   • नदी वेग से बहती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। कार्याधिकतया निद्रालुः भवामि।

 • Due to excessive work, I feel sleepy.
 • अधिक कार्य के कारण मैं निद्रालु हूँ।

२। शिष्याः स्मृत्वा वेदमन्त्रान् अभिरक्षन्ति।

 • Students preserve the Vedic mantras by memorizing them.
 • शिष्य वेदमंत्रों को याद करके उनकी रक्षा करते हैं।

३। सः त्रिंशद्वारं पर्वतम् आरूढवान्।

 • He climbed the mountain thirty times.
 • उसने तीस बार पहाड़ पर चढ़ाई की।

४। अपत्यानि मातरम् उपासते।

 • Children worship their mother.
 • बच्चे अपनी माता की पूजा करते हैं।

५। अञ्जनानन्दं वीरं प्रणमामि।

 • I bow to the brave Anjanananda.
 • मैं वीर अंजनानंद को प्रणाम करता हूँ।

६। आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान् रिपुः।

 • Indeed, laziness is a great enemy that resides in the human body.
  • वास्तव में आलस्य मनुष्य के शरीर में स्थित एक महान शत्रु है।

७। सः अरिमर्दनः इति कथ्यते।

 • He is called the destroyer of enemies.
 • उसे शत्रुनाशक कहा जाता है।

८। कामरूपिणः प्रयान्ति।

 • Shapeshifters are going ( traveling)
 • रूप बदलने वाले प्रस्थान करते हैं।

९। अद्यत्वे दानादिकं तु बहु कुर्वन्ति जनाः।

 • Nowadays people do a lot of charity, etc.
 • आजकल, लोग दान और ऐसे कार्यों में बहुत संलग्न रहते हैं।

१०। इष्टिकाभिः निर्मितमिदं गृहम्।

 •   • This house is built of bricks.
 •   • यह घर ईंटों से बना है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। यज्जुहोषि तत् कुरुष्व मदर्पणम्।

 • Whatever you are going to sacrifice/consume, do it as an offering to me.
 • जो कुछ भी तुम अर्पित करते हो उसे मुझे अर्पण कर दो।

२। शोधिन्या चायं शोधयति माता।

 • Mother purifies (filters) the tea with a strainer.
 • माँ छलनी से चाय को छानती है।

३। तक्रप्रियोऽहम्।

 • I am fond of buttermilk.
 • मैं तक्रम प्रिय हूँ।

४। तस्याः दक्षिणहस्ते दूरवाणी अस्ति।

 • She has a phone in her right hand.
 • उसके दाहिने हाथ में दूरवाणी है।

५। प्रतिवेशिनी शाटिकाक्रयणादर्शा।

 • The neighbor is an ideal for saree-purchase.
 • पड़ोसन साड़ी क्रय करने में आदर्श है।

६। दक्षता अभ्यासेन अवाप्यते।

 • Skill is attained through practice.
 • कौशल अभ्यास से प्राप्त होता है।

७। षट् स्तोभाः अवशिष्टाः।

 • Six wickets are remaining.
 • छह स्तोभ शेष हैं।

८। कृष्णफलके लेखितुमाह्वयति माम्।

 • He invites me to write on the blackboard.
 • वह मुझे श्यामपट पर लिखने के लिए आमंत्रित करता है।

९। बहुवारं चिन्तयामि यत् सन्न्यासं स्वीकुर्याम्।

 • Often I think that I should take Sanyaasa.
 • बहुधा मैं सोचता हूँ कि मुझे संन्यास ले लेना चाहिए।

१०। प्रायशः अस्मिन् मार्गे गते ते महिले।

 •   • Probably, those two women went on this road
 •   • वे दोनों महिलाएं सम्भवतः इस मार्ग पर गईं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। चिक्रोडपुच्छं केशाच्छादितं भवति।

 • The tail of a squirrel is covered with hair. 
 • गिलहरी की पूँछ बालों से ढकी होती है।

२। पिपीलिकाः न कदापि स्वपन्ति।

 • Ants never sleep. 
 • चींटियाँ कभी नहीं सोतीं।

३। मम वस्त्राणि अहमेव प्रक्षालयामि।

 • I wash my clothes myself. 
 • मैं अपने कपड़े स्वयं धोता हूँ।

४। किं करोषि त्वम्।

 • What are you doing? 
 • तुम क्या कर रहे हो।

५। यत् भवता क्रियते तदेव करोमि।

 • I do whatever is done by you. 
 • मैं वही करता हूँ जो आपके द्वारा किया जाता है।

६। समाजकण्टकैः बालदेहव्यापारः क्रियते।

 • Child-trafficking is done by thugs (antisocial elements).
 • समाज के कण्टकों द्वारा बाल देह व्यापार किया जाता है।

७। भवतां गृहे सन्ति किल कानिचन शस्त्राणि।

 • There are some weapons in your house, right? 
 • आपके घर में कुछ शस्त्र हैं ना।

८। मदग्रजः विदेशयात्रायामस्ति।

 • My elder brother is on a foreign-travel.
 • मेरा बड़ा भाई विदेश यात्रा पर है।

९। रक्तवर्णीयं पिञ्जं नुद।

 • Press the red button/switch.
 • लाल बटन दबाएं।

१०। मार्जनम् आवश्यकं गृहस्य।

 • Cleaning of the house is necessary. 
 • घर की सफाई आवश्यक है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। मार्गम् अङ्गुलीसङ्केतेन दर्शयति सा।

 • She shows the way/direction with a finger gesture.
 • वह उंगली के सङ्केत से मार्ग दिखाती है।

२। पुच्छं सदा चलायमानं भवति।

 • The tail keeps moving all the time.
 • पूँछ हमेशा हिलती रहती है।

३। पुनः कदलीं प्राप्तुं वृक्षकर्तनं क्रियते।

 • To get the banana again, tree-cutting is done.
 • केला फिर से पाने के लिए पेड़ को काटा जाता है।

४। प्राणिमात्रं न हिंसति एषः।

 • He does not harm any living being. 
 • वह किसी भी जीव को हानि नहीं पहुँचाता।

५। अहिंसा परमो धर्मः धर्महिंसा तथैव च।

 • Non-violence is the highest duty, and so is righteous violence. 
 • अहिंसा परम धर्म है और धर्म के लिए की गई हिंसा भी ।

६। तीक्ष्णाः भवन्ति कुक्कुरदन्ताः।

  • Dog's teeth are sharp. 
  • कुत्ते के दांत तीक्ष्ण होते हैं।

७। उद्योगदर्शनाय आगताः इमे।

 • They have come to see the factory. 
 • वे उद्योग देखने आए हैं।

८। चित्रपतङ्गस्य द्वौ पक्षौ भवतः।

 • A butterfly has two wings. 
 • तितली के दो पंख होते हैं।

९। गौण्यामस्ति सर्षपः।

 • There is a mustard in the sack. 
 • बोरी में सरसों है।

१०। अभीक्ष्णं स्वेदः पतति शरीरात्।

 • Sweat drips from the body often.
 • शरीर से लगातार पसीना गिरता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। रामाङ्किता मुद्रिका दीयताम्।

 • The ring marked ‘Rama’ should be given. 
 • राम के चिह्न वाली अंगूठी दी जाए।

२। यथासुखं कार्याणि क्रियन्ताम्।

 • Let the tasks be done as per comfort.
 • काम आराम से किए जाएं।

३। अयं मार्गः नगरं प्रति गच्छत्युत न।

 • Does this road go towards the city or not? 
 • क्या यह मार्ग नगर की ओर जाता है अथवा नहीं।

४। धेनुः वत्सम् अजनयत्।

 • The cow gave birth to a calf. 
 • गाय ने बछड़े को जन्म दिया।

५। हस्तशकटात् क्रीतमिदं युतकम्।

 • This shirt was bought from the handcart/pushcart. 
 • यह कमीज ठेले से खरीदी गई थी।

६। मृत्पात्रे पक्षिभ्यः जलं सञ्चितमस्ति।

 • Water is stored for the birds in the clay-pot. 
 • मिट्टी के बर्तन में पक्षियों के लिए पानी रखा गया है।

७। स्वातन्त्र्यवीरसावरकराय नमः।

 • Salutations to the freedom fighter Savarkar. 
 • स्वातन्त्र्यवीर सावरकर को नमस्कार।

८। तुलसीसस्यं प्रत्येकं गृहे भवेत्।

 • Every house should have a Tulsi plant. 
 • हर घर में तुलसी का पौधा होना चाहिए।

९। दण्डार्धभागः नष्टप्रायः अस्ति।

 • One half of the stick is almost damaged/broken.
 • डंडे का आधा हिस्सा लगभग टूट चुका है।

१०। पित्तलस्थालिकायां खादति माता।

 • Mother eats in a brass plate. 
 • माँ पीतल की थाली में खाती हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। दुःखानि प्राप्यन्ते दुरभ्यासैः न तु दुरदृष्टैः।

 • Sorrows are obtained through bad habits, not bad luck. 
 • दुःख अनुचित अभ्यास से प्राप्त होते हैं न कि कुभाग्य से।

२। नारिकेलतैलं लेपयामि।

 • I am applying coconut oil. 
 • मैं नारियल तेल लगाता हूँ।

३। नामपट्टिका नास्ति गृहस्य पुरतः।

 • There is no nameplate in front of the house. 
 • घर के सामने नामपट्टिका नहीं है।

४। नृत्यन्तः विवाहस्थलं यान्ति।

 • They go dancing to the wedding venue. 
 • वे नाचते हुए विवाहस्थल जाते हैं।

५। दीर्घतराय आयुषे अल्पतरं धनं पर्याप्तम्।

 • Less wealth is sufficient for a longer life. 
 • लंबे जीवन के लिए कम धन पर्याप्त है।

६। राष्ट्रभक्तिः सार्थकजीवनाय अलम्।

 • Patriotism is enough for a meaningful life. 
 • राष्ट्रभक्ति सार्थक जीवन के लिए पर्याप्त है।

७। न हि ज्ञानसदृशं पवित्रम् इह विद्यते।

 • There is nothing as pure as knowledge in this world.
 • इस लोक में ज्ञान के समान पवित्र कुछ भी नहीं है।

८। कृषकः हलेन भूमिं कर्षति।

 • The farmer tills the land with a plow. 
 • किसान हल से भूमि जोतता है।

९। सुराणाम् ईशः सुरेशः अस्ति।

 • The lord of the Suras (Devas) is Suresha.
 • सुरों का शासक सुरेश है।

१०। द्वादश रोटिकाः खादति दिनं दिनं सः।

 • He eats twelve rotis every day. 
 • वह प्रतिदिन बारह रोटियाँ खाता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। विक्रयिकः अवञ्चित्वा विक्रीणीते।

 • The seller sells without cheating. 
 • विक्रेता वञ्चना किए बिना बेचता है।

२। उपनेत्रस्य वामकाचः मनाग् भग्नः।

 • The left lens of the glasses is slightly broken. 
 • चश्मे का बायां कांच थोड़ा टूटा हुआ है।

३। इक्षुदण्डरसः रोचते मह्यम्।

 • I like sugarcane juice. 
 • मुझे गन्ने का रस अच्छा लगता है।

४। आकाशात् पतितं तोयं यथा गच्छति सागरम्।

 • As the water that falls from the sky goes (flows) into the ocean.
 • जैसे आकाश से गिरा जल समुद्र में जाता है।

५। पञ्चाङ्गं दृष्ट्वा तिथिं ज्ञापय माम्।

 • Look at the calendar and inform me the date. 
 • पंचांग देखकर मुझे तिथि बताओ।

६। दूरनियन्त्रकेन किं वाहिनीपरिवर्तनं कुर्याम्।

 • Could I change the channel with the remote?
 • क्या मैं दूरनियन्त्रक से वाहिनी बदलूँ।

७। सर्वदेवनमस्कारः केशवं प्रति गच्छति।

 • Salutations to all the devas transfer to Keshava. 
 • सभी देवताओं को किया गया नमस्कार केशव को जाता है।

८। अनया कुञ्चिकया पिधेहि।

 • Lock with this key. 
 • इस कुञ्चिका से बंद करो।

९। नीलवर्णीया एषा शाटिका।

 • This sari is blue.
 • यह साड़ी नीले रंग की है।

१०। न मे भक्तः प्रणश्यति।

 • My devotee never perishes. 
 • मेरा भक्त कभी नष्ट नहीं होता।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। कृष्णः गोचारणसमये वेणुं वादयति।

 • Krishna plays the flute while herding the cows. 
 • कृष्ण गाय चराते समय बांसुरी बजाते हैं।

२। श्रीरामजन्मभूम्यान्दोलने बहुः सङ्घर्षः कृतः।

 • Lot of struggle went into Ramajanmabhoomi movement.
 • श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में बहुत संघर्ष किया गया।

३। वृष्टिः भवति सर्वत्र।

 • Rain occurs everywhere.
 • सर्वत्र बारिश हो रही है।

४। मेषवत् नानुक्रियन्तां विषयाः।

 • Do not follow sensory attractions ( or subjects) like sheep. 
 • विषयों का अनुसरण भेड़ के जैसे न करें ।

५। उपनेत्रं धृत्वा अपि न पश्यति अन्धः।

 • The blind cannot see even after wearing spectacles. 
 • चश्मा पहनने के बाद भी अंधा नहीं देख सकता।

६। राजनीतिः कलुषिता जाता।

 • Politics has got corrupted. 
 • राजनीति भ्रष्ट हो गई है।

७। हीनभावनया परिपूर्णः सः।

 • He is filled with inferiority complex. 
 • वह हीन भावना से भरा हुआ है।

८। कर्नाटकराज्ये वसन्ति ते।

 • They live in the state of Karnataka. 
 • वे कर्नाटक राज्य में रहते हैं।

९। नैके प्राणिनः सङ्कटापन्नाः वर्तन्ते।

 • Many creatures are in danger. 
 • कई प्राणी संकट में हैं।

१०। आरभते कार्यक्रमः शीघ्रतां क्रियताम्।

 • The program is starting, hurry up.
 • कार्यक्रम प्रारम्भ हो रहा है, शीघ्रता करो।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। मम मातुलानी अद्य आगच्छति।

 • My maternal aunt is coming today. 
 • मेरी मामी आज आ रही हैं।

२। छायाम् अन्यस्य कुर्वन्ति वृक्षाः।

 • Trees provide shade for others. 
 • वृक्ष दूसरों के लिए छाया देते हैं।

३। दोषदर्शनं मा भूः सर्वत्र।

 • Do not find faults everywhere.
 • हर जगह दोष न निकालें।

४। बहुत्र ष्ठीवनेन मलिनता अस्ति भवने।

 • Due to spitting in many places, the building is dirty. 
 • कई जगह थूकने से घर गंदा हो गया है।

५। दीर्घश्वसनं स्वास्थ्यहितं भवति।

 • Deep breathing is beneficial for the health. 
 • गहरी सांस लेना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।

६। सर्पभयं नास्ति मे।

 • I do not have fear of snakes. 
 • मुझे सांप का डर नहीं है।

७। अहन्तु गमिष्यामि स्वदायित्वपालनाय।

 • I will, however, go to fulfil my responsibility.
 • मैं तो अपनी जिम्मेदारी निभाने जाऊंगा।

८। दन्ताः द्वात्रिंशद् भवन्ति।

 • There are thirty-two teeth. 
 • बत्तीस दांत होते हैं।

९। समाजपरिवर्तनेन राष्ट्रपरिवर्तनं सम्भवति।

 • National transformation is possible through societal transformation. 
 • समाज परिवर्तन से राष्ट्र परिवर्तन संभव है।

