दश-गीतिका-पाद
आर्यभटीय
संभवत: ५९९ ई. पू. (599 BC) में रचित
आर्य १.१क/ प्रणिपत्य एकम् अनेकम् कम् सत्याम् देवताम् परम् ब्रह्म/
आर्य१.१ग/ आर्यभटस् त्रीणि गदति गणितम् काल-क्रियाम् गोलम्//
आर्य१.२क/ वर्ग-अक्षराणि वर्गे अवर्गे अवर्ग-अक्षराणि कात् ङ्मौ यस्/
आर्य१.२ग/ ख-द्वि-नवके स्वरास् नव वर्गे अवर्गे नव अन्त्य-वर्गे वा//
आर्य१.३क/ युग-रवि-भ-गणास् ख्युघृ शशि चयगियिङुशुछ्लृ कु ङिशिबुणॢष्खृ प्राक्/
आर्य१.३ग/ शनि ढुङ्विघ्व गुरु ख्रिच्युभ कुज भद्लिझ्नुखृ भृगु-बुध-सौरास्//
आर्य१.४क/ चन्द्र-उच्च र्जुष्खिध बुध सुगुशिथृन भृगु जषबिखुछृ शेष अर्कास्/
आर्य१.४ग/ बुफिनच पात-विलोमास् बुध-अह्नि अज-अर्क-उदयात् च लङ्कायाम्//
आर्य१.५क/ क-अहस् मनवस् ढ मनु-युगास् श्ख गतास् ते च मनु-युगास् छ्ना च/
आर्य१.५ग/ कल्प-आदेस् युग-पादास् ग च गुरु-दिवसात् च भारतात् पूर्वम्//
आर्य१.६क/ शशि-राशयस् ठ चक्रम् ते अंश-कला-योजनानि यवञ-गुणास्/
आर्य१.६ग/ प्राणेन ेति कलाम् भम् ख-युग-अंशे ग्रह-जवस् भ-व-अंशे अर्कस्//
आर्य१.७क/ नृ-षि योजनम् ञिला भू-व्यासस् अर्क-इन्द्वोर् घ्रिञा गिण क मेरोस्/
आर्य१.७ग/ भृगु-गुरु-बुध-शनि-भौमास् शशि-ङ-ञ-ण-न-म-अंशकास् सम-अर्क-समास्//
आर्य१.८क/ भ-अपक्रमस् ग्रह-अंशास् शशि-विक्षेपस् अपमण्डलात् झ-अर्धम्/
आर्य१.८ग/ शनि-गुरु-कुज ख-क-ग-अर्धम् भृगु-बुध ख स्च-अङ्गुलस् घ-हस्तस् ना//
आर्य१.९क/ बुध-भृगु-कुज-गुरु-शनि न-व-रा-ष-ह गत्वा अंशकान् प्रथम-पातास्/
आर्य१.९ग/ सवितुर् अमीषाम् च तथा द्वा-ञखि-सा-ह्दा-ह्ल्य-खिच्य मन्द-उच्चम्//
आर्य१.१०क/ झ-अर्धानि मन्द-वृत्तम् शशिनस् छ ग-छ-घ-ढ-छ-झ यथा उक्तेभ्यस्/
आर्य१.१०ग/ झा-ग्ड-ग्ला-र्ध-द्ड तथा शनि-गुरु-कुज-भृगु-बुध-उच्च-शीघ्रेभ्यस्//
आर्य१.११क/ मन्दात् ङ-ख-द-ज-डा वक्रिणाम् द्वितीये पदे चतुर्थे च/
आर्य१.११ग/ जा-ण-क्ल-छ्ल-झ्न उच्चात् शीघ्रात् गियिङश कु-वायु-कक्ष्या-अन्त्या//
आर्य१.१२क/ मखि भकि फखि धखि णखि ञखि ङखि हस्झ स्ककि किष्ग श्घकि किघ्व/
आर्य१.१२ग/ घ्लकि किग्र हक्य धकि किच स्ग झश ङ्व क्ल प्त फ छ कला-अर्ध-ज्यास्//
आर्य१.१३क/ दश-गीतिक-सूत्रम् इदम् भू-ग्रह-चरितम् भ-पञ्जरे ज्ञात्वा/
आर्य१.१३ग/ ग्रह-भ-गण-परिभ्रमणम् सस् याति भित्त्वा परम् ब्रह्म//
संबंधित कड़ियाँ
सम्पाद्यताम्बाहरी कड़ियाँ
सम्पाद्यताम्- The Aryabhatiya Of Aryabhata (1930) - Author: Walter Eugene Clark (Internet Archieve)
- Aryabhatiya (in Qyoto encoding)
- दशगीतिकापाद