पुटमेतत् सुपुष्टितम्
vi
विषय | पुटसंख्या |
88 सूक्ष्मालङ्कारः ... ... ... | 283 |
89 पिहितालङ्कारः ... ... ... | 284 |
90 व्याजोक्त्यलङ्कारः ... ... ... | 286 |
विचारः ... ... ... | 288 |
91 गूढोक्त्यलङ्कारः ... ... ... | 289 |
92 विवृतोक्त्यलङ्कारः ... ... ... | 292 |
93 युक्त्यलङ्कारः ... ... ... | 299 |
विचारः ... ... ... | 300 |
94 लोकोक्त्यलङ्कारः ... ... ... | 301 |
95 छेकोक्त्यलङ्कारः ... ... ... | 303 |
96 वक्रोक्त्यलङ्कारः ... ... ... | 305 |
शब्दश्लेषमूलवक्रोक्त्युदाहरणानि ... ... | 305 |
अर्थश्लेषमूलवक्रोक्त्युदाहरणानि ... ... | 314 |
97 स्वभावोक्त्यलङ्कारः ... ... ... | 316 |
98 भाविकालङ्कारः ... ... ... | 318 |
99 उदात्तालङ्कारः ... ... ... | 321 |
100 अत्युक्त्यलङ्कारः ... ... ... | 325 |
101 निरुक्त्यलङ्कारः ... ... ... | 329 |
102 प्रतिषेधालङ्कारः ... ... ... | 336 |
103 विध्यलङ्कारः ... ... ... | 338 |
104 हेत्वलङ्कारः ... ... ... | 341 |
प्रकारान्तरेण लक्षणम् ... ... ... | 346 |
अभेदव्यपदेशस्यालङ्कारत्वविचारः ... ... | 348 |
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