१०। नागरिककर्तव्याः पालनीयाः।

 • Civic duties should be honoured.
 • नागरिक कर्तव्यों का पालन किया जाना चाहिए।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। इदं गृहं मृत्तिकायाः अस्ति।

 • This is a mud-house. 
 • यह घर मिट्टी का बना है।

२। पङ्के आनन्दं करोति शूकरः।

 • The pig enjoys in the mud (slush).
 • सूअर कीचड़ में आनंद लेता है।

३। शङ्करः समाजाय हलाहलं पपौ।

 • Shankara drank poison for the sake of society (mankind). 
 • शंकर ने समाज के लिए हलाहल पिया।

४। भारतविरोधीन् विचारान् नाशयिष्यामो वयम्।

 • We will destroy anti-Bharat thoughts/ideas. 
 • हम भारत विरोधी विचारों को नष्ट करेंगे।

५। सत्यमेव जयते नानृतम्।

 • Truth alone triumphs, not falsehood. 
 • सत्य ही विजयी होता है, असत्य नहीं।

६। मम ताडनं विस्मृतवान् किम्।

 • Have you forgotten my beatings (punishments)? 
 • क्या तुम मेरी मार भूल गए ।

७। भवतः आगमनस्य आशा अपि समाप्ता।

 • Even the hope of your arrival is over.
 • आपके आगमन की आशा भी समाप्त हो गई है।

८। सैनिकस्य मृतदेहः एव प्रत्यागमत्।

 • Only the dead body of the soldier returned. 
 • सैनिक का मृत शरीर ही वापस आया।

९। ऐन्द्रजालिकाः वञ्चयन्ति जनान्।

 • Magicians trick/hoodwink the people. 
 • जादूगर लोगों को वञ्चना देते हैं।

१०। तव तातस्य स्वसा तव किं स्यात्।

 • What is your father’s sister to you?
 • तुम्हारे पिता की बहन तुम्हारी क्या लगती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। पुत्रं लालयति माता।

 • The mother caresses her son. 
 • मां अपने बेटे को दुलार करती है।

२। कूर्दनसमये अधः न पश्य।

 • While jumping(leaping), do not look down. 
 • कूदते समय नीचे न देखें।

३। अत्र प्रभुः रामः उवास पुरा।

 • Lord Raama resided here before. 
 • भगवान राम यहाँ पहले निवास करते थे।

४। नास्ति बुद्धिः अयुक्तस्य।

 • There is no wisdom in the unfit (or unorganized) person. 
 • अव्यवस्थित व्यक्ति में बुद्धि नहीं होती।

५। वस्त्राणि शुष्कानि जातानि।

 • The clothes are dry now. 
 • वस्त्र अब सूख चुके हैं।

६। काचित् भारतीया भाषा अध्येतव्या एव।

 • Any one Indian language must be learnt. 
 • किसी भी भारतीय भाषा को सीखना चाहिए।

७। अत्रत्याः जनाः मृदुभाषिणः सन्ति।

 • The people here speak gently. 
 • यहाँ के लोग मृदुभाषी हैं।

८। महाकालः अत्र स्थानदेवः अस्ति।

 • Mahaakaala is the local deity. 
 • महाकाल इस स्थान के देवता हैं।

९। अनृतमुक्तं तेन।

 • Lie was uttered by him. 
 • उसने झूठ बोला।

१०। शास्त्राधारितमेव पूजनं भवेत्।

 • Worship should be scripture-based.
 • पूजा शास्त्रों के आधार पर ही होनी चाहिए।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। ज्येष्ठकृष्णद्वादशी अस्ति अद्य।

 • Today is Jyeshtha Krishna Dwadashi. 
 • आज ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की द्वादशी है।

२। सा अस्ति महाराज्ञी अहिल्याबाई।

 • She is Mahaaraani Ahilyaabai. 
 • वह महारानी अहिल्याबाई है।

३। भूम्याः स्पृशनात् प्राक् तां नमस्कुरु।

 • Before touching the ground, pay homage to her. 
 • भूमि को स्पर्श करने से पहले उसको नमस्कार करो।

४। द्वादश वेणवः नीयन्ते मया।

 • Twelve flutes are being taken by me
 • मैं बारह वेणु ले जा रहा हूँ।

५। केचनश्रेष्ठवादकाः अप्यासन् तत्र।

 • There were some renowned players (of the musical instrument) also. 
 • कुछ प्रसिद्ध वादक भी वहाँ बैठे थे।

६। पृष्ठतः कः विद्यते।

 • Who is there behind? 
 • पीछे कौन है।

७। अधोमुखी भूत्वा अवतरति चिक्रोडः वृक्षात्।

 • Squirrel descends from the tree, facedown.
 • नीचे मुँह करके गिलहरी पेड़ से उतरती है।

८। सन्धिकालः अस्ति दीपं प्रज्ज्वालय।

 • Light the lamp; it is dusk. 
 • संध्या के समय दीपक जलाओ।

९। वाहनकुञ्चिका क्व अस्ति।

 • Where is the vehicle key? 
 • वाहन की कुञ्चिका कहाँ है।

१०। सर्वे वेष्टीं धृत्वा यान्ति।

 • They are all going dressed-up Veshthi 
 • वे सभी वेष्टी धारण करके जाते हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। दन्ताः दुग्धधवलाः सन्ति तस्याः।

 • Her teeth are as white as milk. 
 • उसके दांत दूध के जैसे धवल हैं।

२. मातः मे कानिचन मित्राणि आगन्तारः परश्वः।

 • Mother, some of my friends will arrive the day after tomorrow. 
 • माँ मेरे कुछ मित्र परसों आएंगे।

३। गृहस्वच्छता सम्यक् कृता अस्ति।

 • Cleaning of the house has been done well. 
 • घर की सफाई ठीक से की गई है।

४। मकराः सहस्राधिकाः सन्ति नद्यामस्याम्।

 • There are more than a thousand crocodiles in this river. 
 • इस नदी में एक सहस्र से अधिक मगरमच्छ हैं।

५। कासाञ्चन कलानां ज्ञाता अस्ति सः।

 • He is knowledgable in some art forms. 
 • वह कुछ कलाओं का ज्ञाता है।

६. श्मश्रुकर्तनं न रोचते मे।

 • I do not like shaving. 
 • मुझे श्मश्रु काटना पसंद नहीं है।

७। आत्मनः मोक्षार्थं जगद्धिताय च।

 • For the liberation of oneself and for the welfare of the world. 
 • अपनी मुक्ति और विश्व के हित के लिए।

८। निद्रायामस्ति इदानीमपि भवान्।

 • Even now you are sleepy. 
 • आप अभी भी नींद में हैं।

९। तस्य भूगोलज्ञानं समीचीनमस्ति।

 • He has profound knowledge of geography. 
 • उसके पास भूगोल का विशेष ज्ञान है।

१०। श्यामपट्टात् केन मार्जितः श्लोकः।

 • By whom was the verse(shloka) erased from the blackboard? 
 • श्यामपट्ट पर से किसने श्लोक मिटा दिया।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। श्रान्ता महिला लोकयाने एव सुप्तवती।

 • The tired lady slept in the bus itself. 
 • थकी हुई महिला लोकयान में ही सो गई।

२। विवाहकार्यक्रमे त्वमपि आगच्छ।

 • You too come to the wedding ceremony. 
 • तुम भी विवाह समारोह में आओ।

३। रेलयानस्य प्रतीक्षा होराद्वयात् क्रियते।

 • The train's arrival is awaited for two hours. 
 • दो घंटों से रेयान के आगमन की प्रतीक्षा की जा रही है।

४। भवता स्वबुद्धिविक्रीता किम्।

 • Have you sold your intelligence?
 • तुमने तुम्हारी बुद्धि बेच दी है क्या।

५। षड् जनाः मृताः दुर्घटनायां प्रपरह्यः।

 • Six people died in the accident three days back.
 • परसों से पहले के दिन दुर्घटना में छः लोगों की मृत्यु हो गई।

६। यानस्य अस्य समाहारः कुत्र भवति।

 • Where is the assembly of the vehicle done? 
 • गाड़ी का समीकरण कहाँ होता है ।

७। मम जन्मदिवसः कार्तिकमासे अस्ति।

 • My birthday is in the month of Kaartika.
 • मेरा जन्मदिन कार्तिक माह में है।

८। तव पिता कदा दिवङ्गतः।

 • When did your father pass away? 
 • तुम्हारे पिताजी का स्वर्गवास कब हुआ।

९। नास्ति मम इच्छात्र।

 • I have no desire in this. 
 • मेरी यहाँ कोई इच्छा नहीं है।

१०। हे दुष्ट अधुना तु उत्तिष्ठ।

 • O wicked person, wake up now at least!
 • हे दुष्ट अब तो उठ ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। शीलं सर्वगुणप्रधानं भवति।

 • Character is the superior to all virtues. 
 • चरित्र सभी गुणों में प्रमुख होता है।

२। सूर्ये उदये सति मयूराः केकायन्ते।

 • While the sun rises, peacocks make sound. 
 • सूर्योदय के समय मोर शब्द करते हैं।

३। दूरवाणीयं कुतः क्रीता।

 • Where was this mobile bought from? 
 • दूरवाणी कहाँ से क्रय की ।

४। चत्वारि व्यजनानि चलन्त्यत्र।

 • Four fans are on here. 
 • यहाँ चार पंखे चल रहे हैं।

५। गृहं प्राप्य सम्यक् पठितास्मि।

 • After reaching home, I will study well (thoroughly). 
 • घर पहुँचकर मैं ठीक से पढ़ाई करूँगा।

६। वामपादाङ्गुष्ठस्य घट्टनम् अभूत्।

 • There was an injury to the left big toe. 
 • बाएं पैर के अंगूठे में चोट आई थी।

७। महत्यः व्यवस्थाः कृताः कार्यक्रमाय।

 • Elaborate arrangements were made for the event. 
 • कार्यक्रम के लिए भारी व्यवस्थाएँ की गई थीं।

८। देशकालविरुद्धाः विचाराः मार्जनीयाः।

 • Thoughts incompatible with place and time must be cleansed. 
 • स्थान और समय के प्रतिकूल विचार मिटा देने चाहिए।

९। नैके जनाः स्थूलत्वकारणेन क्लेशान् अनुभवन्ति।

 • Many people suffer due to obesity. 
 • बहुत से लोग मोटापे के कारण कष्ट झेलते हैं।

१०। अहो कतिषु विषयेषु तस्य उत्तमा गतिः अस्ति।

 • Wow! in how many subjects does he excel? 
 • वाह कितने विषयों में उसकी उत्तम क्षमता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। तव दर्शनम् अभूत् बहूनां दिनानामनन्तरम्।

 • Saw you after many days.
 • बहुत दिनों के बाद तुम्हारे दर्शन हुए हैं।

२। सोपानेषु दृष्टः मया सः वृश्चिकः।

 • Scorpion was seen by me on the stairs.
 • मैंने सीढ़ियों पर उस बिच्छू को देखा।

३। अत्रत्या मृदा कृष्णवर्णीया अस्ति।

 • The soil here is dark-coloured.
 • यहाँ की मिट्टी काले रंग की है।

४। सुखदाः अनुभवाः अपि सन्ति मे जीवने।

 • There are enjoyable experiences also in my life. 
 • मेरे जीवन में आनंददायक अनुभव भी हैं।

५। छात्रावासे त्रिपञ्चाशद् बालाः वसन्ति।

 • Fifty three children reside in the hostel. 
 • छात्रावास में तिरेपन बच्चे रहते हैं।

६। वैद्यं मेलितुं गम्यते अस्माभिः।

 • The doctor is going to be met by us. 
 • वैद्य से मिलने हमारे द्वारा जाया जाता है।

७। अद्यत्वे अखाद्यानि एव अश्नन्ति जनाः।

 • Nowadays people eat uneatables only.
 • आज कल लोग केवल अखाद्य वस्तुएँ ही खाते हैं।

८। अपत्यस्य समुचितं परिपालनं कठिनं भवति।

 • Proper upbringing of a child is difficult. 
 • बच्चे का समुचित पालन करना कठिन होता है।

९। अलसाः निद्राप्रियाः भवन्ति।

 • Lazy people are fond of sleep. 
 • आलसीजन नींद से प्यार करते हैं।

१०। शिशुः मातरम् अनुवदति।

 • The child repeats after the mother. 
 • बच्चा माँ का कहा दुहराता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। भवन्तं दृष्ट्वा देवदर्शनम् इव अभवत्।

 • Seeing you felt like a divine darshan. 
 • आपको देखने से जैसे भगवान के दर्शन हो गए।

२। कथं जनाः पाश्चात्यविचारम् अनुसरन्ति।

 • How do people even follow Western ideology? 
 • (हे ईश्वर)लोग पश्चिमी विचारधारा का कैसे अनुसरण करते हैं।

३। रामनाम उक्त्वा पूर्णता अनुभूयते

 • Completeness is experienced by chanting the name of Raama.
 • राम के नाम का उच्चारण करने से पूर्णता का अनुभव होता है।

४। हस्तौ संयोज्य वदामि कृपया इतः गच्छ।

 • I say with folded hands, kindly go from here.
 • मैं हाथ जोड़कर बोलता हूँ, कृपया यहाँ से जाइए।

५। एतत् सर्वं नास्ति खादितुं योग्यम्।

 • All this is not esculent (fit to be eaten).
 • यह सब खाने के योग्य नहीं है।

६। कियता विलम्बेन आगतः न्यायाधीशः।

 • The judge arrived so late. 
 • न्यायाधीश कितनी देर से आया।

७। त्वां दृष्ट्वैव अलसा भवामि।

 • Just by seeing you, I become lazy. 
 • तुम्हें देखकर ही मैं आलसी हो जाती हूँ।

८। साम्प्रतं युवानः पुनः भारतीयताम् अनुसरन्ति।

 • Currently, the youth are again following Indian traditions. 
 • वर्तमान में युवा फिर से भारतीय परंपराओं का पालन कर रहे हैं।

९। रामः अनघः अस्ति।

 • Raama is flawless (immaculate). 
 • राम निर्दोष हैं।

१०। ईदृशी शाटिका दुर्लभा अस्ति।

 • This type of saree is rare. 
 • ऐसी साड़ी दुर्लभ होती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। लक्ष्मणः क्रोधमूर्च्छितः।

 • Lakshmana is/was ireful.
 • लक्ष्मण क्रोध से भर गया। 

२। गोशालायां षण्णवत्यधिकैकसहस्रधेनवः सन्ति।

 • There are one thousand and ninety six cows in the cowshed (goshaala)
 • गोशाला में एक सहस्र छियानवे गायें हैं। 

३। गानात् पूर्वम् आलपति।

 • He takes up prelusion before the song. 
 • वह गाने से पहले आलाप लेता है। 

४। यूयं देवतुल्याः स्थ।

 • You all are like gods. 
 • तुम सब देवताओं के समान हो। 

५। रोदनं विहाय दृढमानसा भव।

 • Stop crying and be resolute. 
 • रोना छोड़कर दृढ़ मन वाली बनो। 

६। त्यागमूर्तिः भवान्।

 • You are an epitome of sacrifice. 
 • आप त्याग की मूर्ति हैं। 

७। प्रतिदिनं गीतायाः एकम् अध्यायं पठामि।

 • I read one chapter of Gita daily. 
 • मैं प्रतिदिन गीता का एक अध्याय पढ़ता हूँ। 

८। आलस्यं जहि परिश्रमशालिनी भव।

 • Give up laziness and be diligent. 
 • आलस्य छोड़ो और परिश्रमी बनो। 

९। परापवादे पाण्डित्यमस्ति बहूनाम्।

 • Many have expertise in blaming others. 
 • अन्यों की निन्दा करने में बहुतों को पाण्डित्य प्राप्त है। 

१० । महोदयायाः पिपठिषा उत्तमा अस्ति।

 • The lady has an excellent desire to read. 
 • महोदया की पढ़ने की इच्छा उत्तम है। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सुरुचिपूर्णं खाद्यं चाखाद्ये।

 • I am eating delicious food again and again. 
 • स्वादिष्ट भोजन पुनः पुनः खा रहाँ हूँ। 

२। निस्सरति मातुः मुखात् शुभवचनम्।

 • Auspicious words come out of the mother's mouth. 
 • माता के मुख से शुभ वचन निकलते हैं। 

३। जीवेम शरदश्शतम्।

 • May we live a hundred years.
 • हम सौ शरद(वर्ष) जियें। 

४। शिरसि तस्य पञ्चषाः केशाः एव सन्ति।

 • He has only five or six hairs on his head. 
 • उसके सिर पर केवल पाँच छह बाल ही हैं। 

५ । अस्य जनकः कदा दिवङ्गतः।

 • When did his father pass away? 
 • इसके पिता कब दिवंगत हुए।

६। तैः मिलित्वा रामकथा आयोजिता।

 • Together they organized Raamakathaa.
 • उन्होनें साथ मिलकर रामकथा का आयोजन किया गया। 

७ । मया भवत्या समयनियोजनं पठितव्यम्।

 • Time-management must be learnt by me from you. 
 • मुझे आपसे समय नियोजन सीखना है। 

८। तव बोधनेनैव वयं प्रेरिताः।

 • We are inspired only by your teaching. 
 • आपकी शिक्षा से हम प्रेरित हैं। 

९। पूर्णसमर्पणम् आवश्यकम्।

 • Complete dedication is necessary. 
 • पूर्ण समर्पण आवश्यक है। 

१०। एकध्येयनिष्ठो भव।

 • Be focussed on one goal. 
 • एक लक्ष्य पर केंद्रित रहो। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। लघवः मत्स्याः अजायन्त तडागेऽस्मिन्।

 • Small fish were born in this pond. 
 • इस तालाब में छोटी मछलियाँ पैदा हो गई हैं।

२। एकवर्षं कियच्छीग्रं व्यतीतं किल।

 • One year passed quickly indeed. 
 • एक वर्ष बहुत शीघ्र ही बीत गया।

३। उषसि घासोऽपरि पदवेशौ विना चलावः।

 • In the morning, we (two) walk on the grass without footwear. 
 • प्रातः हम दोनों बिना जूतों के घास पर घूमते हैं।

४। कर्मकराः मार्जिष्यन्ति त्यजतु भवान्।

 • The workers will clean; you please leave it. 
 • कर्मचारी सफाई कर देंगे आप छोडिए।

५। कृषिक्षेत्रेषु कर्षणम् आरब्धम्।

 • Plowing has started in the agricultural fields. 
 • कृषि क्षेत्रों में खेती प्रारम्भ हो गई है।

६। कैश्चित्तु प्रियङ्गोः वपनमपि कृतम्।

 • Some have even sowed the millet. 
 • कुछ लोगों ने तो बाजरे की बुवाई भी कर दी है।

७. सर्वनाथः शिवः अस्ति।

 • Shiva is the lord of all. 
 • शिव सभी के ईश्वर हैं।

८। अग्रिमे स्थानके अवतरिष्यामि।

 • I will arrive at the next station. 
 • मैं अगले स्थान पर उतर जाऊंगा।

९। सः अभीक्ष्णं मां पश्यति।

 • He looks at me continuously.
 • वह लगातार मुझे देखता है।

१०। निर्जनस्थानेषु पशूनां सङ्ख्या अधिका भवति।

 • The number of animals is higher in isolated places. 
 • अलग-थलग स्थानों में पशुओं की संख्या अधिक होती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। विद्यार्थिनः पदवेशान् पङ्क्त्या स्थापयन्तु।

 • Let the students arrange their footwear in rows. 
 • छात्र अपने पदवेश पंक्तियों में रखें।

२। वृक्षाः फलान्विताः भवन्तः सन्ति।

 • The trees are fruit-laden.
 • पेड़ फलों से भरे हुए हैं।

३। वेणुछिद्रे फूत्क्रियताम्।

 • Blow in the hole of the flute. 
 • बांसुरी के छेद में फूक मारो।

४। गच्छ तात यथासुखम्।

 • Go, my child, as you please. 
 • मेरे बच्चे जैसी इच्छा करे वैसे जाओ।

५। यस्य पुरतः मारुतिः तं रघुनन्दनं वन्दे।

 • I salute Lord Rama, in front of whom is Hanuman. 
 • जिनके सामने हनुमान है उन रामचंद्र को मैं वंदन करता हूँ।

६। तव मुखाकृतिः न परिस्थित्यनुकूला।

 • Your facial expression does not match the situation. 
 • तुम्हारे चेहरे की अभिव्यक्ति परिस्थिति से मेल नहीं खाती।

७। स्वर्णकङ्कणानि धृत्वा गता सा।

 • She went wearing gold bangles. 
 • वह स्वर्ण कंगन पहनकर गई।

८। यष्टिकां दक्षिणहस्तेन गृहाण।

 • Hold the stick with your right hand. 
 • अपने दाहिने हाथ में यष्टि को पकड़ो।

९। आदिवसं सुप्तवान् रोगकारणेन।

 • He slept the whole day due to illness. 
 • वह रोग के कारण पूरे दिन सोता रहा।

१०। भगवद्ध्वजः उत्तोलितः तैः।

 • The flag of the Lord (Bhagawaddhwaja) was hoisted by them. 
 • उनके द्वारा भगवान का ध्वज उठाया गया।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। आमधुना अहं स्थिरमनसा वदिष्यामि।

 • Yes, I will now speak with a calm mind. 
 • हाँ अब मैं शांत मन से बोलूंगा।

२। वयं पञ्च आगच्छाम भ्रमणार्थम्।

 • Five of us should come for the tour. 
 • हम पाँच लोग भ्रमण के लिए आ जाएं।

३। यदि समयेन प्राप्स्यं गृहं तर्हि निद्रा पूर्णा अभविष्यत्।

 • If I reach home on time, The sleep would be complete. 
 • यदि समय से घर पहुंच जाऊँ तो नींद पूरी हो जाए।

४। वयमत्र परितुष्टाः स्मः।

 • We are satisfied here. 
 • हम यहाँ संतुष्ट हैं।

५। भवान् स्वस्य व्यवस्थां करोतु।

 • You organize for yourself. 
 • आप अपनी व्यवस्था करें।

६। हस्तलिखितं पत्रमिदम्।

 • This is a handwritten letter. 
 • यह एक हस्तलिखित पत्र है।

७। अद्य किल स्नास्यसि।

 • Today you will indeed take bath. 
 • आज तो नहाओगे ही।

८। अस्मिन् प्रकरणे नाहं लिप्तः।

 • I am not involved in this matter. 
 • मैं इस प्रकरण में सम्मिलित नहीं हूँ।

९। न अङ्ग्यकरोत् सः।

 • He did not agree. 
 • उसने स्वीकार नहीं किया।

१०। लकारान् पठामि इदानीम्।

 • I am studying verb forms (lakaara) now.
 • मैं अभी लकार पढ़ रहा हूँ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। भवतु नाम सः मन्त्री अहमपि स्वाभिमानी अस्मि।

 • He may be a minister; I too have self-respect. 
 • होगा वह मंत्री किन्तु मैं भी स्वाभिमानी हूँ।

२। शुष्कपर्णं चूर्णयति वामहस्तेन सः।

 • He crushes dry leaf with his left hand. 
 • वह अपने बाएं हाथ से सूखे पत्ते को पीसता है।

३। मार्जनी कुत्र वा स्थापिता जनन्या।

 • Where has the broom been kept by mother?
 • झाड़ू मां के द्वारा कहां रख दी गई।

४। साधुजनः सदा रामनामैव जपति।

 • The saint always chants only the name of Rama. 
 • साधु केवल राम का नाम जपता है।

५। सकलगुणनिधानं हनुमन्तं नमामि।

 • I salute Hanuman, the repository of all virtues. 
 • मैं सभी गुणों के भंडार हनुमान को नमन करता हूँ।

६। भगवान् सदा मे प्रत्यक्षं भवति।

 • God is always present for me. 
 • भगवान हमेशा मेरे सामने होते हैं।

७। एकोऽहं बहु स्याम्।

 • I am one, should become many. 
 • एक हूँ बहुत हो जाएँ।

८। प्रेरणादायकमिदम् आचरणं भवत्याः।

 • This conduct of yours is inspirational. 
 • तुम्हारा यह व्यवहार प्रेरणास्पद है।

९। नारायणी नमोऽस्तु ते।

 • Salutations to you, Naaraayani. 
 • तुम्हें नमस्कार है हे नारायणी।

१०। मनश्शोधनं करणीयम्।

 • Purification of the mind should be done. 
 • मन की शुद्धि करनी चाहिए।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। वेणुध्वनिः नास्ति स्पष्टः भवतः।

 • Your flute does not have a clear sound. 
 • तुम्हारी बांसुरी की ध्वनि स्पष्ट नहीं है।

२। मकरसङ्क्रान्त्युत्सवम् आचरिष्यामः।

 • We will celebrate the festival of Makara Sankraanti. 
 • हम मकर संक्रांति का त्योहार मनाएँगे।

३। आरक्षकाः अपि तं न गृह्णन्ति।

 • Even the police/guards do not arrest him. 
 • रक्षक भी उसे नहीं पकड़ते।

४। राष्ट्राध्यक्षाय राष्ट्रमेव प्रथमं स्यात्।

 • For the President, nation must come first. 
 • राष्ट्राध्यक्ष के लिए देश ही पहला होना चाहिए।

५। देशे यूनां चरित्रनिर्माणं महदावश्यकम् |

 • In the country, character-building of youth is paramount. 
 • देश में युवाओं का चरित्र निर्माण बहुत आवश्यक है।

६। रात्रौ कम्पमानां रज्जुं दृष्ट्वा भीतः सः।

 • Upon seeing the shaking rope at night, he got scared. 
 • रात्रि में हिलती रस्सी को देखकर वह डर गया।

७। वाहनस्य अग्रदीपं प्रज्ज्वालय।

 • Light the front lamp of the vehicle. 
 • गाड़ी के सामने की बत्ती जलाओ।

८। भवत्याः मूलस्थानं किमस्ति।

 • What is your native place? 
 • तुम्हारा मूल स्थान क्या है।

९। चटका चञ्च्वा अपत्यानि खादयति।

 • The sparrow feeds its chicks by his beak. 
 • चिड़िया अपने बच्चों को चोंच से खिलाती है।

१०। सर्पाः अपत्यरक्षणं न कुर्वन्ति।

 • Snakes do not take care of their offspring. 
 • सांप अपने बच्चों की देखभाल नहीं करते।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। दशाधिकपञ्चवादनम् इति समयः।

 • It is ten minutes past five. 
 • पाँच बजकर दस मिनट हो गए।

२। अस्मज्जन्म कथं सार्थकं स्यात्।

 • How can our birth be meaningful? 
 • हमारा जन्म कैसे सार्थक हो सकता है।

३। प्रतिदिनं कांश्चन पृष्ठान् अधीष्व।

 • Every day, read a few pages. 
 • हर दिन कुछ पृष्ठों को पढ़ो।

४। शूलेन वक्षसि प्राहरत्।

 • He struck his chest with a spear (shoola). 
 • वह भाले से छाती पर प्रहार करता है।

५। पीतवर्णीययुतकधारी अगमत्किमितः।

 • Did any one with a yellow shirt go from here?
 • कोई पीले वस्त्र पहने हुआ यहाँ से गया क्या।

६। एकचषकपरिमितं चायं पिबति मातामही।

 • Maternal grand mother drinks a cupful of tea. 
 • नानी एक कप चाय पीती है।

७। यः हस्तम् उत्तोलयति तम् आह्वय।

 • Whoever raises their hand, call/invite them. 
 • जो भी हाथ उठाता है उसे बुलाओ।

८। सूर्यनमस्कारान् कुरु दृढं भवेत् शरीरम्।

 • Do Suryanamaskaara; body becomes fit. 
 • शरीर स्वस्थ रखने के लिए सूर्य नमस्कार करो।

९। खेलन् शिशुः हसति।

 • The child laughs while playing. 
 • खेलते समय बच्चा हँसता है।

१०। समूहनायकः सर्वान् नियमान् बोधयति।

 • The leader informs everyone of the rules. 
 • नेता सभी को नियम समझाता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। तस्य यज्ञोपवीतसंस्कारः श्वः भविता।

 • His sacred thread (Yajnopaveeta) ceremony will happen tomorrow. 
 • उसका यज्ञोपवीत संस्कार कल होगा।

२। कार्याणि अकार्षम् अहम्।

 • I did the work/tasks. 
 • मैनें कार्य कर दिए।

३। धर्मच्युतः नष्टः एव।

 • One who has lost righteousness is annihilated. 
 • धर्ममार्ग से हटा व्यक्ति नष्ट ही है।

४। पराधीनतायाः आनन्दः न योग्यः।

 • Happiness obtained under dependence is worthless.
 • पराधीन रहकर प्राप्त आनन्द योग्य नहीं है।

५। स्वतन्त्रतायाः क्लेशः एव समुचितः।

 • Pain of independence is certainly worthwhile. 
 • स्वतंत्रता का कष्ट उत्तम ही है।

६। मनुष्यजन्म दुर्लभमेव।

 • Human birth ( janma) is indeed rare. 
 • मानव जन्म दुर्लभ ही है।

७। हंसवाहिनीं ज्ञानदायिनीं नमाम्यहम्।

 • I salute the swan-rider (hamsavaahini) and giver of knowledge (jnaanadaayini). 
 • मैं ज्ञानदायिनी हंसवाहिनी को नमन करता हूँ।

८। बिरसामुण्डा महान् क्रान्तिकारी बभूव।

 • Birasa Munda was a great revolutionary. 
 • बिरसा मुण्डा एक महान क्रांतिकारी हुए।

९। येन प्रयत्यते तेन प्राप्यते।

 • One who strives, achieves.
 • जिसके द्वारा प्रयास किया जाता है उसके द्वारा पाया जाता है।

१०। सः सन्न्यासी इव दृश्यते।

 • He looks like a renunciant. 
 • वह संन्यासी की भांति दिखता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। त्रिषु घटेष्वपि जलं न विद्यते।

 • Water is not there in the three pots as well. 
 • तीनों घड़ों में भी पानी नहीं है।

२। नासिकयोः मलं निर्गच्छति।

 • Dirt comes out of the nostrils. 
 • नाक से मल निकल रहा है।

३। देवनिर्मितदेशे राक्षसाः अपि सन्ति।

 • There are demons also in the land created by the gods. 
 • देवों द्वारा बनाए गए देश में राक्षस भी होते हैं।

४। नवपल्लवयुते वृक्षे हनुमान् आस्ते।

 • Hanuman sits on a tree which has new leaves. 
 • नए पत्तों वाले एक पेड़ पर हनुमान बैठे हुए हैं।

५। कति च हताः कति च मरिष्यन्ति।

 • Many are killed, many will die. 
 • कई मारे गए हैं कई मरने वाले हैं।

६। तव संवादे अत्युक्तिः अधिका भवति।

 • There is excessive criticism/exaggeration in your conversation. 
 • तुम्हारी बातचीत में बहुत सी आलोचना होती है।

७। निर्निमेषं स्वेदः पतति नासिकायाः।

 • Sweat drips incessantly from the nose. 
 • नाक से बिना रुके स्वेद गिर रहा है।

८। सर्वैः रामः प्रार्थ्यते।

 • Raama is prayed to by everyone. 
 • राम की पूजा सबके द्वारा की जाती है।

९। तव माया दुरत्यया हे राम।

 • Hey Raama, your maaya is unfathomable. 
 • हे राम तुम्हारी माया अत्यन्त कठिन है।

१०। सर्वत्र मनुष्यरूपेण मृगाश्चरन्ति।

 • Animals move in the form of humans everywhere.
 • सब ओर पशु मनुष्य के रूप में विचरण कर रहे हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। तव चरितं विश्वहितकरमस्ति।

 • Your conduct is beneficial for the world. 
 • तुम्हारा चरित्र विश्व के लिए हितकर है।

२। मातः त्वां सततं स्मराम्यहम्।

 • Mother, I remember you always.
 • माँ मैं तुम्हें निरंतर स्मरण करता हूँ।

३। कर्णयोः बधिरता वर्धमाना अस्ति।

 • Deafness is increasing in both the ears. 
 • कानों में बहरापन बढ़ रहा है।

४। स्वर्णनिर्मितां शृङ्खलां चोरयितुं प्रायत्यत तेन।

 • He attempted to steal a gold necklace/chain. 
 • उसने सोने की एक कंठी चुराने का प्रयास किया।

५। राष्ट्राय समर्पयितुं सिद्धाः जीवनम्।

 • They are ready to dedicate their lives to the nation. 
 • राष्ट्र के लिए जीवन समर्पण करने के लिए वे सिद्ध हैं।

६। भूपालीरागं गीतवान् सः।

 • He sang a song in the Bhoopaali raaga. 
 • उसने भूपालीराग में एक गीत गाया।

७। त्रयस्त्रिंशत् विदेशीयजनाः तत्रागताः।

 • Thirty-three foreigners came there. 
 • तेतीस विदेशी लोग वहाँ आए।

८। समयः अभूत् कार्यक्रमस्य।

 • It is time for the event. 
 • कार्यक्रम का समय आ गया।

९। समयनाशः सर्वनाशः इव।

 • Loss/wastage of time is like loss of everything. 
 • समय का नाश सर्वनाश जैसा होता है।

१०। अपरिश्रमशालिनः एव भाग्यं भर्त्सयन्ते।

 • Only lazy people curse the fortune. 
 • केवल परिश्रमहीन ही भाग्य की भर्त्सना करते हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अद्यत्वे शास्त्रीयसङ्गीतं प्रति आसक्तः भवति लोकः।

 • Nowadays, people are getting interested in classical music. 
 • आजकल लोग शास्त्रीय संगीत की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

२। युद्धात् प्रतिगमनं वीरेभ्यः न रोचते।

 • Heroes do not like retreating from war. 
 • वीरों को युद्ध से वापस आना अच्छा नहीं लगता।

३। परीक्षापरिणामं दृष्ट्वा सर्वे मोदन्ते।

 • Everyone rejoices after seeing the exam results. 
 • परीक्षा के परिणाम देखकर सभी प्रसन्न हो जाते हैं।

४। मोदकप्रियं मूषकवाहनं गणेशं प्रणमामि आदौ।

 • At the outset, I bow to Lord Ganesha, who loves Modak and rides the mouse. 
 • मैं सर्वप्रथम मोदकप्रिय और चूहे पर सवार भगवान गणेश को प्रणाम करता हूँ।

५। कृत्रिमवस्तूनि विना जीवनमुचिततरम्।

 • Life is better without artificial things. 
 • कृत्रिम वस्तुओं के बिना जीवन अधिक उचित है।

६। कामान्धः एव अन्धः न तु जन्मान्धः।

 • One blinded in desire is actually a blind, not the one who is born-blind. 
 • कामना में अंधा ही वास्तव में अन्धा है न कि जन्म से अंधा।

७। मम नगरस्वच्छता मम दायित्वम्।

 • Cleanliness of my city is my responsibility. 
 • मेरे नगर की स्वच्छता मेरा कर्तव्य है।

८। एषः कन्यामहाविद्यालयः अस्ति।

 • This is a girls' high school. 
 • यह एक कन्या महाविद्यालय है।

९। शिशुः आनन्देन चीत्करोति।

 • The child screams with joy. 
 • बच्चा आनन्द से चिल्लाता है।

१०। दशतीर्थयात्रिणः हताः

 • Ten pilgrims were killed. 
 • दस तीर्थयात्री मारे गए।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। आदिवसं दूरवाणीं चालितवान् अद्य।

 • Today, he used/operated the mobile the whole day.
 • आज पूरे दिन दूरवाणी चलाई।

२। कः व्रजति मार्गे रात्रौ।

 • Who roams on the road at night? 
 • रात्रि में सड़क पर कौन घूम रहा है।

३। अस्माकं मुखमेकं भवति कर्णौ तु द्वौ।

 • We have one mouth but two ears. 
 • हमारे पास एक मुँह है लेकिन दो कान हैं।

४। पञ्चानां नदीनां सङ्गमः अस्ति अत्र।

 • Here is a confluence of five rivers. 
 • यहाँ पाँच नदियों का संगम है।

५। जलबन्धे नैके विहगाः मत्स्यान् ग्रहीतुं यतन्ते।

 • Several birds are trying to catch fish in the reservoir. 
 • बान्ध में कई पक्षी मछलियाँ पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं।

६। शैत्ये जनाः भुक्त्वा मकरवत् शेरते।

 • During winter, post-meals, people sleep like crocodiles. 
 • शीतकाल में भोजन के बाद लोग मगरमच्छ जैसे लेटते हैं।

७। सर्वाः भारतीयभाषाः मधुराः सन्ति।

 • All Indian languages are sweet/melodious. 
 • सभी भारतीय भाषाएँ मधुर होती हैं।

८। अद्य वादनाभ्यासः नाभूत्।

 • There was no (musical-) instrument practice today. 
 • आज संगीत वादन का अभ्यास नहीं हुआ।

९। कार्यकर्तॄणाम् अभावः अस्ति।

 • There is a shortage of workers. 
 • कार्यकर्ताओं की कमी है।

१०। प्रबन्धनं बहु सम्यक् कृतम्।

 • It is very well managed. 
 • प्रबंधन बहुत अच्छे प्रकार से किया गया है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। ऋष्यमूकपर्वते सुग्रीवः वसति स्म।

 • Sugriva lived on Mount Rishyamooka. 
 • सुग्रीव ऋष्यमूक पर्वत पर रहता था।

२। दीपं प्रज्वाल्य ध्यानस्था सा देवी।

 • The lady lit the lamp and meditated. 
 • महिला दीपक जला कर ध्यान कर रही है।

३। सः विमानादवतीर्य प्रणमति भूमिम्।

 • Upon descending from the plane, he bows to the earth. 
 • विमान से उतरकर वह भूमि को प्रणाम करता है।

४। एतादृशी कापि राजाज्ञा नास्ति किल।

 • There is no such royal decree (hard rule) for this. 
 • ऐसी कोई राजाज्ञा नहीं है।

५। सर्वजगतः शुभं भवेत्।

 • May there be auspiciousness for the whole world. 
 • सम्पूर्ण जगत के लिए मंगल हो।

६। विश्वशान्तिकरभारतस्य पुनरुत्थानम् आवश्यकम्।

 • The revival/resurgence of world-peacemaker-Bharat is necessary. 
 • विश्वशांति के लिए भारत का पुनरुत्थान आवश्यक है।

७। प्रसन्नः भूत्वा जीवनं यापय।

 • Be happy and live life. 
 • प्रसन्न होकर अपना जीवन जियो।

८। जन्म ते चत्वारिंशतः वर्षेभ्यः पूर्वमभवत्।

 • Your birth happened forty years ago. 
 • तुम्हारा जन्म चालीस वर्ष पहले हुआ था।

९। मुद्रणाय भवद्ध्वनिः समीचीनः।

 • Your voice is good for recording.
 • मुद्रण के लिए आपकी ध्वनि अच्छी है।

१०। बालेयं मेधाविनी भविष्यति।

 • This girl child will become intelligent. 
 • यह बच्ची बुद्धिमान बनेगी।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। ते सर्वे गताः युवां कदा गमिष्यथः।

 • They have all gone ; when will you two go?
 • वे सब गए तुम दोनों कब जाओगे।

२। रात्रौ कार्यक्रमः प्राचलत्।

 • The program proceeded at night. 
 • रात्रि में कार्यक्रम चला था।

३। तत्र गच्छ अत्र किं स्यात् तव।

 • Go there; what could be here yours? 
 • वहाँ जाओ यहाँ तुम्हारा क्या है।

४। सार्थकता कुत्र मम जीवनस्य।

 • What is the purpose of my life? 
 • मेरे जीवन की सार्थकता कहाँ है।

५। हे वत्सले मातृभूमे ते नमः अस्तु।

 • Hey, beloved motherland, salutation for you.
 • हे वत्सला मातृभूमि आपको प्रणाम है।

६। अर्थं स्मारं स्मारं मन्त्रं पठ।

 • Recite the mantra remembering its meaning. 
 • अर्थ को ध्यान में रखते हुए मंत्र पढ़ो।

७। इदं जगत् मायामयमस्ति।

 • This world is full of illusion (maayaa). 
 • यह जगत मायामय है।

८। भवत्याः कार्यार्थं मया मम कटिः बद्धा।

 • For the sake of your work, I have prepared myself. 
 • तुम्हारे कार्यों के लिए मेरे द्वारा कमर कस ली गई है।

९। साधनारताः मुमुक्षवः तापसाः सन्ति।

 • Who are devoted to their practices and seekers of moksha are ascetics. 
 • साधनारत मोक्ष के इच्छुक तपस्वी हैं।

१०। सप्तमोक्षदायिन्यः नगर्यः सन्ति।

 • There are seven cities that grant liberation. 
 • सात मोक्ष प्रदान करने वाली नगरियाँ हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अत्र अष्टौ अशोकवृक्षाः सन्ति।

 • Here are eight Ashoka trees. 
 • यहाँ आठ अशोक वृक्ष हैं।

२। ह्यः सः रामभजनं कारयाञ्चकार।

 • Yesterday he got worship (bhajan) of Rama done. 
 • कल उसने भगवान राम जी का भजन करवाया।

३। भोक्तुमुपविशत यूयम्।

 • You all should sit down for eating. 
 • तुम सभी भोजन करने के लिए बैठो ।

४। कण्ठस्था माला तुलस्याः किम्।

 • Is the Necklace (made)of Tulasi? 
 • कण्ठ स्थित माला तुलसी की है क्या ।

५। लज्जावन्तः तु नेत्थं कथयेयुः।

 • Modest ones, however, did not speak like this. 
 • लज्जाशील लोग तो इस प्रकार नहीं कहते।

६। परिश्रमशालिनः सन्ति इमे बालाः।

 • These children are hardworking. 
 • ये बच्चे परिश्रमी हैं।

७। तस्याः वेणी बहुः दीर्घा।

 • Her plait is very long. 
 • उसकी चोटी बहुत लम्बी है।

८। नखाः मलपूरिताः जाताः।

 • Nails have become dirty. 
 • नाखूनों में मल भर गया है।

९। स्वच्छताकार्यं सर्वे कुर्वन्तु।

 • Let everyone do the cleaning work. 
 • सभी लोग स्वच्छता का काम करें।

१०। शीष्कारमपि स्वीकृत्य आगन्तास्मः श्वः।

 • We will come tomorrow with whistle. 
 • सीटी भी लेकर हम कल आएंगे ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सुन्दरं मृदङ्गं वादयति एषः।

 • He plays beautiful mridangam.
 • वह सुंदर मृदंग बजाता है।

२। धर्मरक्षणार्थानि इमानि कार्याणि।

 • These tasks are for the protection of dharma. 
 • ये कार्य धर्म की रक्षा के लिए हैं।

३। तस्य सङ्गीताभ्यासः श्रेष्ठः अस्ति।

 • His music practice is excellent. 
 • उसका संगीत का अभ्यास उत्कृष्ट है।

४। भवत्याः चरणयोः प्रणामाः।

 • Salutations to your feet. 
 • आपके पादों में प्रणाम है।

५। गुणप्रवर्धनस्य प्रयासः भवतु सदा जीवने।

 • May there always be effort towards enhancement of virtues in life. 
 • गुणों की वृद्धि के प्रयास हमेशा जीवन में हो।

६। देशार्थकेन्द्रितं जीवनं भवेन्मम।

 • May my life be centered around the welfare of the country. 
 • मेरा जीवन देश हित में केन्द्रित हो।

७। वयं सन्धिं पठन्तः स्मः।

 • We are studying sandhi. 
 • हम संधि का पठन कर रहे हैं।

८। तस्य पुत्र्याः नाम अनुपमा।

 • His daughter's name is Anupama. 
 • उसकी बेटी का नाम अनुपमा है।

९। लघ्वी सत्यपि चतुरा सा।

 • Though small, she is clever. 
 • छोटी होते हुए भी वह चतुर है।

१०। आतपे बहिर्गन्तुं न वद।

 • Do not ask to go out in the sun. 
 • धूप में बाहर जाने को मत बोलो।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। शङ्खवादनाय युक्तिः आवश्यकी।

 • Skill is necessary for blowing the conch. 
 • शंख बजाने के लिए कुशलता आवश्यक है।

२। कौपीनं धृत्वैव गच्छति सः।

 • He goes wearing only a loincloth. 
 • वह केवल कौपीन पहनकर जाता है।

३। प्रातरुत्थाय स्तोत्रं पठितव्यम्।

 • Hymns must be recited upon waking up in the morning. 
 • सुबह उठकर स्तोत्र पढ़ना चाहिए।

४। एतावन्ति दिनानि यावत् नापश्यं दूरवाणीम्।

 • I have not seen my mobile for this many (so many) days. 
 • इतने दिनों तक मैंने अपनी दूरवाणी नहीं देखी।

५। दैनन्दिनीम् अपश्यः किं मम।

 • Did you see my diary? 
 • क्या आपने मेरी दैनन्दिनी देखी।

६। नैवेदानीमेव आगतोऽस्मि।

 • No, I have just arrived. 
 • न मैं तो अभी आया हूँ ।

७। क्रियापदरहितं वाक्यं न भवति।

 • There is no sentence without a verb. 
 • क्रियापद रहित वाक्य नहीं होता।

८। वृद्धोऽपि व्यायामरतः एषः।

 • Even though he is old, is fond of exercise. 
 • वृद्ध होने पर भी वह व्यायामरत है।

९। तस्य पादयोः शोथः अस्ति।

 • He has swelling in his feet. 
 • उसके पैरों में सूजन है।

१०। महोदय ममोदरे वेदना भवति।

 • Sir (mahodaya), I have pain in my stomach. 
 • महोदय मेरे पेट में वेदना हो रहा है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। विषयान् प्रति उदासीनः भवितुमिच्छामि।

 • I wish to remain indifferent towards objects of senses. 
 • मैं विषयों के प्रति उदासीन रहना चाहता हूँ। 

२। दुर्गुणपङ्कान्निष्कासय माम्।

 • Remove me from the mire of bad qualities. 
 • मुझे दुर्गुणों के कीचड़़ से निकालो। 

३। हे आङ्ग्लपुत्र मत्पुरतः संस्कृतेन सम्भाष्यताम्।

 • Hey, Englishman ! speak to me in Sanskrit. 
 • हे आङ्ग्लपुत्र मेरे सामने संस्कृत में बात करो। 

४। स्वपूर्णसामर्थ्यं प्रदर्शितं भवेत् कार्ये।

 • Full potential must be demonstrated in the task.
 • कार्य को पूरी क्षमता से किया जाना चाहिए। 

५। अन्तः अस्ति आरम्भः।

 • The end is the beginning. 
 • अंत ही आरंभ है। 

६। किमहं श्रूयमाणः अस्मि भवद्विषये।

 • What am I hearing about you?
 • यह मैं क्या सुना रहा हूँ आपके विषये में। 

७। अध्यापनेन अध्ययनम् अपि भवति।

 • Teaching leads to learning also.
 • अध्यापन से अध्ययन भी होता है। 

८। अस्मिन् विषये मम ज्ञानं नास्ति।

 • I have no knowledge in this subject. 
 • इस विषय में मेरा कोई ज्ञान नहीं है। 

९। सः मूर्खवदाचरति।

 • He behaves like a fool. 
 • वह मूर्ख के जैसे व्यवहार करता है। 

१०। पुनः एकवारं धन्यवादाः।

 • Thanks once again. 
 • एक बार पुनः धन्यवाद। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। जनैः साकं संवादः कृतः।

 • A conversation was made with the people. 
 • लोगों के साथ संवाद किया गया। 

२। तद्देशे भारतीयदूतावासे कार्यक्रमः अभूत्।

 • In that country, an event happened (was held) at the Indian embassy. 
 • उस देश में भारतीय दूतावास में एक कार्यक्रम हुआ। 

३। अन्या कापि वक्तुमिच्छति किम्।

 • Does anyone else (any other lady) wish to speak? 
 • क्या कोई और कुछ कहना चाहती है। 

४। अवगतः किल विषयः।

 • Matter understood, isn’t it?
 • विषय समझ मे आ गया ना ।

५। समापयामः सत्रमधुना।

 • Let us conclude the session now. 
 • अब हम सत्र को समाप्त करें। 

६। भोजनं तु सम्यगेवात्र।

 • The food here is quite good. 
 • यहाँ का भोजन बहुत अच्छा है। 

७। चिकित्सालयपरिसरे द्वे मन्दिरे स्तः।

 • There are two temples in the hospital premises. 
 • चिकित्सालय परिसर में दो मंदिर हैं। 

८। भित्तिषु दीपान् स्थापयन्ति जनाः।

 • People are placing lamps on the walls. 
 • लोग भित्ति पर दीपक रख रहे हैं। 

९। प्रयागराजे स्थानान्तरितौ तौ।

 • Those two were transfered to Prayagraj. 
 • उन्हें प्रयागराज स्थानांतरित किया गया। 

१०। सः गुरुकुले अपठत्।

 • He studied at the gurukul. 
 • उसने गुरुकुल में पढ़ाई की। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अहं ध्वनिमुद्रणं कृत्वा स्थापयामि।

 • I am posting it after audio recording.
 • मैं ध्वनिमुद्रण करके स्थापित करता हूँ।

२। सायं सार्धषड्वादने भोजनं भवति।

 • Dinner is at 6:30 PM.
 • सायंकाल ६:३० बजे भोजन होता है।

३। रात्रौ अभ्यासं कर्तुं शक्नोमि।

 • I can practice at night.
 • मैं रात्रि में अभ्यास कर सकता हूँ।

४। सः महोदयः अपि संस्कृतं जानाति।

 • That gentleman (mahodaya) also knows Sanskrit.
 • वह महोदय भी संस्कृत जानते हैं।

५। कथमपि कृत्वा भवती उपस्थिता भवतु।

 • Somehow, you must be present.
 • कैसे भी करके आपको उपस्थित होना चाहिए।

६। गृहेऽपि सन्ति केचन अतिथयः।

 • There are some guests at home also.
 • घर पर भी कुछ अतिथि हैं।

७। स्वपरिवारविषये उद्यतां भवता।

 • Tell me about your family.
 • आप अपने परिवार के विषय में बताएं।

८। मन्दिरप्राङ्गणे जाता अद्यतनी सभा।

 • Today's meeting was held in the temple courtyard.
 • आज की बैठक मंदिर के आंगन में आयोजित की गई थी।

९। पुत्र्या सह शिवालयम् अगच्छम्।

 • I went to the Shiva temple with my daughter.
 • मैं अपनी बेटी के साथ शिव मंदिर गई।

१०। केरल राज्ये अस्ति एषः चिकित्सालयः।

 • This hospital is in the state of Kerala.
 • यह चिकित्सालय केरल राज्य में है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। पुष्यनक्षत्रस्य वृक्षः वर्तते अश्वत्थः ।

 • The tree of the Pushya nakshatra is the pipal.
 • पुष्य नक्षत्र का वृक्ष पीपल है।

२। वाहनम् एकस्थात् अन्यस्थानं नयति।

 • The vehicle takes(transports) from one place to another.
 • वाहन एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाता है।

३। राष्ट्रीयवृक्षस्य नाम जानासि नु।

 • You know the name of the national tree, don’t you?.
 • तुम राष्ट्रीय वृक्ष का नाम जानते हो ना।

४। अहर्निशं स्वमनः उत्तमविचारैः पूरणीयम्।

 • One should always fill one’s mind with the best thoughts.
 • अहर्निश अपने मन को उत्तम विचारों से पूर्ण रखना चाहिए।

५। गृहात् बहिः शैत्यप्रभावः अधिकः स्यात्।

 • The effect of winter/cold could be more outside the house.
 • घर के बाहर ठंड का प्रभाव अधिक हो सकता है।

६। ते तूर्यान् वादयन्ते।

 • They play trumpets.
 • वे तूर्य वाद्य बजाते हैं।

७। लघौ सर्पेऽपि महत् विषं भवति।

 • Even in small snakes, considerable venom exists.
 • छोटे सांप में भी विष अधिक होता है।

८। भुजङ्गासनं कुर्वन्नस्मि।

 • I am doing the bhugangasana.
 • मैं भुजङ्गासन कर रहा हूँ।

९। तस्य अनुजः दिवं जगाम।

 • His younger brother went to heavenly abode.
 • उसका छोटा भाई दिवंगत हो गया।

१०। महदाश्चर्यकरी घटना अभूदद्य।

 • A surprising event occurred today.
 • आज एक बहुत आश्चर्यकरी घटना हुई।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। तर्पणार्थम् अस्ति इदं संस्कारितं जलम्।

 • This purified water is for tarpan. 
 • तर्पण के लिए यह संस्कारित जल उपयुक्त है।

२। सुखं दुःखं कल्पनामात्रमेवास्ति अस्माकम्।

 • Happiness and sorrow are merely our perceptions. 
 • सुख और दुःख केवल हमारी कल्पना मात्र हैं।

३। अहो कर्णप्रियमिदं सङ्गीतम्।

 • Oh, this music is delightful to the ears. 
 • आह यह संगीत कर्णप्रिय है।

४। शिवरञ्जनीरागे निबद्धमिदं गीतम्।

 • This song is composed in the Raag Shivaranjani. 
 • यह गीत राग शिवरञ्जनी में रचा गया है।

५। जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी।

 • Mother and motherland are greater than heaven. 
 • माँ और मातृभूमि स्वर्ग से भी महान् हैं।

६। अश्वत्थः अहर्निशम् प्राणवायुं ददाति।

 • The peepal tree provides oxygen day and night.
 • पीपल का पेड़ रात और दिन प्राणवायु प्रदान करता है।

७। रोहिणी प्रियतमा पत्नी चन्द्रस्य।

 • Rohini is the beloved wife of the moon. 
 • रोहिणी चन्द्र की प्रिय पत्नी है।

८। शनिदेवस्य वाहनः काकः अस्ति।

 • Crow is the vaahana of Lord Saturn. 
 • कौवा भगवान शनि का वाहन है।

९। वृक्षकारणेन अत्र तापमानमधिकं नास्ति।

 • Because of trees, the temperature here is not high. 
 • यहाँ पेड़ों के कारण तापमान अधिक नहीं है।

१०। नैतिकचरित्रस्य वर्धनमेव शिक्षा।

 • Education is nothing but enhancement of moral character. 
 • शिक्षा नैतिक चरित्र का विकास है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। टङ्कारध्वनिः आयाति वाद्यात्।

 • Twang emanates from the musical instrument. 
 • वाद्य से टंकार की ध्वनि आती है।

२। तेन आवां यष्टिकाभ्यां ताड्यावहे।

 • We (two) were beaten with (two) sticks by him. 
 • उसके द्वारा हम(दो) दो डण्डियों से मारे गए।

३। साधुः प्रयासः कृतः बालेन।

 • Proper effort has been made by the boy. 
 • बच्चे ने अच्छा प्रयास किया है।

४। ऊष्णवायुः सर्वत्र प्रवहति।

 • Hot wind blows everywhere. 
 • ऊष्ण हवा सभी जगह चल रही है।

५। ते देवाः भावयन्तु वः।

 • Let those devas/deities bless you. 
 • उन देवताओं की कृपा हो आप पर।

६। सम्यक् श्रुत्वा लिखतु विद्यार्थी।

 • The student should write after listening well. 
 • विद्यार्थी को सही से सुनकर लिखना चाहिए।

७। सूत्रे पुष्पाणि ग्रथितानि सन्ति।

 • Flowers are strung on the thread. 
 • सूत्र में फूल गूंथे गए हैं।

८। मम भार्यां रक्षतु भैरवी।

 • Bhairavi protect my wife. 
 • भैरवी मेरी पत्नी की रक्षा करे।

९। तेषां परिणामः आगतः किल।

 • Their result came possibly. 
 • उनका परिणाम आ गया है लगता है।

१०। हस्तरेखादर्शनं केन कारितं भवतः।

 • Your palm-reading was made to be done by whom? 
 • आपकी हस्तरेखा किसके द्वारा दिखाई गई।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अन्वयं कुरु अस्य श्लोकस्य।

 • Please do anvaya of this verse. 
 • इस श्लोक का अन्वय करो।

२। भवत्याः जनकोऽपि मे आपणात् क्रीणाति।

 • Your father also buys from my shop. 
 • आपके पिताजी भी मेरी दुकान से वस्तु क्रय करते हैं।

३। बालः स्ववस्त्रस्य सीवनम् अकार्षीत्।

 • The child sewed his clothes himself. 
 • बच्चे ने आज अपने कपड़ों की सिलाई स्वयं की।

४। कंसे निपातयतु सूपम् वितरकः।

 • Let the server pour the soup into the bowl. 
 • वितरक सूप को कटोरी में डाले।

५। भवान् एवमाचरेत् इति आश्चर्यम्।

 • It's surprising that you behave like this. 
 • यह आश्चर्य है कि आप ऐसा व्यवहार करते हैं।

६। तस्य एकः पादः कृत्रिमः अस्ति।

 • His one leg is artificial. 
 • उसका एक पैर कृत्रिम है।

७। रामम् अनुकरोति लक्ष्मणः।

 • Lakshmana imitates Raama. 
 • लक्ष्मण राम का अनुकरण करता है।

८। चलनसमये तस्य उदरं कम्पते।

 • His stomach trembles while walking. 
 • उसका पेट चलते समय हिलता है।

९। कुतः ओष्ठरागं लिम्पन्ति महिलाः।

 • Why do women apply lipstick? 
 • महिलाएँ ओष्ठराग क्यों लगातीं हैं।

१०। अद्यतनीयं समाचारपत्रं कुत्रास्ति।

 • Where is today's newspaper? 
 • आज का समाचार पत्र कहाँ है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। मम गुरवः अत्रैव विराजन्ते।

 • My teachers are present right here. 
 • मेरे शिक्षक यहीं उपस्थित हैं।

२। प्रचारः न कृतः तेन।

 • No publicity was not given by him.
 • उसके द्वारा कोई प्रचार नहीं किया।

३। रामनाम विना वाणी न शोभते।

 • Speech without Raamanaama lacks grace/beauty. 
 • रामनाम के बिना वाणी शोभा नहीं पाती।

४। द्वे अङ्गुलीयके धृतवान् सः।

 • He wore two rings. 
 • उसने दो अंगूठियां पहन रखीं हैं।

५। तस्य नेत्रे प्रकाशेते।

 • His eyes are shining.
 • उसकी आंखें प्रकाशित हैं।

६। विंशतिः व्यजनानि चलन्ति।

 • Twenty fans are on. 
 • बीस पंखे चल रहे हैं।

७। सरस्वत्याः विग्रहः स्थापितः विद्यालये।

 • An idol of Saraswati is set up in the school. 
 • विद्यालय में सरस्वती की मूर्ति स्थापित की गई है।

८। परधने नास्ति मे अधिकारः।

 • I have no right over others' wealth. 
 • मेरे पास दूसरों की संपत्ति पर कोई अधिकार नहीं है।

९। नवपुष्पनिर्मिता माला इयम्।

 • This garland is made of fresh flowers. 
 • यह माला नए फूलों से बनाई गई है।

१०। केशविन्यासं करोति सः।

 • He does hairstyling. 
 • वह बालों का विन्यास करता है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। तव महिमानं न अहं जाने।

 • I do not know your greatness. 
 • मुझे आपकी महिमा का पता नहीं है।

२। नमस्तस्यै नमो नमः।

 • Salutations to her, salutations again and again. 
 • उन्हें (महिला) नमस्कार, बार-बार नमस्कार।

३। अस्य गीतस्य लिपिं जानीथ।

 • Know the script of this song. 
 • इस गीत की लिपि को जानो।

४। भवतु नाम तव जनकः आरक्षकाधिकारी।

 • Your father may be a security officer, so what?
 • हों भले हि आपके पिताजी आरक्षक अधिकारी।

५। भवत्याः परिश्रमम् अनुकर्तुं न सरलम्।

 • It is not easy to emulate your effort. 
 • आपके परिश्रम का अनुकरण करना सरल नहीं है।

६। कैलाशवर्यस्य भाषणमासीदद्य।

 • Today was the speech of Mr. Kailash. 
 • आज कैलाश का भाषण था।

७। अभूवन् किं नाटकानि ते।

 • Are your dramas over? 
 • तुम्हारे नाटक हो गए क्या।

८। मुखावरणम् अधृत्वैव अगमत् सः।

 • He went without even wearing the mask. 
 • वह मुखावरण लगाए बिना ही चला गया।

९। श्मश्रु शोभते तस्य।

 • His beard looks good. 
 • उसकी श्मश्रु अच्छी दिखती है।

१०। विश्वरूपदर्शनं कर्तुमिच्छामि प्रभो।

 • Hey, Prabhu, I desire to see your vishwaroopa.
 • हे प्रभो मैं आपके विश्वरूप का दर्शन करना चाहता हूँ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। तं कण्डूयनं बाधते।

 • Itching troubles him.
 • उसे खुजली सताती है।

२। सः शिरसः वेदनया त्रस्तः।

 • He is terrified by the pain in his head.
 • वह सिर की वेदना से त्रस्त है।

३। सपत्नीकः रामः वनं गच्छति।

 • Raama, along with his wife, goes to the forest.
 • राम अपनी पत्नी के साथ वन जा रहा है।।

४। तस्य अहङ्कारः एव पराजयकारणम्।

 • His pride alone is the cause of his defeat.
 • उसका अहंकार ही उसकी पराजय का कारण है।

५। कथं दूरवाणी रक्षणीया चोरेभ्यः।

 • How can mobile be safeguarded from the thieves?
 • दूरवाणी को चोरों से कैसे रक्षित किया जा सकता है।

६। कार्यकर्तॄणां नामसूचिं कदा दद्यात् सः।

 • When will he possibly give the list of the workers' names?
 • वह श्रमिकों की सूची कब देगा।

७। चित्तरञ्जकमस्ति भवत्याः गीतम्।

 • Your song is delightful.
 • तुम्हारा गीत बहुत ही मनोहारी है।

८। प्रातःकाले शीघ्रम् उत्थितः अहम्।

 • I woke up early in the morning.
 • मैं सुबह शीघ्र उठ गया।

९। कर्गदे वाक्यानि अलिखम्।

 • I wrote sentences on the paper.
 • मैनें कागज पर वाक्य लिखे।

१०। कति देशाः समाहूताः उपवेशने।

 • How many countries are invited to the conference?
 • सम्मेलन में कितने देशों को आमंत्रित किया गया है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। सकलभुवनजनहिताय एव अहमत्रास्मि।

 • I am here only for the welfare of all beings. 
 • मैं यहाँ सभी जीवों के हित के लिए हूँ।

२। सः महान् तुन्दिलः अस्ति।

 • He is one with a paunch. 
 • वह बड़ी तोंद वाला है।

३। अस्मिन् क्षेत्रे कस्य बीजानि उप्तानि।

 • Whose seeds have been sown in this field? 
 • इस क्षेत्र में किसके बीज बोए गए हैं।

४। मशकः ऊर्णनाभजाले बन्धितः कदाचित्।

 • Mosquito was trapped in the spider's web at sometime.
 • कदाचित् मच्छर मकड़ी के जाल में फंस गया।

५। म्लेच्छानां सशस्त्रविरोधाय सिद्धो भव।

 • Be prepared to fight against the barbarians with weapons. 
 • शस्त्रों के साथ म्लेच्छों से लड़ने के लिए सिद्ध रहो।

६। मम तु सन्ति कानिचन मित्राणि अत्र।

 • I, however, have some friends here. 
 • मेरे यहाँ कुछ मित्र हैं।

७। ध्वनिवर्धकस्य साहाय्येन भाषन्ते नेतारः।

 • Leaders speak with the help of microphone. 
 • नेता ध्वनिवर्धक की सहायता से भाषण देते हैं।

८। वेङ्कटेशोऽस्ति तस्य महोदयस्य नाम।

 • That Gentleman's name is Venkatesha. 
 • उन महोदय का नाम वेङ्टेश है।

९। अनुभवः सर्वोत्तमः शिक्षकः भवति।

 • Experience is the best teacher. 
 • अनुभव सबसे अच्छा शिक्षक होता है।

१०। तपः आवश्यकं सिध्यर्थम्।

 • Austerity is necessary for achievement. 
 • सफलता के लिए तप आवश्यक है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। वज्राङ्गी स्यात् सः।

 • He should be robust. 
 • वह वज्राङ्गी होना चाहिए।

२। कर्णयोः कुण्डले शोभेते।

 • Earrings shine in the ears. 
 • कानों में कुंडल चमक रहे हैं।

३। अस्य छन्दसः नाम किम्।

 • What is the name of this meter? 
 • इस छंद का नाम क्या है।

४। अस्मिन् स्तोत्रे फलश्रुतिः नास्ति।

 • There is no mention of benefits of listening in this hymn. 
 • इस स्तोत्र में फलश्रुति नहीं है।

५। माहात्म्यश्लोकान् अपि वदिष्यथ यूयम्।

 • You all will recite the praise verses. 
 • तुम सभी माहात्म्यश्लोकों को भी बोलोगे।

६। तत्पाठनं मया एकदा श्रुतमस्ति।

 • I have heard his teaching once. 
 • मैंने उसका पढाना एक बार सुना है।

७। पुरा अधिकपरिश्रमशालिनः भवन्ति स्म मनुजाः।

 • People used to be very hardworking in the past. 
 • पहले लोग बहुत परिश्रमी होते थे।

८। पुनरागमनाय सर्वे देवाः यान्तु।

 • May all gods depart for return. 
 • सभी देव पुनः आने के लिए प्रस्थान करें।

९। भारतविषये सर्वं मङ्गलमस्तु।

 • May everything be auspicious regarding Bharat. 
 • भारत के संबंध में सब मंगल हो।

१०। सज्जनगणचित्तं निर्भयमस्तु।

 • May the minds of the virtuous be fearless. 
 • सज्जनों के मन निर्भय हों।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। एकोनविंशतिः बकाः सन्ति समूहे।

 • There are nineteen storks in the group. 
 • समूह में उन्नीस बगुले हैं।

२। पर्वतोऽपरि नर्मदेश्वरः इति नामकं मन्दिरम् अस्ति।

 • On the mountain there is a temple called Narmadaeshwar. 
 • पहाड़ के ऊपर नर्मदेश्वर नामक एक मंदिर है।

३। लाङ्गूलम् सः अधः अपातयत्।

 • He put the tail down. 
 • उसने पूंछ नीचे डाल दी।

४। अन्येषां सेवायां रतः स्यात् मनुष्यः।

 • A person should indulge in serving others. 
 • व्यक्ति को दूसरों की सेवा में लगना चाहिए।

५। सर्वाणि दुष्कार्याणि तस्मै तु सरलानि एव।

 • All difficult tasks are nevertheless simple for him. 
 • उसके लिए सभी कठिन कार्य सरल हैं।

६। उच्छिष्टभोजनं कुतः भवद्भिः अत्र अस्थाप्यत।

 • Why did you keep the leftover food here? 
 • तुमने यहाँ झूठा भोजन क्यों रखा है।

७। तस्य विशिष्टं वादनं श्रुत्वा प्रसन्नोऽहम्।

 • Having heard his special instrumental music, I am pleased. 
 • उसके विशेष वादन को सुनकर मैं प्रसन्न हुआ।

८। पवित्रं मनः एव सन्मार्गं प्रति नयेत्।

 • Pure mind alone leads towards right path. 
 • शुद्ध मन ही सही मार्ग की ओर प्रेरित करता है ।

९। रामकार्ये सदा निरतः हनुमान्।

 • Hanuman is always devoted to Raama's work. 
 • हनुमान लगातार राम के कार्य में लगे रहते हैं।

१०। स तु आसन्दे एव अस्वपत्।

 • He fell asleep on the chair itself. 
 • वह आसन्द पर ही सो गया।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। बहुभ्यः स्थानेभ्यः जनाः नेत्रचिकित्सार्थम् आगच्छन्ति।

 • People come from several places for eye treatment. 
 • लोग कई स्थानों से नेत्र चिकित्सा के लिए आते हैं।

२। आत्मना सह षट् कर्मकरान् नीतवान् सः।

 • He took six workers with him. 
 • वह अपने साथ छह कामगारों को ले गया।

३। मम स्तरानुगुणं भवेयुः प्रश्नाः।

 • The questions should be as per my level. 
 • प्रश्न मेरे स्तर के अनुसार होने चाहिए।

४। भगवतः दृष्ट्या सर्वे समानाः।

 • In the eyes of the Lord, all are equal. 
 • भगवान की दृष्टि में सभी समान हैं।

५। अद्य प्रातः एव भ्रमणार्थम् उद्यानं प्रति गता सा।

 • She went to the garden for a walk this morning itself. 
 • वह आज सुबह ही घूमने के लिए बगीचे में चली गई ।

६। सर्वाणि वस्तूनि सुव्यवस्थितानि भवेयुः तदेव मम सुविधायै।

 • All things should be well-organized, that is for my convenience only.
 • सब कुछ सुव्यवस्थित होना चाहिए यही मेरी सुविधा के लिए है।

७। बहवः बाधाः अनुभूयन्ते।

 • Many obstacles are being experienced.
 • कई बाधाओं का अनुभव हो रहा है।

८। अति सर्वत्र वर्जयेत्।

 • Excess should be avoided everywhere. 
 • अति सर्वत्र वर्जित करना चाहिए।

९। रघुवंशे अस्ति एषः संवादः।

 • This conversation is in the Raghuvamsha. 
 • यह संवाद रघुवंश में है।

१०। भवतीम् अनुसृत्य आगमिष्यामि।

 • I will follow you and come. 
 • मैं आपका अनुसरण करके आऊँगा।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अतिनिद्रापि हानिकारिका भवति।

 • Excessive sleep is also harmful. 
 • अति निद्रा भी हानिकारक होती है।

२। भवता सह कार्यकरणे मया बहु सौख्यम् अनुभूतम्।

 • Much comfort/happiness was experienced by me by working with you.
 • आपके साथ कार्य करने में मैंने बहुत सुख का अनुभव किया।

३। सर्वं स्मृत्वा वदेयम्।

 • I will speak remembering everything OR I will remember everything and speak.
 • सब कुछ याद करके कहूँगा।

४। परीक्षार्थं शुभकामनाः।

 • Best wishes for the examination. 
 • परीक्षा के लिए शुभकामनाएँ।

५। अहमपि लघ्वीं सूक्तिं वदामि।

 • I will also say a short verse. 
 • मैं भी एक लघु सूक्ति कहता हूँ।

६। सर्षपस्य क्षेत्रमिदम्।

 • This is a mustard field. 
 • यह सरसों का खेत है।

७। रज्जुं गृहीत्वा आरोढुं शक्नुयाः त्वम्।

 • You can climb by holding the rope. 
 • तुम रस्सी पकड़कर चढ़ सकते हो।

८। कैश्चित् योधृभिः मिलित्वा अभिमन्युः हतः।

 • Abhimanyu was jointly killed by many warriors. 
 • अभिमन्यु कुछ योद्धाओं द्वारा मिलकर मारा गया था।

९। कमपि संस्कृतसम्बन्धितं विषयं वदेम।

 • Let's talk about some topic related to Sanskrit. 
 • किसी संस्कृत से संबंधित विषय पर बात करें।

१०। प्रणामाः हे गुरुवर्य।

 • Greetings, oh! revered teacher. 
 • प्रणाम हे गुरुवर्य।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। काष्ठनिर्मितां पाञ्चालिकाम् आनय।

 • Bring the wooden doll. 
 • लकड़ी की गुड़िया लाओ।

२। अहमिति पदेन सह उत्तमपुरुषः भवति।

 • First-person is formed with the word 'aham'. 
 • 'अहम्' शब्द के साथ उत्तम पुरुष होता है।

३। शिवोपासकाः शिवम् ईप्सन्ति।

 • Devotees of Shiva desire Shiva. 
 • शिव के उपासक शिव की कामना करते हैं।

४। गणकः रूप्यकाणि गणयति।

 • The accountant counts the coins. 
 • लेखाकार सिक्के गिनता है।

५। गृहपालकः स्वदायित्वं पालयेत्।

 • The housekeeper should fulfill/discharge his responsibility. 
 • गृहपालक को अपने दायित्व का पालन करना चाहिए।

६। कति दर्शकाः आगताः इदानीं यावत्।

 • How many spectators have arrived so far? 
 • अब तक कितने दर्शक आ चुके हैं।

७। यावन्तः अतिथयः तावतः चायचषकान् आनय।

 • Bring as many cups of tea as there are guests. 
 • जितने अतिथि हैं उतने चाय के कप लाओ।

८। कियत् गभीरं जलमस्ति तडागे।

 • How deep is the water in the pond? 
 • तालाब में पानी कितना गहरा है।

९। मृतसैनिकानां स्मरणार्थम् इदं भवनम्।

 • This building is in memory of the fallen soldiers. 
 • यह भवन मृत सैनिकों की स्मृति में है।

१०। परिस्थितिम् अजानता मया तथा आचरितम्।

 • I acted thus without knowing the situation. 
 • स्थिति को न जानकर मैंने ऐसा आचरण किया।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। विवक्षा अस्ति मयि अपि विषयेऽस्मिन् ।

 • I also have an intention to speak on this matter. 
 • मेरी भी इस विषय में कुछ कहने की इच्छा है।

२। एकेन शब्देन द्वौ अर्थौ प्रतिपादितौ।

 • Two meanings are conveyed through one word.
 • एक शब्द से दो अर्थ व्यक्त किये हैं।

३। पक्षपाती न भव।

 • Do not be biased. 
 • पक्षपाती मत बनो।

४। संस्कृतरक्षणम् एव धर्मरक्षणम्।

 • Preservation of Sanskrit is in fact preservation of dharma. 
 • संस्कृत का संरक्षण ही धर्म का संरक्षण है।

५। अहमेतानि पुस्तकानि दित्सामि।

 • I want to give these books. 
 • मैं ये पुस्तकें देना चाहता हूँ।

६। विवेकः पुस्तकपठनेन नायाति।

 • Discernment does not come from reading books. 
 • विवेक पुस्तक पढ़ने से नहीं आता।

७। ईशानदिशि वर्तते अस्मद्देशः।

 • Our country is situated in the northeast direction. 
 • हमारा देश ईशान दिशा में स्थित है।

८। तदुद्वाहस्य दशवर्षाणि जातानि।

 • Ten years have passed since his marriage. 
 • उसके विवाह को दस वर्ष हो चुके हैं।

९। माता देवालयात् प्रत्यागच्छति।

 • Mother is returning from the temple. 
 • माँ मंदिर से लौट रही है।

१०। त्वयि विश्वस्यैव ददामि गृहकुञ्चिकाम्।

 • Trusting in you, I am giving you the key of the house. 
 • मैं तुम पर विश्वास करके तुम्हें घर की कुञ्चिका देता हूँ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। भवन्तः अस्माभिस्सह क्रीडन्तु।

 • You (all) play with us. 
 • आप सभी हमारे साथ खेलें।

२। अहं तु भ्रमणार्थम् आयातः।

 • I have come for a tour. 
 • मैं भ्रमण के लिए आया हूँ।

३। नास्ति द्रष्टुमिच्छा ते मुखम्।

 • Don't have desire to see your face. 
 • तुम्हारा मुख देखने की इच्छा नहीं है।

४। घर्षणेन रज्जुः भग्ना जाता।

 • The rope was broken by friction. 
 • घर्षण से रस्सी टूट गई।

५। अमृतं पिपासन्ति राक्षसाः।

 • The demons desire to drink nectar. 
 • राक्षस अमृत पीना चाहते हैं।

६। वृक्षाः अपि परस्परं भाषन्ते।

 • Even trees talk to each other. 
 • वृक्ष भी आपस में बात करते हैं।

७। भूभृत् राज्यरक्षणाय युध्यते।

 • The king fights to protect the kingdom. 
 • राजा राज्य की रक्षा के लिए लड़ता है।

८। ऋणस्य अभिवृद्धिः भवति।

 • The debt increases. 
 • ऋण की वृद्धि होती है।

९। कर्म कुरु।

 • Do your duty. 
 • अपना कर्म करो।

१०। मनुजः सन्नपि न मोक्षाय यतते।

 • Even being a human, one does not strive for liberation. 
 • मनुष्य होते हुए भी मोक्ष के लिए प्रयास नहीं करता।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। प्रणवध्वनिः सर्वत्र गुञ्जायमानः अस्ति

 • The sound of Om is resonating everywhere. 
 • ओम की ध्वनि सर्वत्र गूंज रही है।

२। संसारेऽस्मिन् सर्वे आत्मीयाः भवन्तु।

 • In this world, let everyone be dear/affectionate to each other. 
 • इस संसार में, सभी एक-दूसरे के प्रिय हों।

३। मातुः स्वास्थ्यं सम्यक् नास्ति।

 • Mother's health is not good. 
 • माँ का स्वास्थ्य ठीक नहीं है।

४। कलशे जलमस्ति प्रत्युत न।

 • Is there water in the pot or not? 
 • कलश में जल है अथवा नहीं।

५। निमज्जनेन तन्मृत्युः अभूत्।

 • His death happened due to drowning. 
 • डूबने से उसकी मृत्यु हुई।

६। रामचरित्रं सर्वेभ्यः आदर्शरूपमस्ति।

 • The character of Raama is an ideal for everyone. 
 • रामचरित्र सभी के लिए आदर्श है।

७। मृत्युः तु सर्वेषां निश्चितः।

 • Death is a certainty for all. 
 • मृत्यु सभी के लिए निश्चित है।

८। मम भागिनेया आगता गृहे।

 • My niece has come home. 
 • मेरी भांजी घर आई है।

९। गौरीं विना शिवः न पूर्णः।

 • Without Gauri, Shiva is not complete. 
 • गौरी के बिना शिव पूर्ण नहीं हैं।

१०। हिन्दूधर्मे एव महिलाः पूज्यन्ते।

 • Women are worshipped only in Hinduism. 
 • केवल हिन्दू धर्म में ही महिलाएँ पूजनीय हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। महिला काष्ठानि प्रज्ज्वाल्य दुग्धं क्वाथयति।

 • The woman lights up and (then) firewood and boils milk. 
 • महिला लकड़ी जलाकर दूध उबालती है।

२। इयं धेनुः विशाला अस्ति।

 • This cow is big. 
 • यह गाय बड़ी है।

३। संवादात्मकः विषयः एषः।

 • This is a topic for discussion. 
 • यह बातचीत का विषय है।

४। ह्यः प्रत्यागमने विलम्बः अभवत्।

 • Yesterday there was delay in arrival. 
 • कल आने में देरी हुई थी।

५। भवन्तौ कस्मिन् कार्ये उद्युक्तौ स्तः।

 • What task are you both engaged in? 
 • तुम दोनों किस काम में लगे हो।

६। भावाभिव्यक्तिसाधनत्वेन भवति भाषा।

 • Language serves as a means of expressing emotions. 
 • भाषा भावनाओं को व्यक्त करने का साधन होती है।

७। संस्कृतभाषिणः के के सन्ति अत्र।

 • Who are all the Sanskrit speakers here? 
 • यहाँ संस्कृत बोलने वाले कौन-कौन हैं।

८। भवतोः क आलापः प्रवर्तते।

 • What conversation is going on between you two? 
 • तुम दोनों में क्या बातचीत चल रही है।

९। एवं प्रभवितुं नार्हति।

 • It cannot happen this way. 
 • ऐसा नहीं हो सकती है।

१०। धर्मरिरक्षुभिः शास्त्राध्ययनं कर्तव्यमेव।

 • Those who want to protect dharma must study scriptures. 
 • धर्मरक्षण की इच्छा रखने वालों को शास्त्रों का अध्ययन करना चाहिए।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। नैकदुर्गविजेतारं शिवराजं नमामि।

 • I salute King Shivraj, the conqueror of many forts. 
 • मैं उन शिवराज को नमस्कार करता हूँ, जो कई किलों को जीत चुके हैं।

२। उपलब्धान् शिष्यान् एव आह्वय।

 • Call only the available disciples. 
 • उपलब्ध शिष्यों को ही बुलाओ।

३। श्वशुरः गां पयः दोग्धि।

 • Father-in-law is milking the cow. 
 • ससुर गाय का दूध निकालता है।

४। सर्वजन्तूनां ध्वनिम् अनुवक्तुं शक्नोति सः।

 • He can imitate the sound of all the animals. 
 • वह सभी पशुओं की ध्वनि निकाल सकता है।

५। चतस्रः मयूर्यः डयमानाः केकायन्ते।

 • Four flying peacocks are squawking. 
 • चार उडते हुए मोर केका रहे हैं।

६। संघर्षं विना नास्ति सफलता।

 • There is no success without struggle. 
 • संघर्ष के बिना कोई भी सफलता नहीं होती।

७। अनुकूलता न सर्वदा तिष्ठति।

 • Convenience does not remain all the time. 
 • अनुकूलता हमेशा नहीं बनी रहती।

८। ऊर्जायाः नाशः न भवति।

 • Destruction of energy does not happen. 
 • ऊर्जा का नाश नहीं होता।

९। ईषद् रोदिति ईषच्च हसति शिशुः।

 • The child cries a bit and laughs a bit. 
 • बच्चा थोड़ा रोता है और थोड़ा हंसता है।

१०। श्यालाः कति सन्ति भवतोः।

 • How many brothers-in-law are there for you two? 
 • तुम दोनों के कितने श्याल हैं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। शौर्येण विना जयः न भवति।

 • There is no victory without courage. 
 • साहस के बिना जीत नहीं होती।

२। नवमकक्षायाम् आगतः अहम्।

 • I have reached/come to ninth class. 
 • मैं नौंवीं कक्षा में आया हूँ।

३। एकादशः अध्यायः पूर्णः।

 • The eleventh chapter is complete. 
 • ग्यारहवां अध्याय पूरा हुआ।

४। पञ्चरुद्राक्षमालाः कण्ठे विद्यन्ते।

 • There are five Rudraksha beads in the neck. 
 • गले में पांच रुद्राक्ष मालाएं हैं।

५। सत्कार्याणि न पर्याप्तानि मोक्षाय।

 • Good deeds are not sufficient for liberation. 
 • मोक्ष के लिए अच्छे कार्य पर्याप्त नहीं होते।

६। अनुमीयताम् अस्य कूपस्य दैर्घ्यम्।

 • Estimate the depth of this well. 
 • इस कुए की गहराई का अनुमान लगाओ।

७। इदं कार्यं महदावश्यकमस्ति।

 • This task is very essential. 
 • यह कार्य बहुत जरुरी है।

८। भक्तिं विना मोक्षः न सिध्यति।

 • Without devotion, liberation is not achieved. 
 • भक्ति के बिना मोक्ष नहीं हो सकता।

९। कार्यक्रमस्य महत्त्वम् अवगमनीयम्।

 • Importance of the program must be understood.
 • कार्यक्रम का महत्त्व समझना चाहिए।

१०। गच्छत्सु साधनेषु इदम् अन्ते गच्छेत्।

 • Among vehicles which are going, this one will go at the end. 
 • सभी साधनों में यह अंत में जाएगा।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। त्वमपि तादृशः भवितुं वाञ्छसि इति संशयः।

 • I doubt if you also want to become like that.
 • तुम भी वैसा बनना चाहते हो ऐसा मुझे संदेह है।

२। वीणावादिन्यै सरस्वत्यै नमः।

 • Salutations to Saraswati, the player of the veena. 
 • वीणा बजाने वाली सरस्वती को नमस्कार।

३। आरक्षकैः रामभक्तेषु गोलिकाः चालिताः।

 • The police fired on Rama devotees. 
 • आरक्षकों ने राम भक्तों पर गोलियाँ चलाईं।

४। श्रीबलरामः नामके विद्यामन्दिरे अस्मि।

 • I am in the school named Shri Balaram. 
 • मैं श्री बलराम नामक विद्यालय में हूँ।

५। कतीनां क्रान्तिकारीणां नामानि जानाति भवती।

 • Names of how many revolutionaries do you know? 
 • तुम्हें कितने क्रांतिकारीयों के नाम पता है।

६। भवान् यत् वदति तत् लेखितुमपि शक्नुयान्ननु।

 • Whatever you are speaking you can write it also, isn’t it?
 • जो कुछ बोला जाता है, वह लिख भी सकते हो ना ।

७। इदं शरीरं राष्ट्राय इदं न मम।

 • This body is for nation, not for me. 
 • यह शरीर राष्ट्र के लिए है मेरे लिए नहीं।

८। राममन्दिरं भारतस्य पुनरुत्थानस्य सङ्केतमस्ति।

 • The temple of Ram is a symbol of Bharat’s resurgence. 
 • राम मंदिर भारत के पुनरुत्थान का प्रतीक है।

९। व्यक्तिगतजीवनस्य प्रभावः सामाजिकजीवने भवति एव।

 • The influence of personal life indeed exists on social life. 
 • व्यक्तिगत जीवन का प्रभाव सामाजिक जीवन पर अवश्य रहता है।

१०। लघुः दर्पणः नास्ति स्नानगृहे।

 • There is no small mirror in the bathroom. 
 • स्नानघर में छोटा दर्पण नहीं है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। दक्षिणे जानुनि व्रणः जातः पतनेन।

 • A wound occured on the right knee due to a fall. 
 • दाहिने घुटने पर गिरने से व्रण हो गया।

२। रे मूढ पिपतिषसि किम्।

 • Hey, fool! do you want to fall? 
 • अरे मूर्ख क्या तुम गिरना चाहते हो।

३। नारिकेलतैलं दक्षिणभारते अधिकम् उपयुज्यते।

 • Coconut oil is used more in Southern Bhaarat. 
 • दक्षिण भारत में नारियल तेल अधिक उपयोग में लिया जाता है।

४। तस्मै पाणिनये नमः।

 • Salutations to Panini. 
 • पाणिनि को प्रणाम।

५। कृताञ्जलिः भक्तः देवं नमति।

 • A devotee with folded hands bows to the deity. 
 • हाथ जोड़कर भक्त देवता को प्रणाम करता है।

६। मनुष्यः भावपूर्णः भवेत्।

 • A person should be full of emotions/feelings. 
 • मनुष्य भावपूर्ण होना चाहिए।

७। अङ्कनीं तीक्ष्णां कृत्वा पुनः लिख।

 • Sharpen the pencil and write again. 
 • अंकनी को छील करके पुनः लिखो।

८। भूयो भूयो नमाम्यहं भवतीम्।

 • Again and again, I bow to you. 
 • मैं बार-बार आपको प्रणाम करता हूँ।

९। यः त्यागी सः पूज्यते लोके।

 • The one who is renunciant is revered in the world. 
 • जो त्यागी होता है, उसे दुनिया में पूजा जाता है।

१०। वैराग्यं न भवति सारल्येन।

 • Detachment does not happen easily. 
 • वैराग्य सरलता से नहीं आता।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। कामात् निवृत्तिः न सरलः।

 • Abstention from lust is not easy. 
 • काम से मुक्ति सरल नहीं होती।

२। शिवः शिवः इति जपन् व्रजति सन्न्यासी।

 • The ascetic goes chanting ‘Shiva, Shiva’. 
 • शिव शिव का जप करते हुए संन्यासी चला जाता है।

३। असत्याचरणं सदा हानिकारकमेव।

 • Untruthful conduct is always harmful. 
 • असत्य आचरण हमेशा हानिकारक होता है।

४। प्रश्नः अतीव सरलः अस्ति।

 • The question is very simple. 
 • प्रश्न बहुत ही सरल है।

५। अहमपि कक्षायाम् उपस्थातुम् अतीव श्रान्तः।

 • I am too tired to be present in the class. 
 • मैं भी कक्षा में जाने के लिए बहुत ही थका हुआ हूँ।

६। विदेहस्य अपत्यं स्त्री वैदेही।

 • The daughter of Videha is Vaidehi. 
 • विदेह की कन्या वैदेही है।

७। क्लान्तः जनः न वाहनं चालयेत्।

 • Tired person should not drive vehicle. 
 • थके हुए व्यक्ति को गाड़ी नहीं चलानी चाहिए।

८। कथं विश्वसिमि यत् त्वम् आरक्षकाधिकारी।

 • How can I believe that you are a police officer? 
 • मैं कैसे मान सकता हूँ कि आप आरक्षक अधिकारी हैं।

९। अन्येषु देशेषु इत्थं नियमः नास्ति।

 • There are no such rules in other countries. 
 • अन्य देशों में ऐसे नियम नहीं हैं।

१०। कः युगाब्दः चलति।

 • Which year is passing? 
 • कौनसा युग चल रहा है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। तिरुपतिमन्दिरम् अपश्यन् किं भवन्तः।

 • Have you seen the Tirupati temple?
 • क्या आपने तिरुपति मंदिर देखा है।

२। षट्पञ्चाशत् श्वेतवर्णीयाः गावः वनात् प्रत्यागच्छन्ति।

 • Fifty-six white cows are returning from the forest.
 • छप्पन श्वेत गायें जंगल से वापस आ रही हैं।

३। रिक्तेऽस्मिन् क्षेत्रे वृक्षान् आरोपयाम।

 • Let us plant trees in this empty field.
 • चलो इस खाली क्षेत्र में पेड़ लगाएँ।

४। तैलशोधनोद्योगः स्थाप्यते अस्मन्नगरे।

 • An oil refinery is being established in our city.
 • हमारे शहर में एक तेल शोधन उद्योग स्थापित हो रहा है।

५। मम अर्हता अस्ति किमत्र।

 • Do I have the eligibility for this?
 • क्या मेरे पास इसके लिए अर्हता है।

६। दुर्गुणैः परिपूर्णः अहम्।

 • I am full of bad qualities.
 • मैं दुर्गुणों से भरा हुआ हूँ।

७। ६३ नारङ्गवृक्षाः सन्त्युद्याने।

 • There are 63 orange trees in the garden.
 • बगीचे में ६३ नारंगी के पेड़ हैं।

८। ज्ञानस्य प्रसारः सर्वदा भवतु।

 • May the dissemination of knowledge always happen.
 • ज्ञान का प्रसार हमेशा होता रहे।

९। सूर्यः क्षितिजे अस्ति।

 • The sun is on the horizon.
 • सूरज क्षितिज पर है।

१०। महायन्त्रैः पर्यावरणनाशः अभवत्।

 • Environmental destruction has occurred due to large machines.
 • बड़े यंत्रों द्वारा पर्यावरण का नाश किया गया है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। शुभास्ते पन्थानः सन्तु।

 • May your paths be auspicious. 
 • आपके मार्ग शुभ हों।

२। प्रयाणसमये सम्यक् मार्गः अवलोकनीयः।

 • During travel correct (proper) path should be sought. 
 • यात्रा के समय सही मार्ग देखा जाना चाहिए।

३। सत्यं वद धर्मं चर।

 • Speak the truth, follow the dharma. 
 • सत्य बोलो धर्म का पालन करो।

४। सत्यान्न प्रमदितव्यम्।

 • Do not neglect the Truth. 
 • सत्य के विषय में कभी प्रमाद मत करो।

५। गणेशपूजनं सदा आदौ भवति।

 • The worship of Ganesha always happens first. 
 • गणेश की पूजा हमेशा सबसे पहले होती है।

६। बालानां रोदनं बलम्।

 • For children crying is (their) strength. 
 • बच्चों का रोना ही उनकी शक्ति है।

७। धैर्यधरणं बहु आवश्यकं जीवने।

 • Maintaining patience (courage) is very essential in life. 
 • जीवन में धैर्य बनाए रखना बहुत आवश्यक है।

८। विनम्रता ज्ञानस्य सङ्केतं ददाति।

 • Humility gives a indication of knowledge. 
 • विनम्रता ज्ञान का संकेत देती है।

९। सः किम् अभाषत।

 • What did he say? 
 • उसने क्या कहा।

१०। तव तातोऽपि न जानीते किल अस्मिन् विषये।

 • Even your father does not know about this matter, isn’t it?
 • इस विषय में तुम्हारे पिता भी नहीं जानते ना ।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। नास्ति मे जिगमिषा।

 • I have no desire to go. 
 • मेरी जाने की इच्छा नहीं है।

२। कर्मण्यता एव जीवनम्।

 • Activity indeed is life. 
 • सक्रियता ही जीवन है।

३। अकर्मण्यता एव मृत्युः।

 • Inactivity is indeed death. 
 • निष्क्रियता ही मृत्यु है।

४। रामादिवत् प्रवर्तितव्यम्।

 • One should behave like Rama (and the like)
 • राम जैसे लोगों की तरह का आचरण करना चाहिए।

५। रावणादिवत् न प्रवर्तितव्यम्।

 • One should not behave like Ravana ( and the like)
 • रावण जैसे लोगों की तरह आचरण नहीं करना चाहिए।

६। कोकिलः उषसि आम्रे उपविश्य कूजति।

 • The cuckoo sits on the mango tree in the morning and sings. 
 • कोयल सुबह आम के पेड़ पर बैठकर गाती है।

७। सप्त चित्राणि विरचितानि तया।

 • Seven pictures (paintings) were created by her. 
 • उसके द्वारा सात चित्र बनाए गए।

८। विषयमेनं बोधयितुमेवास्ति एषः शिक्षकः।

 • This teacher is here only to teach this subject. 
 • यह शिक्षक केवल इस विषय को पढ़ाने के लिए है।

९। योगासनाभ्यासं करोमि प्रतिदिनम्।

 • I practice yogaasana daily. 
 • मैं प्रतिदिन योगाभ्यास करता हूँ।

१०। नेत्रचिकित्सायै प्रयाति सा केरलम्।

 • She goes to Kerala for eye treatment. 
 • वह नेत्र चिकित्सा के लिए केरल जा रही है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। अद्यत्वे चिन्तनस्य पवित्रता न्यूना जाता।

 • Nowadays, purity of thought has decreased. 
 • आजकल, विचारों की पवित्रता कम हो गई है।

२। भरतस्यान्तिके रामः हनूमन्तं व्यसर्जयत्।

 • Rama sent Hanuman to Bharata. 
 • राम ने हनुमान को भरत के पास भेजा।

३। नासिकाछिद्रयोः मलं सङ्गृहीतमस्ति।

 • Dirt is collected in the nostrils. 
 • नासिकाछिद्रों में मैल जमा हुआ है।

४। अधोमुखिनी भूत्वा शेते बाला।

 • The girl sleeps face-down. 
 • बालिका उल्टी होकर सोती है।

५। तव वृषभः न दृश्यते अद्य।

 • Your ox is not seen today. 
 • तुम्हारा बैल आज दिखाई नहीं दे रहा है।

६। शुष्ककासः अस्ति मम।

 • I have a dry cough. 
 • मुझे शुष्क कास है।

७। सङ्घठितशक्त्या सर्वं शक्यम्।

 • Everything is possible with organised (collective) strength. 
 • संगठित शक्ति से सब कुछ संभव है।

८। तव शब्दजाले न बद्धः भविष्यामि।

 • I will not be trapped in your web of words. 
 • मैं तुम्हारे शब्दजाल में नहीं फँसूंगा।

९। अहं सर्वदा आनन्दे भवामि।

 • I am always in a bliss. 
 • मैं हमेशा आनंद में रहता हूँ।

१०। रामस्य माता न एवं वदेत्।

 • Rama's mother could not say like this.
 • राम की माता ऐसा नहीं बोल सकती।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। वाक् इयं कुत्रचन श्रुता।

 • This voice has been heard somewhere by me. 
 • यह वाणी कहीं सुनी गई है मेरे द्वारा। 

२। सा कलायान् चाखाद्यते।

 • She eats groundnuts again again. 
 • वह मूंगफली बार बार खाती है । 

३। आमिदमेव ब्रह्मणः मन्दिरम्।

 • Yes, this is the temple of Brahma. 
 • हाँ यह ब्रह्मा का मंदिर है। 

४। सत्यार्थप्रकाशस्य लेखकं जानाति किल भवान्।

 • You know the author of "Satyarth Prakash", don't you? 
 • आप सत्यार्थप्रकाश के लेखक को जानते हो न।

५। वितस्ता अस्ति झेलमनद्याः वास्तविकं नाम।

 • Vitasta is the original name of Jhelum river. 
 • वितस्ता वास्तव में झेलम नदी का सही नाम है। 

६। वेदाः चतुर्षु भागेषु विभक्ताः।

 • The Vedas are divided into four parts. 
 • वेद चार भागों में विभाजित हैं। 

७। भरताग्रजं श्रेष्ठं तं रघुनन्दनं वन्दे।

 • I salute the superior Raghunandan, elder brother of Bharata. 
 • मैं रघुनंदन को नमस्कार करता हूँ जो भरत के बड़े भाई हैं। 

८। मार्गं व्यस्मरिषं तदापणस्य।

 • I forgot the way to that shop. 
 • मैं उस दुकान का मार्ग भूल गया हूँ। 

९। अयं जनपदः अपरिचितः मम।

 • This district is unknown to me.
 • यह जनपद मेरे लिए अपरिचित है। 

१०। मातामहस्य दूरवाणी आगच्छति।

 • I am getting a phone call from maternal-grandfather. 
 • नाना की दूरवाणी आ रही है। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। किं त्वम् अस्य भूमेः स्वामी।

 • Are you the owner of this land? 
 • क्या आप इस भूमि के स्वामी हैं।

२। युक्त्या कृतं कृषिकार्यं महत् लाभप्रदं भवति।

 • Agriculture done with planning (expedience) is greatly profitable. 
 • युक्ति के साथ किया गया कृषि कार्य अत्यंत लाभकारी होता है।

३। गभीराः कूपाः वर्तन्ते अत्र।

 • There are deep wells here. 
 • यहाँ गहरे कुएं हैं।

४। तस्य मुखं कियत् प्रकाशते।

 • His face is so bright!
 • उसका चेहरा कितना चमकता है।

५। महाकालेश्वरस्य प्रातः कालिकं दर्शनम् अभूत्।

 • Morning darshan of Mahakaleshwar happened
 • महाकालेश्वर का सुबह का दर्शन हुआ।

६। मूषकान् अनुधावति मार्जारः खादितुम्।

 • The cat chases the mice to eat them. 
 • बिल्ली चूहों को खाने के लिए पीछा करती है।

७। पक्षिणः पङ्क्त्या डयन्ते।

 • The birds fly in a line. 
 • पक्षी एक पंक्ति में उड़ते हैं।

८। जिगमिषन् उत्साहे दूरवाणीमेव व्यस्मरम्।

 • In an excitement to leave, I forgot the phone itself.
 • प्रस्थान करते हुए उत्साह में मैं दूरवाणी को ही भूल गया।

९। केशाः अधिकाः पतन्तः सन्ति।

 • More hairs are falling out.
 • अधिक बाल गिर रहे हैं।

१०। माता शिशुशरीरे तैलमर्दनं करोति।

 • The mother massages the baby’s body with oil. 
 • माँ बच्चे के शरीर पर तेल मर्दन करती है।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। किमर्थमत्र तव आश्चर्यभावः।

 • Why are you surprised here?
 • यहाँ तुम्हें आश्चर्य क्यों हो रहा है।

२। मासे त्रिकिलोपरिमितं घृतमखादम्।

 • I consumed three kilograms of ghee in a month. 
 • मैंने महीने में तीन किलो घी खा लिया। 

३। सौरोर्जायाः प्रसारः कर्तव्यः।

 • Publicity of solar energy should be done. 
 • सौर ऊर्जा का प्रसार करना चाहिए। 

४। भवतीं दृष्ट्वैव प्रेरणा अवाप्यते।

 • Seeing you, by itself, is an inspiration. 
 • आपको(महिला) देखकर ही प्रेरणा मिलती है। 

५। कस्य का गतिः इति कर्माधारितम्।

 • Whose destiny is what, is based on karma. 
 • किसकी गति क्या है यह कर्म पर आधारित है। 

६। एनां वार्तां श्रुत्वा चिन्ताग्रस्तः सः।

 • On hearing this news, he was worried. 
 • यह समाचार सुनकर वह चिंतित हो गया। 

७। भ्रातृप्रेम न्यूनं नास्ति आवयोः।

 • Brotherly love is no less between us.
 • हमारे बीच भ्रातृ प्रेम की कमी नहीं है। 

८। कस्मिन् प्रदेशे वर्षाः अधिकाः जाताः।

 • Which state has received most rainfall? 
 • किस प्रदेश में वर्षा अधिक हुई है। 

९। एकैकशः सर्वे गमिष्यन्ति।

 • One by one, everyone will go. 
 • एक-एक करके सब जाएंगे। 

१०। जलपानाय अवतरेयं किम्।

 • Shall I descend, for snacks? 
 • क्या मैं जलपान के लिए उतरूं।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। भवती यथासुखमाचरतु।

 • You should behave yourselves as per convenience. 
 • आप सुविधा अनुसार आचरण करें । 

२। बहुभाषिकाः सन्ति केचन मित्रेषु।

 • Among friends, some are multilingual.
 • मित्रों में कुछ बहुभाषी हैं। 

३। वाचि शुद्धताम् आनयेः।

 • Let there be purity in the speech. 
 • भाषण में शुद्धता लानी चाहिए। 

४। कोऽहं कस्त्वं कुत आयातः।

 • Who am I, who are you, and from where have you come? 
 • मैं कौन हूँ तुम कौन हो और तुम कहाँ से आए हो।

५। समस्यायाः न समाधानविषये विचिन्तय।

 • Dwell not on the problems, think about the solutions. 
 • समस्याओं पर ध्यान मत दो समाधान पर ध्यान दो। 

६। वीरभोग्या वसुन्धरा।

 • The earth is meant for heroes. 
 • पृथ्वी वीरों के लिए है। 

७। अग्रे नयति इति अग्निः।

 • One who carries (what we offer to celestials) is Agni. 
 • जो आगे ले जाती वह अग्नि है। 

८। मनः इन्द्रियेभ्यः परं भवति।

 • The mind is superior to the senses. 
 • मन इन्द्रियों से श्रेष्ठ होता है। 

९। सत्यं वच्मि मातः।

 • I am speaking truth, mother. 
 • मैं सत्य बोलता हूँ माँ। 

१०। किं प्रश्नान् पृच्छेम।

 • Should we ask questions? 
 • क्या हम प्रश्न पूछें। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। प्रतिदिवसं जनाः कीटाः इव म्रियन्ते मार्गेषु।

 • Every day, people die like insects on the roads. 
 • हर दिन लोग मार्गों पर कीड़ों के जैसे मर जाते हैं। 

२। उच्चन्यायालयेऽपि संस्कृतेन वादप्रतिविवादौ चलतः।

 • Even in High Court, debates take place in Sanskrit.
 • उच्च न्यायालय में भी संस्कृत में वाद और प्रतिवाद चलते हैं। 

३। उज्जैनस्य पुरातनं नाम अवन्तिका इति अस्ति।

 • The ancient name of Ujjain is Avantika. 
 • उज्जैन का प्राचीन नाम अवन्तिका है। 

४। द्रोणगिरिपर्वतेऽस्ति सञ्जीवन्यौषधम्।

 • On the Dronagiri mountain, there is a life-saving herb (Sanjeevani). 
 • द्रोणगिरी पर्वत पर सञ्जीवनी औषधि है। 

५। अवकरपात्रस्य उपयोगः क्रियताम्।

 • Dustbin should be used. 
 • कूड़ेदान का उपयोग किया जाए। 

६। भारवाहकः आदिवसं परिश्रमं कुरुते।

 • The coolie works hard for a living. 
 • भारवाहक जीवन यापन के लिए परिश्रम करता है। 

७। वातावरणं दृष्ट्वा वृक्षाणां महत्त्वम् अवगम्यते।

 • By observing the environment, the importance of trees is understood. 
 • वातावरण को देखकर पेड़ों का महत्व समझ में आता है। 

८। पितुः सत्यवादिता त्वयापि परिपालनीया।

 • Your father's truthfulness must be upheld by you too. 
 • तुम्हारे पिता की सत्यवादिता का पालन तुम्हें भी करना चाहिए। 

९। रामनगरे रावणसदृशः कुतः आगतः त्वम्।

 • From where did you, who resemble Ravana, come to Ram's place?
 • राम की नगरी में रावण जैसे तुम कहाँ से आ गए हो ।

१०। पितुः अनुमतिः अस्ति किम्।

 • Is father's permission there?
 • पिता की अनुमति है क्या।

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। म्लेच्छाः पितृव्यपुत्रीं न भगिनीम् अनुमन्यन्ते।

 • Muslims don't consider (paternal) uncle's daughter as sister. 
 • मुस्लिम काका की बेटी को बहन नहीं मानते। 

२। अधुना अग्रजः चिन्तामुक्तः अभवत्।

 • Now, the elder brother is relieved. 
 • अब बड़ा भाई चिंता मुक्त हो गया हैं। 

३। युवयुवतीषु चारित्र्यदोषाः न भवन्तु।

 • Let there be no character flaws in youngsters (young girls and boys). 
 • युवाकों और युवतियों में चरित्र दोष न हों। 

४। दुर्विषयाणां विरोधः कर्तव्यः मनुजेन।

 • Man must oppose bad things(objects). 
 • मनुष्य को अनुचित विषयों का विरोध करना चाहिए। 

५। विद्यमानाषु षट् जनाः दूरवाण्यां मग्नाः।

 • Among the people who are present here, six are busy with the mobile phone. 
 • उपस्थित लोगों में से छह लोग फोन पर व्यस्त हैं। 

६। रामम् अनुस्मरन्ती सीता रोदिति।

 • Remembering Rama, Sita weeps. 
 • सीता राम को याद करके रोती है। 

७। पादयोः शब्दं श्रुत्वा प्रधावति मूषकः।

 • Hearing the footsteps, the mouse runs away. 
 • पाँवों की ध्वनि सुनकर चूहा भाग जाता है। 

८। सात्विकविचाराणां धनी सः।

 • He is a person of serene thoughts. 
 • वह सात्विक विचारों वाला व्यक्ति है। 

९। महिलाः सदा सौभाग्यशालिनः भवन्तु।

 • May women always be fortunate. 
 • महिलाएँ हमेशा सौभाग्यशाली रहें। 

१०। अपरिचितेभ्यः अपि परिचयं साधयति सः।

 • He makes acquaintances with strangers as well. 
 • वह अपरिचित लोगों से भी परिचय कर लेता है। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः

१। शुनः चत्वारः पादाः भवन्ति।

 • A dog has four legs. 
 • एक कुत्ते के चार पैर होते हैं। 

२। सर्वकारियपरियोजनानां प्राप्तिः नास्त्यत्र।

 • Government projects do not reach this place. 
 • यहाँ सरकार की परियोजनाएं नहीं पहुँच पाती हैं। 

३। अग्रजां भाययितुमत्र अस्मि।

 • I am here to frighten elder sister. 
 • मैं यहाँ बड़ी बहन को डराने के लिए हूँ। 

४। सुदीर्घः अस्ति एषः सुरङ्गः।

 • This tunnel is very long. 
 • यह सुरंग बहुत लंबी है। 

५। केशविन्यासकरणं कस्मै न रोचते।

 • Who does not like hairstyling? 
 • केशविन्यास किसे अच्छा नहीं लगता है। 

६। भवतः का समस्या अत्र।

 • What is your problem here? 
 • यहाँ आपकी समस्या क्या है।

७। तासु लघुतमा नः धेनुः।

 • Among them, our cow is the smallest. 
 • उनमें से हमारी गाय सबसे छोटी है। 

८। त्वां दृष्ट्वा बाला सा भीता।

 • Seeing you, that girl was scared. 
 • तुम्हें देखकर वह लड़की डर गई। 

९। आम्रेषु आम्राणि सन्ति।

 • There are mangoes on the mango trees. 
 • आम के पेड़ों पर आम हैं। 

१०। वृक्षायुर्वेदं पिपठिषामः।

 • We desire to study the science of tree life (Botany). 
 • हम वृक्षों के जीवन का विज्ञान (वनस्पति विज्ञान) पढ़ना चाहते हैं। 

संस्कृत संवादः — Sanskrit Samvadah वाक्याभ्यासाः